ऑनलाईन गोलमाल

Popular-Social-Networking-Sitesआजकल ऑनलाईन कार्यक्रमों के प्रोग्रामों का दौर है| ऑनलाईन चोरियों के बारे ङ्कें भी आपने पढा होगा| मुंबई में इस तरह की दो-तीन घटनाओं का पर्दा फाश हुआ है, जिनमें कितने ही लाखों की ऑनलाईन चोरी की गई है| वर्तमान समय में उपलब्ध जानकारी के अनुसार फेस बुक के उपयोग में लगभग ६६ दस-लक्ष खातेधारकों की संख्या के साथ भारत तीसरे क्रमांक पर है और यह आँकड़ा बढ़ता ही जा रहा है| सामान्य नेटकर (नेट उपयोगकर्ता ) के रूप में इस ऑनलाईन धोखे का सामना कैसे करना है, इसके बारे में ऍन्टिवायरस का उपयोग करना और सावधानी बरतना आदि विषयों से संबंधित जानकारी हमने इस लेख मालिका के माध्यम से प्राप्त कर ली है|

आज उसी से संबंधित परन्तु थोड़े से भिन्न विषय पर हम चर्चा करेंगे| ६६ दसलक्ष भारतीय जिस माध्यम से जुडे हैं ऐसे उस फेसबुक में आजकल काफी धोखाधडी करनेवाले पोस्टिंग्स्, लिंक्स, ऑफर्स आदि चल रहे हैं| उनके बारे में जानकारी हासिल कर लेने पर ही हम उनसे सावधान रह सकते हैं| फेसबुक में होनेवाली धोखाधडी ये विभिन्न प्रकार के ऍप्लिकेशन्स झूठे ‘इव्हेन्टस्’ साथ ही आकर्षित कर देने वाले लेख (उदा.‘मुफ्त’ ऐसे शब्द होनेवाले) इसी के अनुसार चलते हैं| इस पर क्लिक कर देने पर हमारे कम्प्यूटर या मोबाईल को व्हायरस बाधा हो सकती है अथवा हमारी विशेष जानकारियों की चोरी भी हो सकती है| यदि कोई हानि नहीं होती है फिर भी तुम्हारा कोई फायदा भी ने होकर इस लिंक्स के मालिकों को मार्केटिंग फायदा तो होता ही है| फेसबुक में होने वाली धोखाधडी के ङ्काङ्कलों से संबंधित जानकारी इस लेख ङ्कें हङ्क प्राप्त करेंगे|

१) तुम्हारे प्रोफाईल को किसने देखा है
फेसबुक का चलन भारत में अपनी पूर्णावस्था में होनेवाले समय में इस प्रकार के ऍप्स बिलकुल चहूं ओर बहुत बड़े पैमाने पर प्रचलित हो रहे थे और आज कभी प्रचलित हो रहे हैं| इस तरह के ऍप्स के कारण तुम्हारे प्रोफाईल के बारे में किसने जानकारी हासिल की इसका तुम्हें पता चलता है| हर किसी की यह इच्छा होती है कि मेरे बारे में जानने की रुचि किसे है और इसी बात का लाभ उठाते हुए ये ऍप्स बहुत अधिक मशहूर हो गए हैं| परन्तु अपने प्रोफाईल्स के बारे में होनेवाली जानकारी केवल फेसबुक के पास हो होती है, जिसे वह किसी को भी नहीं देता है| इसी कारण ये ऍप्स पूर्णत: निरुपयोगी हैं|

२) चौंका देनेवाले शीर्षकों के समाचार, उत्तेजक फोटो
OMG, Shocking; इस प्रकार के शीर्षकों से शुरू होने वाले समाचार, मशहूर हस्ती की बुराई करना, बदनामी करना अथवा फिल्मी अभिनेत्री एवं अभिनेताओं के उत्तेजित कर देने वाले फोटोज़, विडिओज़ ये सभी साधारणत: स्पॅमलिक्स् होने की संभावनाएँ ही अधिक होती है| इसी लिए उस पर क्लिक न करने में ही भलाई होती है| इसके अलावा इस पर क्लिक करने से ये हमारे ‘टाईमलाईन’ पर तुरंत ही दिखाई देने लगते हैं| इससे हमारी होने वाली बदनामी सामाजिक स्तर पर बहुत ही लज्जास्पद बन जाती है|

३) फिशिंग
फेसबुक अथवा अन्य किसी भी सोशल नेटवर्किंग साईट का आपका खाता मान लो हॅक हो गया तो इससे हमारी और हमारे मित्रों की कितनी हानि, सम्मानहानि हो सकती है इस बात का अहसास हम सभी को है ही| इसके लिए हमारे खाते का लॉगीन एवं पासवर्ड चुराने का कार्य फिस्शर्च के माध्यम से किया ही जाता है| ‘फेसबुक के सिक्युरिटी विभाग की ओर से कोई संदेश आया है’ इस प्रकार का भ्रम उत्पन्न करके लॉगीन एवं पासवर्ड हमसे बहका-फुसलाकर ले लिये जाते हैं| परन्तु अपना लॉगीन एवं पासवर्ड यह वस्तुत: केवल अपने खाते में ही लॉगीन करने के समय ही देना पड़ता है| बाकी अन्य किसी भी समय में नहीं इस बात को ध्यान में रखना अति आवश्यक है| इसके अलावा हमारे लॉगीन करने से पहले हम जिस साईट पर अपना लॉगीन एवं पासवर्ड टाईप कर रहे होते हैं उसके पते के (यु.आर.एल) बारे में ध्यानपूर्वक बिलकुल पलक झपकते ही इस बात की जॉंच कर लेनी चाहिए|

४) चॅटस्
यदि हमारे मित्र का खाता हॅक हो गया है तब उसके चॅटस् की ओर से, उसके अनजाने ही स्पॅमलिंक्स चॅटस् द्वारा भेज दिए जाते हैं इसलिए संदेह उत्पन्न करने वाले लिंक्स् यदि हमारे पास आते हैं तब उस पर क्लिक करने से पूर्व हमारे पास आने वाली लिंक हमारे मित्र ने भेजी है या नहीं इस बात की जॉंच कर लेनी चाहिए| इसके अलावा hey is this you, look at you in this video, इस प्रकार का लेख होने वाले लिंक्स् पर क्लिक करते समय भी उसके बारे में जानकारी हासिल किए बिना क्लिक नहीं करना चाहिए|

५) मदद मॉंगनेवाले, लॉटरी के व्यापारी, व्यावसायिक भागीदारी करने के लिए संदेश
ये सारे ही संदेश यदि किसी अनजान व्यक्ति की ओर से आते हैं तो समझ लो ये सब भूल-भूलैय्या ही है| इसके अलावा मान लो यह अपने मित्र की ओर से आया होगा तब उसका खाता हॅक होने की संभावना अधिक होती है| अथवा उसके द्वारा केवल (फॉर्वड) करना है इसलिए भेजे गए संदेशों में से होते हैं| इन्हें किसी भी तरह से न भुलाना ही अधिक हितकारक होता है|

६) मुफ्त आयपॅड, आयफोन्स् इत्यादि
हमने फेसबुक पर तरह तरह के विज्ञापन देखे होंगे जिन में मुफ्त में मिलनेवाला आयपॅड, आयफोन, मोबाईल आदि मुफ्त में मिलेंगे अथवा जॉंच हेतु आप इन उपकरणों को घर ले जा सकते हो, इस प्रकार के संदेश भी होते हैं परन्तु इनकी वास्तविकता तो यही है कि ये सभी चीजें केवल मार्केटिंग के साधन हैं, इससे हम कुछ भी हासिल नहीं कर सकते हैं|

७) सर्व्हे
हमसे ऑन लाईन सर्व्हे का फॉर्म भरने के लिए कहे जाने वाले अनेक विज्ञापन होते हैं| इन विज्ञापनों की यह भी शर्त होती है कि सर्व्हे भरकर पूरा कर देने पर हमें ऐसे ही कोई वस्तु उपहार स्वरुप मुफ्त में प्रदान की जायेगी, अथवा हवाई जहाज की टिकीटें अथवा हॉटल आदि के कुपन आदि दिए जायेंगे| परंतु इनके ये प्रस्ताव यदि सच साबित होते हैं तो उसे खुशनसीबी ही कहना होगा|

८) फेसबुक क्रेडिटस्
ये स्किम्स् फेसबुक पर फार्मविल, सीटीविल ये खेल (गेम्स्) खेलने वालों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं| इन स्किम्स् के द्वारा हम फेसबुक के व्हर्च्युअल क्रेडिट पॉईन्टस् पैसे देकर खरीद सकते हैं, ऐसा इन विज्ञापनदाताओं का कहना होता है| परन्तु जितने प्रमाण में इन विज्ञापनों में दिखलाया जाता है उतने प्रमाण में क्रेडिट हमें नहीं मिलता है|

९) हमारी फेसबुक की प्रोफाईल गुलाबी, लाल, काली अथवा अन्य रंगों में परिवर्तित करने के लिए आमंत्रित करना
इस प्रकार के संदेश ये कोई फेसबुक के नवीन अवसर अथवा सुविधाएँ नहीं हैं बल्कि यह एक बड़ा स्पॅम कारस्थान है| इस आशय से संबंधित संदेश हमें फेसबुक पर मिलने पर हम यदि इस आमंत्रण का स्वीकर कर लेते हैं तब हमारे फेसबुक के खाते से जुडे रहने वाले मित्रों को हमारे प्रोफाईल के द्वारा स्पॅम संदेश अपने आप भेजे जाते हैं|

इस दुनिया में कोई भी चीज़ ‘मुफ्त’ में नहीं मिलती और किसी भी चीज के पीछे छिपे हेतु एवं कारण को जाने बगैर उसमें प्रवेश नहीं करना चाहिए, यह बात मेरे साहब मुझसे अकसर कहते रहते हैं| ‘गुड को यूँ ही खुला छोड़ दिया जाये तो उस पर मख्यियॉं तो भिनभिनायेंगी ही; इसी लिए हम यदि अपने इंटरनेट के उपयोग में सावधानी नहीं बरतेंगे, तब उसका परिणाम विपरित तो निकलेगा ही|

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