रशिया के ईंधन तेल और वायु प्रकल्पों में साझेदारी प्राप्त करने की कोशिश में ‘ओएनजीसी’ – पेट्रोलियमंत्री हरदीप सिंह पुरी की जानकारी

नई दिल्ली – भारत की ‘ओएनजीसी विदेश कंपनी’ रशिया के ‘वोस्टोक’ नामक बड़े ईंधन तेल प्रकल्प एवं आर्क्टिक एलएनजी-२ प्रकल्प में साझेदारी प्राप्त करने की तैयारी कर रही है। ‘ओएनजीसी विदेश’ कंपनी रशिया की कंपनी से इसी मुद्दे पर बातचीत कर रही है, यह जानकारी भारत के पेट्रोलियम और नैसर्गिक वायुमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने प्रदान की। पेट्रोलियम मंत्री की तीन दिन की रशिया यात्रा हाल ही में हुई। रशिया में ‘इस्टर्न इकॉनॉमिक फोरम’ की बैठक में शामिल होने के लिए पेट्रोलियममंत्री पुरी रशिया पहुँचे थे। इसी दौरान उन्होंने रशियन प्रकल्प में भारत का निवेश होने से दोनों देशों का ऊर्जा सहयोग अधिक मज़बूत होगा, यह विश्‍वास भी व्यक्त किया है।

हरदीप सिंह पुरीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो वर्ष पहले हुई रशिया यात्रा के दौरान रशिया के पूर्वीय क्षेत्र के प्रकल्प में निवेश करने का निर्णय किया गया था। भारत अपनी र्इंधन सुरक्षा सुनिश्‍चित करने के लिए विभिन्न देशों के साथ ऊर्जा सहयोग बढ़ा रहा है। र्इंधन से संपन्न खाड़ी क्षेत्र के देशों से भारत बीते कई वर्षों से र्इंधन खरीद रहा है। लेकिन, इन देशों के अलावा अन्य देशों के साथ भी भारत र्इंधन सहयोग स्थापित कर रहा है। अमरीका, लैटिन अमरिकी देशों के साथ भी बीते कुछ वर्षों से र्इंधन सहयोग बढ़ा है। इसके साथ ही भारत अपने पुराने मित्रदेश रशिया के साथ र्इंधन सहयोग मज़बूत करके अपनी र्इंधन सुरक्षा सुनिश्‍चित करने की कोशिश कर रहा है।

इस पृष्ठभूमि पर पेट्रोलियममंत्री की रशिया यात्रा को अहमियत प्राप्त हुई थी। इस्टर्न इकॉनॉमिक फोरम के बीच भारत की ओएनजीसी विदेश और इंडियन ऑईल दोनों कंपनियों ने रशिया की सबसे बड़ी र्इंधन वायु कंपनी ‘गज़प्रोम’ के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए। गज़प्रोम से र्इंधन वायु खरीदने के लिए यह समझौते हुए, ऐसा कहा जा रहा है। भारत और रशिया का यह रणनीतिक सहयोग होने की बात भी कही जा रही है। इसी दौरान पेट्रोलियममंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रशिया के ‘फार ईस्ट’ क्षेत्र के साखालिन-आय नामक तेल खनन प्रकल्प का भी दौरा किया। इस प्रकल्प में भी भारत ने पहले ही निवेश किया है।

अब भारत की ‘ओएनजीसी विदेश’ रशिया की ‘वोस्टोक’ जैसे बड़े र्इंधन प्रकल्प के साथ आर्क्टिक एलएनजी-२ की साझेदारी प्राप्त करने की तैयारी में है। ‘आर्क्टिक एलएनजी-२’ प्रकल्प का ९.९ प्रतिशत हिस्सा खरीदने के लिए ‘ओएनजीसी’ की बातचीत जारी होने की जानकारी हरदीप सिंह पुरी ने प्रदान की। अपनी यह रशिया यात्रा कामयाब रही, यह बात हरदीप सिंह पुरी ने रेखांकित की। गज़प्रोम के अलावा रोसनेफ्ट और नोवाटेक कंपनियां भी भारत के साथ र्इंधन सहयोग बढ़ा रही हैं। रशिया के ऊर्जामंत्री निकोलाय शुल्गिनोव के साथ पुरी ने इस मुद्दे पर बातचीत की है।

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