‘ओएनजीसी’ ने कोलंबिया में की ईंधन के बड़े भंड़ार की खोज़

नई दिल्ली – भारतीय ईंधन, तेल और वायू क्षेत्र की शीर्ष कंपनी ‘ऑईल ॲण्ड नैचरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ (ओएनजीसी) ने दक्षिणी अमरीका के कोलंबिया में बड़े ईंधन भंड़ार की खोज़ की हैं। ‘ओएनजीसी विदेश’ (ओव्हीएल) ने कोलंबिया के लालनोस घाटी में स्थित ‘सीपीओ-५ ब्लॉक’ में ७० प्रतिशत हिस्सा प्राप्त किया हैं और इसी क्षेत्र में कंपनी ने बड़े ईंधन भंड़ार की खोज़ की है, ऐसा वृत्त हैं।

ongc-Colombia‘ओव्हीएल’ ने कोलंबिया के लालनोस की घाटी में स्थित सात ब्लॉक्स में ईंधन भंड़ारों की खोज़ शुरू की हैं। इन ब्लॉक्स में ‘ओव्हीएल’ ने ७० प्रतिशत हिस्सा प्राप्त किया हैं। साथ ही कोलंबिया में अन्य दो ब्लॉक में अन्य कंपनी के साथ ५० प्रतिशत साझेदारी के साथ ‘ओव्हीएल’ ने खनन कार्य शुरू किया हैं। लालनोस की घाटी में स्थित सात में से एख ‘सीपीओ-५’ ब्लॉक में ‘ओव्हीएल’ ने इस ईंधन भंड़ार की खोज़ की हैं। इस ‘ब्लॉक’ के ‘इंडिको-२’ क्षेत्र में खनन करते समय १४७ फिट गहराई पर कंपनी को ईंधन भंड़ार बरामद हुआ।

प्राथमिक अनुमान के अनुसार वहां पर प्रति दिन ६,३०० बैरल ईंधन प्राप्त हो सकेगा। इसी ब्लॉक में वर्ष २०१८ के दिसंबर महीने में ‘ओव्हीएल’ को ‘इंडिको-१एक्स’ क्षेत्र में ईंधन का बड़ा भंड़ार बरामद हुआ था। वहां से प्रतिदिन ५,२०० बैरल ईंधन की प्राप्ति हो रही हैं। ‘सीपीओ-५’ ईंधन क्षेत्र का दायरा १,९९२ चौरस किलोमीटर का हैं और ‘ओव्हीएल’ इस क्षेत्र में अधिक ईंधन क्षेत्र में खनन करने की तैयारी में हैं। इस वजह से अगले दिनों में ‘ओव्हीएल’ को और नए ईंधन भंड़ारों की खोज़ करना संभव होगा, ऐसें आसार दिखाई दे रहे हैं।

‘ओव्हीएल’ ने फिलहाल विश्‍व के १७ देशों में ईंधन तेल और वायू के कुल ३७ ब्लॉक्स प्राप्त किए हैं। भारत के स्थानीय उत्पाद में ३०.३ प्रतिशत ईंधन तेल और २३.७ प्रतिशत नैसर्गिक वायू का उत्पादन ‘ओव्हीएल’ करती हैं।

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