भविष्य में अमरिका और चीन में से एक को चुनना होगा – सिंगापूर के प्रधानमंत्री से ‘आसियान’ को चेतावनी

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सिंगापूर – ‘भविष्य में आसियान सदस्य देशों को अमरिका और चीन इनमें से एक का चुनाव करना होगा| लेकिन यह समय जल्द नही आयेगा, ऐसी उम्मीद है’, इन शब्दों में सिंगापूर के प्रधानमंत्री ‘ली सिएन लूंग’ इन्होंने आने वाले समय में एशियाई के शक्तिशाली देशों में वर्चस्व प्रभुत्व बनाने की स्पर्धा तीव्र होगी यह चेतावनी भी उन्होंने दी है| अमरिका और चीन के बीच फिल हाल व्यापार युद्ध शुरू है और इसी बीच ‘साऊथ चाइना सी’ नियत्रित करने के मुद्दे को लेकर दोनों देशों के बीच बना तनाव युद्ध में परिवर्तित होने का डर निर्माण हुआ है| इस परिस्थिती का दाखिला देकर सिंगापूर के प्रधानमंत्री ने ‘आसियान’ को सतर्क किया है, ऐसा सामने आ रहा है|

सिंगापूर में फिल हाल?आग्नेय एशियाई देशों की ‘आसियान’ संगठन और विश्‍व की प्रमुख देशों की बैठक हो रही है| इस बैठक में व्यापार युद्ध, आर्थिक नीति और ‘साऊथ चाइना सी’ जैसे मुद्दों पर प्राथमिकता से चर्चा हुई| भौगोलिक दृष्टी से चीन के नजदिकी आग्नेय एशियाई देशों का व्यापर और रक्षा क्षेत्र में अमरिका के साथ अच्छा सहयोग है| लेकिन दोनों देशों के बीच बना तनाव आग्नेय एशियाई देशों के सामने खडी कठिनाई अधिक जटिल करने का कारण साबित हो रहा है| सिंगापूर के प्रधानमंत्री ने सटिक इसी मुद्देपर ध्यान दिया है|

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नियमोंपर आधारित व्यवस्था को अधिक झटके लग रहे है| चीन का बढता प्रभाव और अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इनकी अमरिका फर्स्ट नीति की वजह से अन्य देश इन दोनों में से एक का चुनाव करने के लिये विवश हो रहे है| आसियान देश भी इस परिस्थिती का ध्यान रखे| हमें भी इन दोनों में से एक का चुनाव करने की जरूरत पडेगी, इस की ओर सिंगापूर के प्रधानमंत्री ने ध्यान केंद्रित किया है|

आर्थिक सहयोग के विषय में सोचा जाए तो आसियान देशों के लिये फिल हाल दोनों बाजू समान स्थिती है| लेकिन वैश्‍विक अर्थव्यवस्था के दोन हिस्से बने तो आसियान देश मुश्किल में आ सकते है, ऐसा भी प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग इन्होंने कहा है| ‘आसियान’ देश और चीन के बीच हो रहे व्यापार की मात्रा अधिक है फिर भी ‘साऊथ चाइना सी’ को लेकर चीन ने अपनाई नीति चिंता का विषय बना है| इस वजह से सुरक्षा के मुद्दे पर ‘आसियान’ देशों की अमरिका के साथ नजदिकियां बढी है और इसे चीन कडा विरोध कर रहा है|

अमरिका ने एशियाई देशों के सहयोग से चीन को चुनौती देने के लिये गतिविधियां शुरू की है और इसे चीन ने कडा ऐतराज जताया है| दोनों देशों के बीच बढ रहे तनाव से आग्नेय एशिया और नजदिकी क्षेत्र में संघर्ष शुरू होने की संभावना दिनोंदिन बढ रही है| आग्नेय एशियाई देशों को यह एहसास हो रहा है, यह सिंगापूर के प्रधानमंत्री ने दी चेतावनी से स्पष्ट हो रहा है|

प्रधानमंत्री ‘ली सिएन लूंग’ पिछले १५ वर्षों से सिंगापूर का नेतृत्त्व कर रहे है और इस दौरान उन्होंने विश्‍व की स्थिर और प्रगत देश के तौर पर सिंगापूर की पहचान बनाने में सफलता हासिल की है| सिंगापूर यह देश ‘आसियान’ के पांच संस्थापक सदस्यों में से एक के तौर पर जाना जाता है|

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