‘आर्गेनाईजेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन’ की बैठक में – अमरिका के ‘जेरुसलेम’ मामले में निर्णय का निषेध

इस्तांबुल: अमरिकी राष्ट्रध्यक्ष ने ‘जेरुसलेम’ को इस्राइल की राजधानी घोषित करने के बाद, ‘आर्गेनाईजेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन’ (ओआईसी) की बैठक आयोजित की गई थी। बुधवार को पूरी हुई इस बैठक में अमरिका और इस्राइल का निषेध करके पूर्व जेरुसलेम को पैलेस्टाइन की राजधानी घोषित किया गया। साथ ही ‘अरब-इस्लामी’ देशों की तरह दुनिया भर के देश पैलेस्टाइन को स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर दर्जा दें, ऐसा आवाहन भी इस बैठक में किया गया है।

तुर्की की पहल से इस्तांबुल में आयोजित की गई इस बैठक में तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने अमरिका के साथ साथ इस्राइल पर कड़ी टीका की है। साथ ही पैलेस्टाइन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास ने अमरिका की आलोचना करके, यह देश इस्राइल का पक्ष ले रहा है, ऐसा आरोप लगाया है।

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‘पैलेस्टाइन पर लगाए प्रतिबन्ध, अवैधरूप से चल रहे बस्तियों का निर्माण, पैलेस्टाइन के घरों को उध्वस्त करना, पैलेस्टाइन का भूभाग हड़प करना, हिंसक कार्रवाइयां और खून, इन सबके लिए इस्राइल जिम्मेदार है। ‘जेरुसलेम’ को इस्राइल की राजधानी घोषित करके, अमरिका ने इस्राइल की ओरसे पैलेस्टाइन पर किए जाने वाले आतंकवादी कार्रवाइयों का समर्थन किया है’, ऐसी टीका तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने की है।

फिलिस्तिनी जनता के अधिकार और स्वतंत्र पैलेस्टाइन के प्रति अमरिका को आदर नहीं है, ऐसी टीका ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने की है। उसीके साथ ही, ‘इस्राइल और पैलेस्टाइन के बिच मध्यस्थ करने के लिए भी अमरिका के पास ईमानदारी नहीं है, ऐसा इस निर्णय से स्पष्ट हुआ है। अमरिका सिर्फ इस्राइल के हितसंबंधों को सुरक्षित रख रहा है’, ऐसा आरोप रोहानी ने किया है।

पैलेस्टाइन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास ने इस बैठक में अमरिका के निर्णय पफर तोप दागी है। ‘अमरिका पूरी तरह से इस्राइल का पक्ष ले रहा है और इसके आगे अमरिका को पैलेस्टाइन विषयक राजनीतिक प्रक्रिया में शामिल करने के लिए हम राजी नहीं हैं’, ऐसा अब्बास ने कहा है। ‘जेरुसलेम’ को इस्राइल की राजधानी घोषित करके अमरिका ने गंभीर अपराध करने का इशारा पैलेस्टाइनी राष्ट्राध्यक्ष ने दिया है। आने वाले समय में पैलेस्टाइन और इस्राइल के बिच चर्चा हुई, तो उसमें मध्यस्थ करने के लिए अमरिका लायक नहीं है, ऐसी कड़ी प्रतिक्रिया पैलेस्टाइनी राष्ट्राध्यक्ष अब्बास ने दी है।

दौरान, इस बैठक में दुनिया भर के करीब ५७ अरब-इस्लामी देश शामिल हुए थे। इन देशों ने एकमुख होकर पूर्व जेरुसलेम को पैलेस्टाइन की राजधानी घोषित की। साथ ही दुनिया भर के अन्य सवासौ देश भी हमारे निर्णय का स्वागत करके पैलेस्टाइन को स्वतंत्र देश और पूर्व जेरुसलेम को उसकी राजधानी घोषित करें, ऐसी मांग की है।

 

पैलेस्टाइनी का पूर्व जेरुसलेम पर संपूर्ण अधिकार – सऊदी के राजा सलमान 

रियाध: ‘पैलेस्टाइन की राजधानी के तौर पर पूर्व ‘जेरुसलेम’ पर साथ ही स्वतंत्र पैलेस्टाइन राष्ट्र प्रस्थापित करने का पैलेस्टाइनी को क़ानूनी अधिकार है’, ऐसा सऊदी अरेबिया के राजा सलमान ने घोषित किया है। ‘आईओसी’ की बैठक के बाद राजा सलमान ने यह घोषणा की है। 

पूर्व जेरुसलेम पैलेस्टाइन की राजधानी है, फिर भी पैलेस्टाइन का मुद्दा राजनीतिक चर्चा से सुलझाया जाए, ऐसा आवाहन भी राजे सलमान ने इस समय किया है। पैलेस्टाइन की समस्या सुलझने पर खाड़ी की समस्याएँ सुलझेंगी, ऐसा भरोसा भी उन्होंने जताया है। अमरिका ने ‘जेरुसलेम’ को इस्राइल की राजधानी घोषित करने के बाद सऊदी अरेबिया की ओर से अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं आई है, ऐसी टीका की जाती है। इस पृष्ठभूमि पर राजा सलमान ने पूर्व जेरुसलेम पर पैलेस्टाइन का अधिकार मान्य करके अपने ऊपर की जाने वाली टीका की धार को कम करने की कोशिश की है, ऐसा दिखाई दे रहा है।

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