इराक़ की मिसाल सामने होते हुए भी उत्तर कोरिया परमाणु शस्त्र निर्माण नहीं रोकेगा- रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

सिया मैन: इराक और सद्दाम हुसैन के बीच क्या हुआ, यह उत्तर कोरिया में प्रत्येक व्यक्ति जानता है। सद्दाम ने संहारक अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण बंद किया था फिर भी इन अस्त्र-शस्त्रों का कारण आगे करके सद्दाम और उसके परिवार को मारा गया था। उत्तर कोरियन जनता यह भूली नहीं है। इस वजह से उत्तर कोरियन जनता एक समय पर घास खा कर जी सकती है पर परमाणु शस्त्र निर्माण के बारे में समझौता नहीं करेगी यह इशारा रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने दिया है।

संहारक अस्त्र-शस्त्रों

चीन में आयोजित ब्रिक्स बैठक के बाद रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दुनिया के प्रमुख देशों से उत्तर कोरिया के विरोध में शुरु रही गतिविधियों पर टिका की है। उत्तर कोरिया ने किए हाइड्रोजन बम के परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया के विरोध में अन्य देशोंने लष्करी उन्माद बढ़ाने की टीका राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की है। ऐसे तनावपूर्ण परिस्थिति में लष्करी उन्माद दिखाना यह मूर्खता है। यह लष्करी उन्माद जागतिक एवं वैश्विक आपत्ती के लिए जिम्मेदार होकर, बड़ी जीवित हानि हो सकती है। शांतिपूर्ण चर्चा के सिवाय अन्य किसी भी मार्ग से उत्तर कोरिया का प्रश्न नहीं सुलझ सकता है ऐसा पुतिन ने सुझाया है।

पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया ने किए हाइड्रोजन बम के परीक्षण के विरोध में कठोर प्रतिबंध जारी करने के लिए अमरीका एवं मित्र देशोंने प्रयत्न शुरू किए हैं। पर उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध जारी करना परिणामशून्य एवं बेकार होगा, ऐसा दावा रशियन राष्ट्राध्यक्ष कर रहे हैं। साथ ही उत्तर कोरिया के विरोध में अमरीका से शुरू रहे लष्करी गतिविधियों को राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने लक्ष्य किया है।

इराक में सेना घुसाने से पहले अमरीका ने जैसी परिस्थिति निर्माण की थी ठीक वैसी ही परिस्थिति अमरीका उत्तर कोरिया के बारे में निर्माण कर रहा है। इराक और सीरिया में अमरीका के लष्करी कारवाई का इतिहास, उत्तर कोरिया में हर एक व्यक्ति जानता है, ऐसा कहते रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने अमरीका को उत्तर कोरिया के विरोध में लष्करी बल का उपयोग न करने का आवाहन किया है।

तथा उत्तर कोरिया ने किये हाइड्रोजन बम का परीक्षण भड़काऊ होकर रशिया इस परीक्षण का कठोर शब्द में निषेध कर रहा है पर इसके लिए उत्तर कोरिया के विरोध में लष्करी कारवाई करना बहुत बड़ी गलती साबित होगी, यह इशारा रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दिया है। उत्तर कोरिया के मुद्दे पर चीन की भूमिका से हम सहमत होने की बात राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने पत्रकारों से बातचीत हुए कहीं।

दौरान, आनेवाले कई घंटों में रशिया के व्लादिवोस्तोक शहर में ‘ईस्टर्न इकनोमिक फोरम’ इस परिषद की शुरुआत होगी। इस परिषद ने के प्रतिनिधिमंडल शामिल होने वाले हैं और इस विवादास्पद मुद्दे पर रशिया उत्तर कोरिया से चर्चा कर सकता है, ऐसी जानकारी रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने दी है।

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