नाटो में युक्रैन का समावेश कोई भी देश रोक नहीं पाएगा – अमरिकी रक्षामंत्री का दावा

किव्ह/वॉशिंग्टन – युक्रैन को नाटो में शामिल होने से कोई भी देश रोक नही सकता, यह वादा अमरीका के रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने किया है। इस दौरान ऑस्टिन ने पूर्व युक्रैन का संघर्ष रशिया ने ही शुरू किया था, यह दावा करके इसकी शांति प्रक्रिया में रशिया ही बड़ा अड़ंगा होने का आरोप भी लगाया। युक्रैन का नाटो में समावेश रशिया के लिए ‘रेड लाईन’ होगी और इसके विरोध में आक्रामक प्रत्युत्तर दिया जाएगा, यह इशारा रशिया ने सोमवार के दिन दिया था।

ukraine-nato-us-1‘अपनी विदेश नीति क्या होनी चाहिये, यह तय करने का पूरा अधिकार युक्रैन को है। किसी भी बाहरी हस्तक्षेप के बजाय युक्रैन यह अधिकार निभा सकता है, यह हमें विश्‍वास है’, ऐसा कहकर युक्रैन का नाटो में समावेश होने के मुद्दे पर अन्य कोई भी देश नकाराधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सकता, यह इशारा अमरीका के रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने दिया। इस दौरान ऑस्टिन ने पूर्व युक्रैन के संघर्ष को लेकर भी रशिया से सवाल किए।

‘पूर्व युक्रैन का संघर्ष रशिया ने ही शुरू किया है। इस संघर्ष का हल शांति के साथ निकालने में रशिया ही सबसे बड़ा अड़ंगा है। करीबी दिनों में पूर्व युक्रैन के संघर्ष को रशिया अधिक बढ़ावा देना बंद करे और क्रिमिया से भी पीछे हटे। ब्लैक सी एवं युक्रैन की सीमा अस्थिर करनेवाली हरकतें भी रशिया को बंद करनी पड़ेंगी’, ऐसा इशारा अमरिकी रक्षामंत्री ने दिया। रशिया की आक्रामक गतिविधियों से सुरक्षा करने के लिए युक्रैन को जिस सहायता की आवश्‍यकता होगी वह सबकुछ प्रदान करने के लिए अमरीका तैयार है, यह वादा भी ऑस्टिन ने इस दौरान किया।

ukraine-nato-us-2बीते कुछ महीनों से रशिया और युक्रैन का तनाव फिर से बढ़ने लगा है। युक्रैन ने नाटो की सदस्यता पाने के लिए शुरू की हुई गतिविधियाँ, रशिया की र्इंधन पाइपलाइन, बढ़ रहे लष्करी युद्धाभ्यास एवं पूर्व युक्रैन की मुठभेड़ ही इसके पीछे के कारण होने की बात सामने आयी है। बीते महीने में युक्रैन ने नाटो की सदस्यता प्राप्त करने की लगातार सरेआम इच्छा व्यक्त की थी। इस पर यह बात रशिया की सुरक्षा के लिए खतरा होने का इशारा राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने दिया था।

ऐसे में सोमवार के दिन रशिया ने इस मुद्दे पर फिर से आक्रामक भूमिका अपनाई है और नाटो में युक्रैन का समावेश रशियन हितों के लिए ‘रेड लाईन’ होने का इशारा दिया। साथ ही रशिया इस पर जोरदार प्रत्युत्तर देगी, इस ओर भी राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने ध्यान आकर्षित किया। पेस्कोव यह इशारा दे रहे थे तभी रशिया और नाटो के बीच तनाव बढ़ने की बात सामने आ रही है। नाटो ने रशिया के आठ अफसरों पर जासूसी का आरोप लगाकर उन्हें निष्कासित किया है। इसके जबाव में रशिया ने नाटो के साथ राजनीतिक संबंध पूरी तरह से तोड़ने का ऐलान किया है।

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