यूरोपीय महासंघ में जर्मनी और फ्रान्स की मनमानी सहन नहीं की जायेगी – नेदरलैंड के प्रधानमंत्री

एमस्टरडैम: जर्मनी एवं फ्रान्स ने यूरोपीय महासंघ से सुधार के बारे में उनकी योजनांए अन्य सदस्य देशों पर उनकी इच्छा के विरोध में ना थोंपे, ऐसा इशारा नेदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूटे ने दिया है| शनिवार को जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल एवं फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्युअल मॅक्रोन की मुलाकात होते हुए रूटे ने यह इशारा दे कर महासंघ में सबकुछ अस्थिर होने के संकेत दिए हैं|

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फ्रान्स के राष्ट्रपति इमॅन्युअल मॅक्रोन यूरोपीय महासंघ में बड़े सुधार करने के लिए प्रयत्नशील होकर, उनके प्रयासों को जर्मनी के चांसलर एंजेला मर्केल का समर्थन है| इन सुधार में यूरोप को साथ लानेवाले यूनाइटेड स्टेटस् ऑफ यूरोप की संकल्पना, सामूहिक वित्त संकल्प, सुरक्षा एवं रक्षा के लिए अधिक खर्च, आर्थिक संकट में आने वाली यूरोपीय देशों को वित्तीय सहायता देना ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों का समावेश है| महासंघ में सुधार की आवश्यकता है, फिर भी नेदरलैंड या अन्य देश फ्रान्स जर्मनी के प्रस्ताव पर मंजूरी नहीं देंगे, ऐसा नेदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूटे ने सूचित किया है|

यूरोपीय महासंघ के सदस्य देशों में फिलहाल मुख्य तौर पर यात्रा करने की सुविधा उपलब्ध है और जर्मनी की नई सरकार हमें छोड़कर कभी भी फ्रेंच सरकार को मिल सकते है, पर इसका अर्थ ऐसा नहीं है कि नेदरलैंड एवं अन्य सदस्य देश जर्मनी एवं फ्रान्स से मंजूर होने वाले हर बात को अच्छा कहेंगे और उसे अनुमति देंगे, ऐसे शब्दों में नेदरलैंड के प्रधानमंत्री ने जर्मनी एवं फ्रांस के एक तरफा धारणाओं को फटकारा है|

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कई दिनों पहले यूरोपीय महासंघ कर्ज के अतिरिक्त बोझ की वजह से आर्थिक संकट में आया था| सदस्य देशों ने सहायता करने के लिए यूरोपियन स्टेबिलिटी मेकेनिज्म नामक स्वतंत्र यंत्रणा भी निर्माण की थी| इस यंत्रणा को महासंघ के कायम भाग बनाने के लिए फ्रान्स एवं जर्मनी जोर दे रहे है, लेकीन नेदरलैंड एवं अन्य देश उसका विरोध कर रहे हैं| पर यूरोपियन स्टेबिलिटी मेकेनिज्म यह महासंघ का भाग बनाने के लिए यूरोपियन करार में बदलाव जरूरी है, लेकीन इस बदलाव करने की इच्छाशक्ति फिलहाल सदस्य देशों में नही है, ऐसा एहसास नेदरलैंड के प्रधानमंत्री ने दिलाया है|

युरोपियन महासंघ के आर्थिक यंत्रणा में मोनेटरी यूनियन सुधार करने के फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष के प्रस्ताव को नेदरलैंड ने विरोध किया है| धारणात्मक सुधार फ्रान्स एवं इटली जैसे देशों को वित्तीय सहायता की आवश्यक है| यह मुद्दे अधिक महत्वपूर्ण होने की बात रूटे ने स्पष्ट की है| उस समय महासंघ को यूरोपियन वित्तमंत्री की आवश्यकता नही है, ऐसी बात नेदरलैंड के प्रधानमंत्री ने कही है| यूरोजोन बजट एवं ब्रेग्जिट जैसे पृष्ठभूमि पर चुनिंदा सदस्य देशों पर अधिक आर्थिक जिम्मेदारी सौपने के प्रस्ताव को भी नेदरलैंडने विरोध दर्शाया है|

दौरान शनिवार को जर्मनी के चांसलर एंजेला मर्केल ने फ्रान्स की राजधानी पैरिस में फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रोन से मुलाकात की है| इस चर्चा के दौरान, महासंघ में सुधार करने के संबंधित प्लान जून महीने में होनेवाली बैठक में प्रस्तुत करने का निश्चित हुआ है, ऐसी जानकारी सूत्रों से मिली है|

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