‘नेपाल भारत के साथ ‘अच्छे’ संबंध रखें’ : चीन के राष्ट्राध्यक्ष की सलाह

बीजिंग, दि. २७ : नेपाल भारत के साथ अच्छे संबंध रखें, ऐसी सलाह चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने दी है| नेपाल के प्रधानमंत्री ‘पुष्प कमल दहल प्रचंड’ ने ही मीडिया को यह जानकारी दी| प्रधानमंत्री प्रचंड अब चीन यात्रा पर हैं| चीन का नेपाल में बढ़ता प्रभाव भारत के लिए चुनौती बनते समय ही, चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने नेपाल को दी ‘राजकीय सलाह’ विशेषज्ञों का ध्यान खींच रही है| वास्तव में भारत नेपाल स्थित चीन के हितसंबंधों को झटका दे रहा है, ऐसा इल्ज़ाम चीन की सरकारी मीडिया लगा रही है|

‘नेपाल भारतनेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने चीन के राष्ट्राध्यक्ष के साथ चर्चा की| प्रचंड नेपाल के चीनसमर्थक लीडर माने जाते हैं| यह उनकी तीसरी चीन यात्रा होकर, उनकी चीन के साथ की नज़दीकियाँ भारत के लिए चिंता का विषय मानी जाती हैं| लेकिन प्रचंड अब पहले जैसे चीन के नजदीक नहीं रहे, बल्कि वे अब भारत के समर्थन में झुक गये हैं, ऐसा इल्जाम चीनी मीडिया ने लगाया है| राजनैतिक विशेषज्ञ भी, प्रचंड की भारतसंबंधित भूमिका कुछ नरम हो गयी है, ऐसा दावा करते हैं| इस पृष्ठभूमि पर, नेपाल के प्रधानमंत्री का चीन दौरा महत्त्वपूर्ण माना जाता है|

राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने हमें भारत के साथ अच्छे संबंध रखने की सलाह दी और हमने राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग को नेपाल दौरे  का न्यौता दिया, ऐसी जानकारी प्रचंड ने इन दौरान पत्रकारों को दी|

इसी दौरान, चिनी व्यापारी नेपाल में निवेश करें, ऐसा आवाहन करते हुए, चीन के निवेश के कारण नेपाल बदल जायेगा, ऐसा भरोसा नेपाल के प्रधानमंत्री ने जताया|

चीन के कब्जे में रहे तिब्बत के ल्हासा से नेपाल के काठमांडू तक आनेवाली चीन की ट्रेन लुंबिनी शहर तक ले जाने की महत्त्वाकांक्षी योजना चीन ने पेश की है| इसपर भी चीन के राष्ट्राध्यक्ष और नेपाल के प्रधानमंत्री के बीच चर्चा हुई, ऐसे कहा जाता है|

इसके साथ ही, नेपाल में होनेवाले चुनाव के लिए चीन सहयोग करेगा, ऐसी जानकारी भी प्रचंड के यात्रा से सामने आयी है| कुछ दिन पहले ही चीन के रक्षामंत्री ने नेपाल की भेंट की थी| साथ ही, दोनों देशों की सेना में हाल ही में पहला संयुक्त युद्धाभ्यास हुआ था|

इसी कारण नेपाल और चीन के आपसी संबंध अधिक से अधिक बढ़ रहे हैं, ऐसा स्पष्ट होता है| उसी समय, नेपाल और भारत की सीमारेखा पर तनाव निर्माण हुआ होकर, भारत नेपाल के लिए बाधाएँ पैदा कर रहा है, ऐसी शिकायतें नेपाल से की जा रही हैं|

इसी दौरान, चीन-नेपाल सहयोग के बीच मत आओ, ऐसी चेतावनी चीन की सरकारी मीडिया से भारत को दी जाती हैं| इससे ऐसा दिखायी देता है कि नेपाल पर अपना प्रभुत्व स्थापित कर चीन भारत को चुनौती दे रहा है| प्रचंड से पहले सत्ता पर रहे प्रधानमंत्री केपी ओली शर्मा की सरकार के साथ भारत के गंभीर मतभेद हुए थे|

विशेष तौर पर, नेपाल के मधेसी समुदाय को, नयी राज्यघटना में स्थान देने के मसले को लेकर निर्माण हुआ विवाद चरमसीमा तक पहुँच गया था और उसमें भारत ने दखलअंदाजी करते हुए नेपाल की संप्रभुता को चुनौती दी थी, ऐसी आलोचना की जाती थी| लेकिन भारत ने इसपर ऐसा स्पष्टीकरण दिया था कि हालाँकि मधेसी समुदाय के प्रश्नों के प्रति हमें हमदर्दी है, मग़र फिर भी यह नेपाल का अंतर्गत मामला होकर, इस संदर्भ में कोई दखलअंदाजी नहीं की गयी|
इससे बिगड़े हुए भारत और नेपाल के संबंधों का लाभ चीन ले रहा है और नेपाल पर का अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए चीन ने अच्छी तरह से उनका इस्तेमाल किया हुआ दिखाई देता है|

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