अमरिका की ‘सेकंड फ्लीट’ के नेतृत्व में ‘बाल्टिक सी’ में नाटो द्वारा ‘बॅल्टॉप्स २०१९’ युद्धाभ्यास

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरब्रुसेल्स – यूक्रेन में गठित नई सरकार और रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने मिसाइल समझौते से पीछे हटने संबंधी की हुई घोषणा की पृष्ठभूमि पर नाटोने आक्रामकता के साथ कदम बढाना शुरू किया है| रविवार से रशिया और यूरोपिय देशों दे दरमियान होनेवाले बाल्टिक सी में नौसेना के विशाल युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया है| इस युद्धाभ्यास में अमरिका के साथ १८ देश शामिल हुए है| अमरिका ने पिछले वर्ष दुबारा कार्यान्वित की हुई ‘सेंकड फ्लीट’ के नेतृत्व में यह युद्धाभ्यास हो रहा है|

पिछले वर्ष रशिया ने यूक्रेन के निकट ब्लैक सी में यूक्रेन के जहाज रोके थे और इन जहाजों पर मौजूद कर्मचारियों को हिरासत में लिया था| रशिया की यह कार्रवाई काफी गंभीर होने की बात कहकर यूक्रेन ने नाटो को हस्तक्षेप करने की बिनती की थी| लेकिन, नाटो के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने हस्तक्षेप करने के बावजूद रशिया ने यूक्रेन के जहाज या कर्मचारियों को रिहा किया नही है| इसी दौरान यूक्रेन में राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए है और इस दौरान वोलोदिमिर झेलेन्स्की इन्होंने सत्ता संभाली है|

झेलेन्स्की इन्होंने रशिया के विरोध में यूक्रेन की नीति कायम रखने के संकेत दिए है, फिर भी अनियंत्रित रवैया दिखाया नही है| रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने यूक्रेन के नए राष्ट्राध्यक्ष के साथ बातचीत करने की तैयारी दिखाई है| यह बदलाव नाटो के लिए ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हुआ है| यूक्रेन के साथ बातचीत की तैयारी दिखा रहे पुतिन दुसरी ओर अमरिका के साथ मिसाइल समझौते से पीछे हटने की प्रक्रिया भी शुरू करते दिखाई दिए है| व्हेनेजुएला, सीरिया, तुर्की और चीन के मुद्दे पर भी रशिया ने अमरिका के विरोध में आक्रामकता दिखाई है|

इस पृष्ठभूमि पर नाटो ने अपने सदस्य देशों की रक्षा सिद्धता पर परिणाम नही होगा और तैयारी बरकरार रहे, इस लिए तेजीसे कदम बढाना शुरू किया है| पिछले दो महीनों में नाटो ने ब्लैक सी के समुद्री क्षेत्र से स्कॉटलैंड तक के क्षेत्र में तीन अलग अलग युद्धाभ्यास का आयोजन किया था| इस दौरान अमरिका के साथ नाटो के सदस्य और सहयोगी २५ से अधिक देश शामिल हुए थे| १० हजार से भी ज्यादा सैनिक, युद्धपोत, लडाकू विमान, प्रगत मिसाइल भी इस युद्धाभ्यास का अंग रहे थे|

इसके साथ ही अब रविवार से नौसेना के ‘बॅल्टॉप्स २०१९’ युद्धाभ्यास की शुरूआत हुई है और इसमें १८ देशों के ८.५ हजार से भी अधिक सैनिक शामिल हुए है| ५० से अधिक युद्धपोत, पनडुब्बीयां और ४० से भी ज्यादा लडाकू विमानों के साथ हुए इस युद्धाभ्यास में ‘एअर डिफेन्स, समुद्री हमलों का जवाब देना, लष्करी तैनाती के अभ्यास पर जोर दिया जा रहा है|

जून २१ तक शुरू रहनेवाले इस युद्धाभ्यास का नेतृत्व अमरिका की सेकंड फ्लीट के हाथ सौपा गया है| अमरिका ने पिछले ही वर्ष यह फ्लीट दुबारा कार्यान्वित किया था| ऐसे में इस फ्लीट के हाथ दिया गया यह नेतृत्व अमरिका की सेकंड फ्लीट पूरी ताकद के साथ कार्यान्वित होने के संकेत देता है, यह दावा सूत्रोंने किया|

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