रशिया की आक्रामक गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर नॉर्वे और स्कॉटलैण्ड में ‘नाटो’ का युद्धाभ्यास शुरू

ऑस्लो/लंदन – युक्रैन की सीमा पर बड़ी मात्रा में लष्करी तैनाती करके आक्रामक गतिविधियाँ कर रही रशिया के विरोध में ‘नाटो’ ने आक्रामक भूमिका अपनाई है। ‘नाटो’ सदस्य देशों ने दो हफ्ते पहले ही ‘डिफेन्डर यूरोप’ नामक युद्धाभ्यास किया था। इसके बाद अब नॉर्वे और स्कॉटलैण्ड में ‘फॉर्मिडेबल शील्ड’ नामक युद्धाभ्यास की शुरूआत हुई है। यह युद्धाभ्यास ३ जून तक जारी रहेगा और इसमें १० सदस्य देशों की नौसेनाओं और वायुसेनाओं के शामिल होने की जानकारी ‘नाटो’ ने साझा की है।

russia-activites-norway-scotland-1रशिया ने बीते महीने में युक्रैन की सीमा से जुड़े इलाकों में बड़ी मात्रा में रक्षा तैनाती की थी। रशिया ने इस क्षेत्र में लगभग १ लाख सैनिक रवाना करने के दावे सामने आए थे। रशिया की इस तैनाती में प्रगत मिसाइल्स, हवाई सुरक्षा यंत्रणा एवं भारी संख्या में टैंक्स का भी समावेश होने का दावा था। इस वजह से रशिया फिर एक बार युक्रैन के खिलाफ बड़े संघर्ष की तैयारी कर रही है, ऐसे संकेत प्राप्त हुए थे।

रशिया की इन गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर ‘नाटो’ ने यूरोप में बड़े युद्धाभ्यास का आयोजन किया है और युक्रैन के साथ युद्धाभ्यास के भी संकेत दिए हैं। शनिवार के दिन नॉर्वे के एण्ड्रोया और स्कॉटलैण्ड के ‘हेब्रिजेस रेंज’ में युद्धाभ्यास की शुरूआत हुई। ‘फॉर्मिडेबल शील्ड’ नामक यह युद्धाभ्यास ‘एअर ऐण्ड मिसाइल एक्सरसाईज’ प्रकार का युद्धाभ्यास होने की जानकारी ‘नाटो’ ने प्रदान की है। नाटो के १० सदस्य देशों के १५ युद्धपोत और कई लड़ाकू विमान इसमें शामिल हुए हैं।

तीन हज़ार से अधिक संख्या में मौजूद सैनिकों के समावेश के इस युद्धाभ्यास में अमरीका की ‘सिक्स्थ फ्लीट’ और ब्रिटेन की नौसेनाओं का समावेश होना अहम समझा जा रहा है। इन देशों के अलावा फ्रान्स, जर्मनी, इटली, स्पेन, नॉर्वे, डेन्मार्क, बेल्जियम, नेदरलैण्ड भी इस युद्धाभ्यास में शामिल हुए हैं। ब्रिटेन की ‘रॉयल नेवी’ के तीन प्रमुख विध्वंसक इस युद्धाभ्यास का हिस्सा हैं और मिसाइल डिफेन्स यंत्रणा का भी इस दौरान परीक्षण किया जाएगा, यह जानकारी ब्रिटिश सूत्रों ने साझा की है।

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