प्रधानमंत्री मोदी इनकी जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री से चर्चा

मनीला: भारत एवं आसियान परिषद तथा ईस्ट एशिया समिट के पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनकी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ऐबे, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल तथा व्हिएतनाम और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री से द्विपक्षीय चर्चा हुई है। आसियान परिषद में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदीने नियमों पर आधारित रक्षा विषयक रचना का पुरस्कार करके उसे भारत संपूर्ण सहयोग देगा, ऐसी गवाही दी है। स्पष्ट तौर पर उल्लेख न करके अंतरराष्ट्रीय नियम ठुकराने वाले तथा साउथ चाइना सी क्षेत्र पर अपना ही दावा करने वाले चीन पर प्रधानमंत्री मोदीने निशाना साधने के बात कहीं जा रहे हैं।

जापान और ऑस्ट्रेलियाभारत एवं आसियान परिषद तथा ईस्ट एशिया समिट इन दोनों परिषदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर पूर्व एशियाई देशों के बारे में भारत का अपनापन स्पष्ट किया है। इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय नियमों पर बने हुए सुरक्षा विषयक रचना का आग्रह प्रधानमंत्री मोदीने किया है और ऐसे रचना को भारत का संपूर्ण सहयोग होगा, ऐसा प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया है। उसी समय इस क्षेत्र में समस्या सुलझाने के लिए भारत अपना योगदान देगा, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री मोदीने इस क्षेत्र से भारत जुड़ा हुआ है, ऐसा रेखांकित किया है। इस परिषद में कट्टरपंथी विचारधारा एवं आतंकवाद के विरोध में ठोस भूमिका लेने का आवाहन प्रधानमंत्रीने किया है। दौरान इस परिषद की पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री मोदीने जापान, ऑस्ट्रेलिया, व्हिएतनाम और न्यूजीलैंड इन देशों के राष्ट्र प्रमुख से महत्वपूर्ण चर्चा की है। तथा चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग से द्विपक्षीय चर्चा नहीं हुई फिर भी दोनों नेता इस परिषद के दौरान औपचारिक रुप से मिलने का वृत्त है।

जापान और ऑस्ट्रेलियाभारत एवं जापान में द्विपक्षीय सहयोग दृढ़ करके दोनों देशों की वैश्विक साझेदारी बढ़ाने का निर्णय प्रधानमंत्री मोदी एवं प्रधानमंत्री ऐबे इनके द्विपक्षीय चर्चा में लिया गया है। तथा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल इनके साथ हुई चर्चा के बाद, भारत एवं ऑस्ट्रेलिया के संबंध अधिक सक्षम होने के बात प्रधानमंत्री मोदीने कही है। तथा ऑस्ट्रेलियन प्रधानमंत्रीने भारत के प्रधानमंत्री के साथ हुई चर्चा फलदायी होने की बात कही है। दौरान सोमवार को प्रधानमंत्री मोदीने अमरिकी राष्ट्रपति के साथ किए चर्चा की विस्तृत जानकारी ‘व्हाइट हाउस’ने उजागर की है। भारत एवं अमरिका यह दोनों महान जनतंत्रवादी देश है। इसीलिए ऐसे जनतंत्रवादी देशों के पास दुनिया का सर्वोत्तम लष्कर होना चाहिए, इस पर प्रधानमंत्री मोदी एवं राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इनका एकमत होने का दावा व्हाइट हाउसने किया है।

इसके लिए अमरिका एवं भारत ने एक दूसरों को सहायता करनी होगी, इस पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प एवं प्रधानमंत्री मोदी सहमत होने के बात व्हाइट हाउसने कही है।

आसियान परिषद शुरू होने से पहले फिलिपाईन्स की राजधानी में भारत, अमरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया इन देशों की रक्षा विषयक बैठक संपन्न हुई थी। उसके बाद भारतीय प्रधानमंत्रीने इन देशो के राष्ट्रप्रमुख के साथ हुई द्विपक्षीय चर्चा का महत्व बढ़ा है।

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