‘एफएटीएफ’ की कार्रवाई से ड़रे पाकिस्तान ने किया आतंकियों पर कार्रवाई करने का दिखावा

लाहोर – फ़रवरी में ‘फायनान्शियल ऐक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) की बैठक होनी है। ‘एफएटीएफ’ ने फिलहाल ‘ग्रे लिस्ट’ किए पाकिस्तान को इस बैठक में ‘ब्लैक लिस्ट’ किया जाएगा, ऐसी चिंता सता रही है। इस कार्रवाई से बचने के लिए पाकिस्तान की कोशिश शुरू हुई है। ‘जैश ए मोहम्मद’ नामक आतंकी संगठन के सरगना ‘मौलाना मसूद अज़हर’ के खिलाफ कार्रवाई करने का दिखावा करके पाकिस्तान अपने सर से तनाव घटाने की कोशिश कर रहा है। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तानी यंत्रणा ने मुंबई पर हुए आतंकी हमले के मास्टरमार्इंड में से एक ‘ज़किउर रेहमान लख्वी’ को गिरफ्तार करने की खबर प्राप्त हुई थी। यह भी पाकिस्तान के कार्रवाई करने के दिखावे का हिस्सा होने की बात दिख रही है।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरानवाला में ‘ऐंटी टेररिज़म कोर्ट’ (एटीसी) ने मसूद अज़हर के खिलाफ वॉरंट जारी किया है। अज़हर पर आतंकियों को आर्थिक सहायता करने का आरोप रखा गया है। साथ ही भड़काउ साहित्य प्रदान करने का मामूली आरोप भी अज़हर पर लगाया गया हैं। वास्तव में ‘जैश’ जैसे खतरनाक आतंकी संगठन के सरगना मसूद अज़हर ने भारत में भयंकर आतंकी हमले किए हैं। वर्ष २०१९ के फ़रवरी में जम्मू-कश्‍मीर के पुलवामा में आत्मघाती हमला करवाकर ‘जैश’ ने ‘सीआरपीएफ’ के ४० सैनिकों की हत्या की। यह हमला ‘मसूद अज़हर’ के इशारे से ही किया गया था। इससे पहले अज़हर ने भारत में कई आतंकी हमलें करवाए थे और भारत की संसद पर हुआ हमला भी अज़हर ने ही करावाया था।

इसके बावजूद अज़हर के खिलाफ तुलना में मामूली आरोप लगाकर पाकिस्तान अपनी अदालतों के द्वारा कार्रवाई करने का भ्रम निर्माण कर रहा है। अज़हर पाकिस्तान के बहावलपु में स्थित ‘सेफ हाउस’ में होने की बात कही जाती है। पाकिस्तान का कुख्यात गुप्तचर संगठन ‘आयएसआय’ अज़हर को सुरक्षा प्रदान करता रहा है। ऐसी स्थिति में अज़हर के खिलाफ पाकिस्तान में सख्त कार्रवाई की संभावना ही नहीं है। लेकिन, ‘एफएटीएफ’ के दबाव की वजह से पाकिस्तान कार्रवाई का यह दिखावा करने के लिए पाकिस्तान मज़बूर है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रभाव बढ़ रहा है। इसका असर भी अब दिखाई देने लगा है। इसी वजह से फ़रवरी में हो रही ‘एफएटीएफ’ की बैठक में पाकिस्तान को ‘ब्लैक लिस्ट’ करने में भारत कामयाब होगा, यह ड़र पाकिस्तान को सता रहा है।

ऐसी स्थिति में आतंकियों के आर्थिक स्रोत खंड़ित करने के लिए कार्रवाई करना अब पाकिस्तान की ज़रूरत बन चुकी है। कुछ दिन पहले ही मुंबई पर हुए आतंकी हमले के सूत्रधार ‘ज़कीउर रेहमान लख्वी’ को पाकिस्तान की यंत्रणा ने हिरासत में लिया था। अज़हर की तरह इसके खिलाफ भी मामुली आरोप लगाकर पाकिस्तान सख्त कार्रवाई करने से बचता हुआ दिखाई दिया है। लेकिन, पाकिस्तान की इन हरकतों पर अपनी नज़र है, यह इशारा अमरीका ने दिया था।

इसी बीच, अफ़गानिस्तान में आतंकी हमले कर रहा तालिबान का हक्कानी गुट पाकिस्तान की भूमि का इस्तेमाल करके ही इन हमलों को अंज़ाम दे रहा है। हक्कानी नेटवर्क के नेता पाकिस्तान में रह रहे हैं। लेकिन, मौजूदा दौर में ‘एफएटीएफ’ की कार्रवाई का खतरा बढ़ने की स्थिति में पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क के आतंकियों को अपने देश से अफ़गानिस्तान के हेल्मंड़ प्रांत में रवाना किया है।

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