श्रद्धा का दीप प्रज्वलित करें आदरणीय पोप फ्रांसिस का संदेश

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवेटिकन सिटी: अंतःकरण में श्रद्धा का दीप प्रज्वलित करें और ईश्वर के साथ भेंट की तैयारी करें, ऐसा संदेश ख्रिस्त धर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु आदरणीय पोप फ्रांसिस ने दिया है| रविवार को वेटिकन में आयोजित किए प्रार्थना सभा में पोप फ्रांसिस ने यह संदेश दिया है| युद्ध और आतंकवाद की वजह से सारे मानवता की हानि हुई है, ऐसे कहते हुए युद्ध से सामान्य लोगों को दूर रखें, ऐसा आवाहन पोप फ्रांसिस ने दुनियाभर के सरकार को किया है|

हम सभी अपने हृदय में श्रद्धा का दीप लगातार जागृत रखें एवं प्रभु येशु ख्रिस्त इस बात का हमेशा एहसास दिलाते रहते है, ऐसा पोप फ्रांसिस ने कहा है| इस द्वारा प्रभु येशु ख्रिस्त अपने जीवन में अनेक अंधेरी राते खत्म कर देंगे, इसलिए हमें श्रद्धा का दीप जलता रखकर, ईश्वर के साथ अपने भेंट की सिद्धता करनी चाहिए, ऐसा संदेश पोप फ्रांसिस ने दिया है| तथा पोप फ्रांसिस ने युद्ध एवं आतंकवाद की वजह से कुछ लोगों की नहीं बल्कि सारे मानवता की हानि होती है, ऐसा खेद व्यक्त किया है|

युद्ध के समय में भी आम जनता के साथ शत्रु के सैनिकों के मानवीय अधिकार की भी रक्षा करने का भरोसा देनेवाले जिनीवा करार को ७० वर्ष पूर्ण हुए हैं| इसका संदर्भ देते हुए पोप फ्रांसिस ने युद्ध और आतंकवाद के विरोध में अपनी भूमिका स्पष्ट तौर पर प्रस्तुत की है| युद्ध में आम जनता न फंसे, इसके लिए सभी देशों के सरकार ने प्रयत्न करने चाहिए, ऐसा आवाहन इस दौरान पोप फ्रांसिस ने किया है| यह अंतरराष्ट्रीय कानून सभी के लिए बंधनकारक है, इसका एहसास पोप फ्रांसिस ने दिलाया है|

असुरक्षित जनता के रक्षा की जिम्मेदारी तथा जनता के सुविधाओं पर हमले ना हो, इसकी जिम्मेदारी उन्होंने स्वीकारनी चाहिए| साथ ही जनता के श्रद्धास्थान पर एवं शरणार्थियों के शिविर पर होनेवाले हमलें रोकने चाहिए, ऐसा कहकर पोप फ्रांसिस ने उसके लिए आग्रही भूमिका ली है| मानवी जीवन में प्रत्येक क्षण महत्वपूर्ण है| इसका योग्य रूप से विनियोग करना यह अपनी जिम्मेदारी होने की बात की ओर पोप फ्रांसिस ने ध्यान आकर्षित किया है| इससे पहले भी पोप फ्रांसिस ने युद्ध आतंकवाद तथा मानव तस्करी एवं नशीले पदार्थ की तस्करी के विरोध में स्पष्ट भूमिका ली थी|

दुनिया भर में कई जगहों पर शुरू युद्ध, रक्तपात का दाखिला देते हुए पोप फ्रांसिस ने मानवतावाद का पुरस्कार किया था| तथा दया बुद्धि दिखाकर राजनैतिक एवं सामाजिक समस्या सुलझाने का आवाहन पोप फ्रांसिस ने दुनियाभर की जनता को किया था|

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