ईरान के हथियारों पर लगाए प्रतिबंध हटाने पर खाड़ी क्षेत्र अस्थिर होगा – अमरिका के विशेषदूत की चेतावनी

Iran-Gulf-USAरियाध – ‘संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ईरान के हथियारों पर लगाए प्रतिबंधों की वज़ह से हमें खाड़ी क्षेत्र में स्थिरता दिखाई दे रही है। लेकिन, यदि आनेवाले समय में इन हथियारों पर लगी पाबंदी ख़त्म हुई, तो ईरान आतंकियों के लिए हथियारों की आपूर्ति करनेवाला सबसे बड़ा निर्यातदार साबित होगा। ऐसा होनेपर खाड़ी क्षेत्र में अस्थिरता निर्माण होगी’, ऐसी चेतावनी अमरीका ने ईरान के लिए नियुक्त किए हुए विशेषदूत ब्रायन हूक ने दी है। इसके साथ ही, संयुक्त राष्ट्रसंघ ईरान के हथियारों पर लगाए प्रतिबंधों में बढ़ोतरी करें, यह माँग अमरीका ने की है और सौदी अरब एवं बहारिन जैसें देशों ने अमरीका की इस माँग का समर्थन किया है।

ईरान के हथियार खाड़ी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो रहे हैं और साथ ही, ईरान इन हथियारों की आपूर्ति आतंकियों को कर रहा है, यह आरोप रखकर संयुक्त राष्ट्रसंघ ने सन २०१० में ईरान के हथियारों पर प्रतिबंध लगाए थे। अब अक्तूबर महीने में ईरान के हथियारों पर लगाई पाबंदी की कालावधि ख़त्म हो रही है। ऐसी स्थिति में, ईरान पर नये से हथियारों की पाबंदी ना लगाएँ, यह माँग चीन और रशिया कर रहे हैं। वहीं, ईरान के हथियारों पर लगाई पाबंदी संयुक्त राष्ट्रसंघ जारी रखें, ऐसी माँग अमरीका और मित्रदेश कर रहे हैं। विशेषदूत ब्रायन हुक ने अपनी सौदी अरब की यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर अमरीका की भूमिका स्पष्ट की।

Iran-Gulf-USAसंयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रतिबंधों के कारण ही ईरान अबतक खाड़ी क्षेत्र में अपने हथियारी गुटों को हथियारों से लैस करने का काम चोरीछिपे कर रहा था। लेकिन, यदि ईरान के हथियारों पर लगाए प्रतिबंधों की मुदत बढ़ाई नहीं, तो ईरान जो हरकतें अंधेरे में चोरीछिपे कर रहा था, वही हरकतें वह खुले आम और सबके सामने करेगा। यह पाबंदी हटाने पर ईरान की हुकूमत और भी ताकतवर होगी और फिर खाड़ी क्षेत्र में भारी मात्रा में अस्थिरता फैलेगी’, यह चेतावनी हुक ने दी है। लेबेनान में स्थित हिजबुल्लाह, गाजापट्टी की हमास, येमन के हौथी बागी और इराक-सीरिया के हथियारी गुटों को ईरान से हो रही हथियारों की तस्करी को लेकर हुक ने दुनिया को सतर्क किया है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने पिछले दस वर्षों से ईरान के हथियारों पर लगाई पाबंदी और पिछले कुछ वर्षों से अमरीका ने ईरान पर लगाए कड़े आर्थिक प्रतिबंध, इनकी वज़ह से ईरान की अर्थव्यवस्था पर भारी असर हो रहा है। ईरान मित्रदेशों से लड़ाकू विमान, मिसाइल, टैंक, तोंपों की खरीद नहीं कर सका है। लेकिन, इस दौर में खाड़ी क्षेत्र में स्थित ईरान समर्थक आतंकी संगठनों को ईरान से हथियारों की आपूर्ति हो रही है, यह कहकर हुक ने, राष्ट्रसंघ ने लगाए प्रतिबंधों की अहमियत स्पष्ट की।

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