लीबियन बागियों ने त्रिपोली में ‘नो-फ्याय झोन’ घोषित किया

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कैरो – लीबिया की हुकूमत पर कब्जा करने के लिए पिछले कुछ महीनों से प्रधानमंत्री सेराज के विरोध में संघर्ष कर रहे बागियों ने राजधानी त्रिपोली में ‘नो फ्लाय’ झोन घोषित किया है| लीबियन बागियों के इस ऐलान की ओर गंभीरता से देखा जा रहा है| पिछले हफ्ते में राजधानी त्रिपोली की सीमा में गश्त कर रहे अमरिका और इटली के ड्रोन्स यकायक लापता हुए थे| इसके बाद लीबियन बागियों ने ‘नो फ्लाय’ झोन का ऐलान किया है|

लीबिया की सरकार से बगावत करके लीबियन नैशनल आर्मी (एलएनए) यह स्वतंत्र लष्करी संगठन का गठन करनेवाले ‘खलिफा हफ्तार’ ने राजधानी त्रिपोली में ‘नो फ्लाय’ झोन का ऐलान किया| ‘एनएनए’ के प्रवक्ता ‘अहमद अल मसमारी’ ने यह जानकारी दी है| जनरल खलिफा हफ्तार की मंजुरी के अलावा राजधानी त्रिपोली की हवाई सीमा से किसी भी विमान, हेलिकॉप्टर या ड्रोन को उडान भरने की अनुमति नही रहेगी’, यह बात मसमारी ने स्पष्ट की है|

इस वजह से राजधानी त्रिपोली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सेवा ‘एलएनए’ के ऐलान के साथ ही बंद हुई है| पर, राजधानी त्रिपोली का ‘मिटिगा’ यह अबतक अनदेखा रहा हवाई अड्डा ही सिर्फ शुरू रहेगा| मानवीय सहायता के लिए इस हवाई अड्डे से यातायात शुरू रहेगी, यह जानकारी ‘एनएलए’ के प्रवक्ता ने दी| इस ऐलान की वजह से अगले दिनों में त्रिपोली पर नियंत्रण पाने के लिए सेराज सरकार एवं बागियों के बीच तीव्र संघर्ष होगा, यह संकेत प्राप्त हो रहे है|

दो दिन पहले अमरिका और इटली के ड्रोन्स ने त्रिपोली के हवाई सीमा में गश्त की थी| पर, अगले कुछ घंटों में यह दोनों ड्रोन संबंधित सेना के राडार से लापता हुए| इन ड्रोन्स संबंधी लीबिया की सेराज सरकार ने प्रतिक्रिया नही दी थी| लीबियन सरकार का समर्थन कर रहे तुर्की ने यह कार्रवाई की होगी, यह संभावना व्यक्त की थी| 

लीबिया में तैनात तुर्की की ‘लेजर’ यंत्रणा ने इससे पहले भी संयुक्त अरब अमिरात (यूएई) का ड्रोन गिराया था| इस वजह से इस बार भी तुर्की ने अमरिका और इटली का ड्रोन गिराया होगा, यह आशंका व्यक्त की जा रही थी| पर, लीबियन सेना ने गलती से हुई कार्रवाई में अमरिका और इटली का ड्रोन गिराने की बात लीबियन सरकार ने स्वीकारी है| इस घटना के बाद हफ्तार बागियों ने राजधानी त्रिपोली में ‘नो फ्लाय’ झोन घोषित किया है| इस वजह से बागियों के इस निर्णय को अमरिका भी समर्थन प्राप्त होने का दावा लीबियन सरकार से जुडे माध्यम कर रहे है|

वर्ष २०१४ से लीबिया में दो बडे गुट बने है| तुर्की और संयुक्त राष्ट्रसंघ का समर्थन रखनेवाली सेराज की सरकार का राजधानी त्रिपोली के साथ लीबिया के पश्‍चिमी हिस्से पर नियंत्रण है| इसी बीच रशिया, यूएई का समर्थन प्राप्त बागियों ने लीबिया के पूर्वीय हिस्से पर नियंत्रण प्राप्त किया है| पिछले कुछ महीनों से लीबियन बागियों ने राजधानी त्रिपोली पर कब्जा करने के लिए हमलें शुरू किए है और इस वजह से लीबिया में शुरू संघर्ष तीव्र हुआ है|

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