‘लश्कर’ व ‘हाफ़िज’ पाकिस्तान के लिए तकलीफ़ बना है – पाकिस्तान के विदेशमंत्री का इकबालिया-बयान

न्यूयॉर्क /इस्लामाबाद: लश्कर-ए-तोएबा और हाफिज सईद पाकिस्तान के लिए तकलीफ बना है यह पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा असिफ ने मानने पर, उनपर पाकिस्तान से कड़ी टीका शुरू हुई है। “ऐसा विदेश मंत्री होते हुए पाकिस्तान को शत्रु की आवश्यकता नहीं” ऐसा विधान विरोधीपक्ष नेता इम्रान खान ने किया है। पाकिस्तानी माध्यम ने ‘हाफिज सईद’ एवं लश्कर का पक्ष उठाकर ख्वाजा असिफ को लक्ष्य किया है।

अमरीका के ‘एशिया सोसाइटी’ मे आयोजित किए कार्यक्रम मे बोलते समय पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद असिफ ने भड़काऊ विधान किए है। मुंबई पर आतंकी हमला करनेवाले लश्कर-ए-तोयबा यह आतंकवादी संगठन पाकिस्तान मे आज भी सक्रिय है। तथा इन हमलो का सूत्रधार हाफिज सईद ने राजकीय पक्ष स्थापित करके इस पक्ष ने चुनाव मे भी सहभाग लिया है। उसकी वजह से लश्कर एवं हफ़ीज़ सईद के बारे मे ख्वाजा असिफ ने इस कार्यक्रम मे पूछे प्रश्न पूछा गया था। उसे उत्तर देते हुए पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने लश्कर एवं हाफिज सईद पाकिस्तान के लिए तकलीफ बनने की बात मानी है।

‘लश्कर’फिलहाल हाफिज सईद नजर कैद मे है, उसकी याद ख्वाजा असिफ ने दिलाई है। पर ऐसे प्रकार के आतंकी संगठन एवं आतंकवादी नेता पर कारवाई के लिए आवश्यक धन-संपत्ति हमारे पास फिलहाल नहीं है। उनपर कारवाई के लिए हमे थोड़े अवधि की जरूरत है। तब तक यह प्रश्न बार-बार उपस्थित करके हमारे दिमाग का भार न बढ़ाएं, ऐसा पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने कहा है। उस समय हाफिज सईद एवं हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादी बहुत समय तक अमरीका को प्रिय थे, यह कहकर विदेशमंत्री ख्वाजा असिफने अमरीका को सुनाया है।

१९७० साल तक पाकिस्तान का समाज बहु-सांस्कृतिक पर विश्वास रखनेवाला था। पर ८० के दशक मे इस समाज मे जिहादी मानसिकता बढ़ने लगी और उससे पाकिस्तान का इतिहास बदल गया। इसकी वजह से हमारे सच्चे नायक खलनायक बन गए है। यह सब कुछ हमारे अमरीका नामक मित्र देश के लिए उस समय बहुत ही अनुकूल था, ऐसा कहकर ख्वाजा असिफ ने पाकिस्तान की सद्य स्थिती के लिए अमरीका जिम्मेदार होने की बात कही है।

लश्कर एवं हाफिज सईद के बारे मे असिफ ने किए विधान अंतरराष्ट्रीय माध्यमों ने उठाते हुए, पाकिस्तान मे आतंकवादी प्रभाव विदेशमंत्री असिफ ने स्पष्ट तौर पर मानने का दावा माध्यमों ने किया है और पाकिस्तान से इसपर तीव्र प्रतिक्रिया आ रही है। पाकिस्तान के विरोधी पक्ष नेता इम्रान खान ने ख्वाजा असिफ इनके जैसे विदेश मंत्री होते हुए पाकिस्तान को शत्रु की आवश्यकता न होने का आरोप किया है। उसमे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से नीचे उतरे नवाज शरीफ और उनके चेले पाकिस्तान को संकट मे डाल रहे है, ऐसी टीका भी इम्रान खान ने की है।

पाकिस्तान के प्रसार माध्यमों ने ख्वाजा असिफ को निशाना किया है और यह विधान गैर जिम्मेदार कहकर इससे पाकिस्तान के सामने आवाहन अधिक बढ़ने का दावा किया है।

दौरान पाकिस्तान के अमरीका के भूतपूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने आतंकवादियों का सामना करने के लिए अधिक समय मांगने वाले ख्वाजा असिफ का समाचार लिया है।

पिछले २८ वर्ष पाकिस्तान आतंकवादियों पर कारवाई करने के लिए समय मांग रहा है, इस पर हुसैन हक्कानीने ध्यान केंद्रित किया है। तथा लश्कर-ए-तोएबा का निर्माण १९९० तो जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना सन २००० मे होने की याद दिलाकर दोनों आतंकी संगठन के निर्माण के लिए अमरीका को जिम्मेदार नहीं समझ सकते, ऐसा विधान हुसैन हक्कानी ने किया है।

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