दुनिया भर के कुर्द से इस्राइल की भूमिका का स्वागत

ब्रूसेल्स / जेरूसलम: कुर्दिस्तान की स्वतंत्रता को इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने समर्थन देने के बाद दुनिया भर के कुर्द लोगों से उसका जोरदार स्वागत हुआ है। इराक के इरबिल शहर से जर्मनी, स्वित्जरलॅंड, स्वीडन, नॉर्वे, बेल्जियम इन युरोपियन देशों में कुर्द वंशजों ने रास्ते पर उतरकर इस्राइल का ध्वज फहराकर अपनी कृतज्ञता और आनंद व्यक्त किया है।

 स्वागत

अगले हफ्ते में २५ सितंबर के रोज इराक में स्वतंत्र कुर्दिस्तान के लिए सार्वमत लिया जाने वाला है। पिछले ३ वर्षों से चला आ रहा कुर्द और आयएस के विरोध का संघर्ष नियंत्रित हुआ है। इसकी वजह से कुर्दिस्तान की स्वतंत्रता के लिए यह समय होने का दावा कुर्द नेते कर रहे हैं। पिछले अनेक दशकों से कुर्दिस्तान का प्रश्न प्रलंबित होने की टीका कुर्द नेताओं से की जा रही है। ऑटोमन साम्राज्य विलीन होने के बाद कुर्द जनता तुर्की, ईरान, सीरिया, इराक और आर्मेनिया इन देशों में फैली है। इस पृष्ठभूमि पर इराक के उत्तर प्रांत में अधिक संख्या बल होने वाले कुर्दों ने सार्वमत लेने की तैयारी की है।

पर स्वतंत्र कुर्दिस्तान की मांग को अंतरराष्ट्रीय स्तर अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिलने की टीका कुर्द नेता कर रहे हैं। स्वतंत्र कुर्दिस्तान के लिए सार्वमत पर अमरीका का समर्थन में होने की बात व्हाइट हाउस ने पिछले हफ्ते की थी। तथा इराक, सीरिया के आयएएस विरोधी संघर्ष में कुर्द से सहायता लेने वाले अन्य देश भी सार्वमत का निर्णय आगे धकेलने के लिए कुर्द नेताओं पर दबाव ला रहे हैं। पर पिछले हफ्ते स्वतंत्र कुर्दिस्तान के लिए इस्राइल का समर्थन होने की बात इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने कही और उस वजह से दुनिया भर के कुर्द वंशियों में उत्साह बढ़ गया। इराक के साथ युरोप में कुर्द वंशजों ने इस्राइल की भूमिका का जोरदार स्वागत किया है।

कुर्दिस्तान के सार्वमत की घोषणा होने के बाद ५ सितंबर से युरोपीय देशों में कुर्द वंशजों ने स्वतंत्र कुर्दिस्तान के समर्थन के लिए बड़ी रैली का आयोजन किया था। जर्मनी के कोलोन, हैम्बर्ग शहरों के साथ स्वित्जरलॅंड की राजधानी जिनीवा, बेल्जियम की राजधानी ब्रूसेल्स, स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम तथा नॉर्वे के ओस्लो इन शहरों में स्वतंत्र कुर्दिस्तान के लिए निदर्शन हुए हैं।

उस समय कुर्द वंशियों ने कुर्दिस्तान के ध्वज के साथ इस्राइल का ध्वज फहराकर प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने दिए समर्थन पर कृतज्ञता व्यक्त की है। ज्यू तथा कुर्द वंशियों के ऐतिहासिक संबंध से इस्राइल का समर्थन को जिम्मेदार होने का दावा युरोपिय माध्यम से किया जा रहा है।

इस्राइल के निर्माण से पहले हजारों ज्यूवंशीय इराकी कुर्दिस्तान भाग में वास्तव्य के लिए थे। इराक के भूतपूर्व हुकुमशाह सद्दाम हुसैन की सल्तनत मे कुर्दों पर अत्याचार होते वक्त इस्राइलने कुर्द को सहायता दी थी। इस पृष्ठभूमि पर पाश्चात्य मध्यम तथा विश्लेषक ध्यान केंद्रित कर

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