जापान के किनारे पर दाखिल हुए कोरियन घोस्ट शिप मे ८ शव

टोकियो: मध्य जापान में कानाझावा समुद्र किनारे पर बहते हुए आए कोरियन घोस्ट शिप में लगभग ८ शव प्राप्त हुए हैं। इन शवों के साथ उत्तर कोरिया के संस्थापक किम टू सुंग एवं भूतपूर्व हुकुमशाह किम जॉंग इल की तस्वीरें होनेवाले बैच प्राप्त हुए हैं। पिछले हफ्ते में नांव बहती हुई आने की जानकारी जापानी पुलिस एवं तटरक्षक दल ने दी है। पिछले वर्ष उत्तर कोरिया में ऐसे प्रकार के लगभग १०४ घोस्ट शिप जापान की सीमा में आए थे।

पिछले हफ्ते में जापान के कनाझावा सागरी किनारे पर एक लकड़ी नांव बहने की जानकारी जापान के यंत्रणा से मिली थी। पर खराब तापमान की वजह से इस नांव की जांच करना संभव नहीं था। सोमवार को जापानी यंत्रणा ने नांव की जांच की जिस में ७ शव प्राप्त हुए हैं। नांव में एक शव् उस से कई मीटर अंतर पर बरामद हुआ है, ऐसी जानकारी अधिकारियों ने भी है। इन शवों का पोस्टमार्टम रिपोर्ट हाथ आया है और यह व्यक्ति ३० से ५० वर्ष आयु के होने की जानकारी अधिकारियों ने दी है।

शव की सडन शुरू होने से उनकी पहचान करना मुश्किल था। नांव में एक पेटी बरामद हुई है, जिस में कोरियन भाषा में कई पत्र लिखे हैं, ऐसा नांव की जांच करने वाले अधिकारियों ने कहा है। इस से पहले बहकर आए हुए, नांव पर उत्तर कोरिया के निशान बरामद हुए थे। पर इस नांव पर वैसा कुछ भी नहीं दिखाई दिया, ऐसा अधिकारी ने स्पष्ट किया है। जापानी प्रसार माध्यमों में नांव पर उत्तर कोरिया के नेताओं की तस्वीरें होने वाले बैच बरामद होने का दावा किया है।

सन २०१३ से उत्तर कोरिया से जापान में बहकर आने वाले घोस्ट शिप में बड़ी तादाद में बढ़त हुई है। सन २०१६ में उत्तर कोरिया के ६४ घोस्ट शिप जापान में बहकर आए थे। तथा २०१७ में इस की संख्या लगभग १०४ पर जा पहुंची थी। इन में अधिकतम नांव में शव एवं निशान के व्यतिरिक्त कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ था।

जापान में बहकर आए घोस्ट शिप में मुख्य तौर पर मछुआरे नांव का समावेश है। उत्तर कोरिया पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने जारी किए प्रतिबंध, सरकार से ज्यादा मत्स्य व्यवसाय करने का दबाव, पर्याप्त सुविधा एवं ईंधन उन की कमी, इस के साथ अनेक घटक इन घोस्ट शिप के बढ़ती संख्या के लिए जिम्मेदार होने का दावा किया जा रहा है। जापान में कई अभ्यासको ने ऐसे घोस्ट शिप का उपयोग जासूसी के लिए हो सकता है, ऐसा सूचित किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.