रक्षाबलों का ‘संयुक्त थिएटर कमांड’ समय की ज़रूरत है – सेनाप्रमुख जनरल नरवणे

सिकंदराबाद – तीनों रक्षाबलों के प्रमुख पद के लिए रक्षाबलप्रमुख (सीडीएस) की नियुक्ती करने के बाद देश की सुरक्षा अधिक प्रभावी करने के लिए रक्षाबलों का संयुक्त थिएटर कमांड स्थापित करना अब समय की ज़रूरत है। युद्ध और शांति के दौर में तीनों बलों की क्षमता और तैयारी का समन्वय करने के लिए संयुक्त थिएटर कमांड स्थापित करना रक्षाबलों के सुधार के लिए काफी अहम कदम साबित होगा, यह बयान सेनाप्रमुख जनरल मुकुंद नरवणे ने किया है। आधुनिक लड़ाई के लिए संयुक्त थिएटर कमांड़ अनिवार्य है, यह बात सेनाप्रमुख ने रेखांकित की। इस वजह से भविष्य में तीनों सेनाबल संयुक्त रूप से लड़ने के नए विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं, यह संकेत सेनाप्रमुख के बयान से प्राप्त हो रहे हैं।

Joint-theater-commandभारत, विश्‍व में सबसे बड़ी सेना वाला दूसरे क्रमांक का देश है। भारतीय रक्षाबलों में १३ लाख से अधिक सैनिकों का समावेश है और इतनी बड़ी सेना संख्या का समन्वय करने के लिए संयुक्त थिएटर कमांड की आवश्‍यकता होने की कल्पना इससे पहले ही पेश की गई थी। विश्‍वभर में रणनीति और युद्ध की तकनीक में बदलाव हो रहा है और ऐसे में स्पेस कमांड़ या अंतरिक्ष युद्ध की ओर भी बड़ी गंभीरता से देखा जाना आवश्‍यक है। ऐसी स्थिति में भारत ने रक्षाबलों के सुधार की ओर ध्यान देने का मुद्दा इससे पहले रक्षा मंत्रालय और तीनों दलों की बैठक में उपस्थित किया गया था।

कुछ महीने पहले भारत ने पहली बार ‘सीडीएस’ की नियुकी की, सेना से संबंधित व्यवहार का विभाग गठित किया, इसके अलावा भारतीय स्पेस कमांड स्थापित करने की दिशा में अहम कदम उठाया। आधुनिक युद्ध तकनीक के दौर में देश ने सामरिक नज़रिये से किए यह निर्णय ध्यान आकर्षित करनेवाले साबित होते हैं। लेकिन, संयुक्त थिएटर कमांड के मुद्दे पर अब तक कोई भी भूमिका अपनाई नहीं गई थी। लेकिन, सिकंदराबाद के ‘कॉलेज ऑफ डिफेन्स मैनेजमेंट’ और ‘बायसन डिविजन’ के कार्यक्रम में बोलते समय सेनाप्रमुख ने संयुक्त थिएटर कमांड के बारे में अपना विचार रखा।

संयुक्त नेतृत्व के तहत एकात्मिक नियोजन और ऑपरेशन्स पर आधारित प्रगत युद्ध की आवश्‍यकता पूरी करनी ही संयुक्त थिएटर कमांड का बुनियादी विचार होने की बात सेनाप्रमुख ने स्पष्ट की। इस संयुक्त थिएटर कमांड में तीनों रक्षाबलों के प्रमुखों के बजाय संबंधित बलों के घटक एक ही नेतृत्व में कार्यरत रहेंगे, यह जानकारी सेनाप्रमुख जनरल नरवणे ने साझा की। इस संयुक्त थिएटर कमांड के बारे में हम उत्सुक हैं और इसकी वजह से तीनों सेनाबलों में समन्वय स्थापित होगा और भविष्य में युद्ध में अच्छे परिणाम भी प्राप्त होंगे, यह विश्‍वास सेनाप्रमुख ने व्यक्त किया। इस संयुक्त थिएटर कमांड के लिए कुछ समय लगेगा, यह बयान भी जनरल नरवणे ने किया।

इसी बीच वर्ष के शुरू में रक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत ने संयुक्त थिएटर कमांड के मुद्दे पर अहम ऐलान किया था। देश की सुरक्षा के लिए पांच थिएटर कमांड की आवश्‍यकता होने का मुद्दा रक्षाबलप्रमुख ने रेखांकित किया था। इसमें समुद्री सुरक्षा के लिए स्वतंत्र थिएटर कमांड रहेगा, यह बयान भी जनरल रावत ने किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.