‘जम्मू-कश्मीर’ और ‘पीओके’ में तुलना नहीं हो सकती : भारत का युनो के मानवाधिकार आयोग को जवाब

नवी दिल्ली, दि. १४ (वृत्तसंस्था) – ‘जम्मू-कश्मीर की पाकिस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर (पीओके) के साथ तुलना नहीं हो सकती| जम्मू-कश्मीर में जननिर्वाचित सरकार है| लेकिन ‘पीओके’ में ज़बरन बिठाई गई सरकार है| जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्र न्यायसंस्था, सक्रिय मीडिया और गतिशील समाज है| लेकिन ‘पीओके’ दुनियाभर में आतंकियों की निर्यात करनेवाला केंद्र बना है, ऐसे तीख़े शब्दों में भारत ने संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार आयोग के उच्चायुक्त को जवाब दिया है| साथ ही, मानवाधिकार आयोग को गुमराह करनेवाली जानकारी कोई दे रहा है, ऐसा भारत के विदेशमंत्रालय ने कहा है|

‘पीओके’कश्मीर और बलुचिस्तान में जारी हिंसाचार को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार आयोग ने यहाँ पर अपना पथक भेजने की तैयारी की थी| इस संदर्भ में, ‘हम भारत की अनुमती की राह देख रहे हैं’ ऐसा संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार आयोग के उच्चायुक्त ‘झैद राद अल-हुसेन’ ने हाल ही में कहा था| पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर में हिंसाचार के सिलसिले में आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेबुनियाद बातें कर रहा है| इससे पहले पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को खत लिखकर, जम्मू-कश्मीर के हिंसाचार के बारे में भारत के खिलाफ़ शिक़ायत की थी| इस पृष्ठभूमि पर, ‘झैद राद अल-हुसेन’ ने ‘जम्मू-कश्मीर’ और ‘पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर’ समेत, बलुचिस्तान में जारी हिंसाचार के बारे में चिंता जताई थी| इसपर भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में ऐतराज़ दर्ज किया था|

हिंसाचार के मुद्दे पर ‘जम्मू-कश्मीर’ और ‘पीओेके’ को एक ही तराजू में नापा नहीं जा सकता, ऐसा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा| ‘जम्मू-कश्मीर में फिलहाल जो स्थिति है, वह सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड में एक आतंकी के मारे जाने के बाद निर्माण हुई है| साथ ही, पाकिस्तान से निर्यात होनेवाले आतंकवाद से जम्मू-कश्मीर के हालात बिगड़े हैं|

आतंकवादी गतिविधियाँ यह मानवाधिकारों का सबसे बडा उल्लंघन है| आतंकवाद मानवता और मानवाधिकारों का सबसे बड़ा दुश्मन है| आतंकवाद की ओर इस नज़रिये से देखा जाना चाहिए| संयुक्त राष्ट्र के पर्यवेक्षक को यह बात समझनी होगी’ ऐसी फटकार विकास स्वरूप ने लगाई|

मानवाधिकार के उच्चायुक्त को कश्मीर की स्थिति के बारे में कोई तो ग़लत और गुमराह करनेवाली जानकारी दे रहा है, ऐसा कहते हुए स्वरूप ने पाकिस्तान पर निशाना साधा|

जम्मू-कश्मीर के हिंसाचार में सुरक्षाबलों के जवान बड़ी संख्या में घायल हुए हैं| इसे देखा जाये, तो भारत के सुरक्षाबलों ने संयम बरतते हुए यहाँ पर कार्रवाई की है, ऐसा स्पष्ट हो रहा है, इसपर भी स्वरूप ने ग़ौर फ़रमाया|

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