जापान के कीर्तिमान वित्तीय प्रदर्शन से विश्व अर्थव्यवस्था को दिलासा- प्रधानमंत्री एबे की नीतियों को सफलता मिलने के स्पष्ट संकेत

टोकियो: विश्व की तीसरे क्रमांक की अर्थव्यवस्था जापान ने कीर्तिमान प्रदर्शन दर्ज करके अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। सन २०१६ के शुरूआत से लगातार डेढ़ वर्ष जापान ने अपने आर्थिक वृद्धि दर की गति को बढ़ता रखा है और करीब दशक के बाद जापान को इस तरह की बढ़ोत्तरी दर्ज करने में सफलता मिली है। जापान का आर्थिक वृद्धि दर ४ प्रतिशत तक पहुंचा है, ऐसा कहा जा रहा है और ‘जी-७’ समूह के सदस्य देशों में यह सर्वोत्तम प्रदर्शन है। अमरीका, चीन और यूरोपीय अर्थव्यवस्था पिछाड़ी पर हैं और ऐसे में जापान ने किया हुआ प्रदर्शन विश्व अर्थव्यवस्था को दिलासा देने वाली है।

जापान सरकार ने प्रदर्शित की हुई जानकारी के अनुसार, अप्रैल से जून २०१७ इस तिमाही में जापानी अर्थव्यवस्था ने अपनी गति कायम रखने में सफलता प्राप्त की है। वित्तीय वर्ष के वृद्धि दर की तुलना में अप्रैल से जून इस तिमाही में लगभग चार प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। जापान की अर्थव्यवस्था की यह कीर्तिमान बढ़ोत्तरी साबित हुई है। करीब दशक के बाद पहली बार जापानी अर्थव्यवस्था को लगातार डेढ़ साल आर्थिक वृद्धि दर में बढ़ोत्तरी दर्ज करने में सफलता प्राप्त हुई है। इससे पहले २००५-०६ इस कालावधि में जापानी अर्थव्यवस्था ने लगातार डेढ़ साल सकारात्मक आर्थिक वृद्धि दर दर्ज कराने का कारनामा कर दिखाया था।

अन्तर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में नई मंदी के इशारे दिए जा रहे हैं, ऐसे में विश्व की तीसरे क्रमांक की अर्थव्यवस्था ने कीर्तिमान प्रदर्शन दर्ज करके सबका ध्यान आकर्षित कर लिया है। इस प्रदर्शन के पीछे जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे ने पांच साल पहले शुरू किए ‘ऍबेनोमिक्स’ की नीति मुख्य कारण होने की बात कही जा रही है। ‘आर्थिक सुधार’, ‘पतनीति में शिथिलता’, और ‘प्रचंड सरकारी अर्थ सहाय्य’ यह बातें ‘थ्री ऍरोज ऑफ़ ऍबेनोमिक्स’ के तौर पर पहचानी जाती हैं।

शुरूआती समय में शेअर बाजार में आई हुई तेजी और बड़ी कंपनियों के मुनाफे में हुई बढ़ोत्तरी, सिर्फ इसके लिए ही ‘ऍबेनोमिक्स’ की नीति सफल रहने की टीका की जा रही थी। लेकिन पांच साल के बाद इसके सकारात्मक परिणाम हाथ में आना शुरू हो गया है, ऐसा इन आंकड़ों से दिखाई दे रहा है। लगातार छठी तिमाही में अर्थव्यवस्था ने की हुई आशादायी प्रदर्शन के पीछे स्थानीय स्तर पर जापानी जनता की ओर से बढ़ी हुई माँग और खरीदारी की क्षमता और निवेश में हुई बढ़ोत्तरी इन चीजों का कारण है।

जापानी जनता की ओर से की गई खरीदारी में ३.७ प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। औद्योगिक स्तर पर निवेश में १० प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है और सार्वजनिक निवेश २२ प्रतिशत से बढ़ गया है। जापान के आर्थिक प्रदर्शन के यह घटक आर्थिक वृद्धि अल्पकालिक न होने के संकेत देने वाले हैं, ऐसा दावा विविध वित्तीय विशेषज्ञों ने और अभ्यासकों ने किया है। इस कीर्तिमान कारनामे के बाद जापानी अर्थव्यवस्था की व्याप्ति ४.९७ लाख करोड़ डॉलर्स तक बढ़ी है, ऐसा कहा जा रहा है।

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