अमरिका-ईरान तनाव की पृष्ठभूमि पर जापान के प्रधानमंत्री एबे शिंजो कर रहे है खाडी देशों की यात्रा

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रियाध/टोकिओ – जापान के प्रधानमंत्री एबे शिंजो पांच दिन की खाडी देशों की यात्रा कर रहे है| इस यात्रा के दौरान पहले स्तर पर वह सौदी अरब की राजधानी रियाध पहुंचे है| अमरिका ने ईरान के जनरल कासेम सुलेमानी पर की कार्रवाई की पृष्ठभूमि पर खाडी के ईंधन का प्रमुख खरीदार होनेवाले जापान के नेता की यह यात्रा ध्यान आकर्षित कर रही है| शनिवार देर रात सौदी पहुंचते ही प्रधानमंत्री एबे ने ईरान के साथ संघर्ष करना पुरी दुनिया में शांति और स्थिरता बिगाडनेवाला हो सकता है, यह इशारा दिया|

पिछले कुछ महीनों में जापान ने खाडी क्षेत्र में मध्यस्थता करने के नजरिए से गतिविधियां शुरू करने की बात सामने आयी थी| वर्ष २०१९ में सौदी अरब, यूएई, नार्वे और जापान के ईंधन टैंकर्स पर हुए हमलों के बाद पर्शियन खाडी में ईंधन की यातायात की सुरक्षा चिंता का विषय बनी थी| जापान, यह खाडी के ईंधन का प्रमुख ग्राहक होने से यह मुद्दा जापान के लिए बडा अहम है| इस वजह से जापान ने एक ओर अमरिका एवं यूरोपिय देशों के साथ बातचीत शुरू करके खाडी के देशों से बातचीत करने की तैयारी भी रखी है|

पिछले वर्ष जून महीने में जापान के प्रधानमंत्री ने ईरान की यात्रा की थी| इसके बाद दिसंबर महीने में ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने जापान की यात्रा करके एबे से बातचीत की थी| इसके बाद जापान के प्रधानमंत्री एबे अपनी खाडी देशों की यात्रा में सौदी अरब के साथ ही यूएई और ओमान जा रहे| सौदी अरब और अमिराती यह दोनों देश जापान को क्रुड ईंधन की सबसे अधिक आपुर्ति करते है| इस वजह से उनकी यह यात्रा ईंधन आपुर्ति सुरक्षित रखने के लिए हो रही कोशिशों का हिस्सा समझी जा रही है|

साथ ही एबे की इस यात्रा को अमरिका ने ईरानी जनरल सुलेमानी की हत्या करने के बाद खाडी में बने तनाव की भी पृष्ठभूमि भी है| जापान यह अमरिका के मित्रदेश के तौर पर जाना जाता है| पिछले वर्ष पर्शियन खाडी में ईंधन टैंकर्स पर हुए हमलें और सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद अमरिका ने अपने मित्रदेशों का गठबंधन करने की गतिविधियां शुरू की थी| 

अमरिका ने अपने मित्रदेशों को ईरान के विरोध में नौसेना के मोर्चे में शामिल होने का निवेदन किया था| इसमें जापान भी शामिल था| होर्मुझ की खाडी एवं ओमान की खाडी, अरब सागर और बाब अल मंदाब की खाडी ऐसे बडे अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में जापान की विध्वंसक और गश्ती विमान तैनात करने का ऐलान जापान ने किया था| युद्धपोत और विमानों के साथ लष्करी दल भी खाडी में भेजा जाएगा, यह ऐलान जापान ने पिछले सप्ताह में ही किया था| 

सुरक्षित ईंधन सप्लाई के साथ खाडी के देशों समेत बने संबंधों का इस्तेमाल करके इस क्षेत्र का तनाव कम करने की कोशिश करना, यह जापानी प्रधानमंत्री की इस यात्रा का उद्देश्य होगा, यह संकेत भी एबे प्रशासन से संबंधित सूत्रों ने दिए है| शनिवार की रात रियाध पहुंचते ही प्रधानमंत्री एबे ने सौदी अरब के प्रमुख ‘किंग सलमान’ एवं ‘प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान’ से भेंट करके खाडी में बने तनाव पर बातचीत करने की जानकारी सौदी के माध्यमों ने जारी की है|

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