जापान के रक्षा मंत्री ने की ब्रिटेन के विमानवाहक युद्धपोत की भेंट

टोकिओ/लंडन – जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने सोमवार को ब्रिटेन के विमानवाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्विन एलिझाबेथ’ की भेंट की। ब्रिटिश विमानवाहक युद्धपोत इन दिनों जापान के दौरे पर है। सोमवार को पहली ही बार ‘एचएमएस क्विन एलिझाबेथ’ ने जापान के योकोसुका बंदरगाह की भेंट की। इस समय जापान के रक्षा मंत्री ने चीन से बढ़ते खतरे का जिक्र करके, युरोपियन देशों ने इस क्षेत्र की ओर दिया ध्यान महत्वपूर्ण साबित होता है, ऐसा कहा है।

hms-queen-elizabeth-japan-02पिछले कुछ सालों में चीन की विस्तारवादी गतिविधियाँ बढ़ी होकर, साउथ चाइना सी, ईस्ट चाइना सी समेत पूरे पैसिफिक क्षेत्र पर प्रभाव बढ़ाने के लिए आक्रामक नीति अपनाई जा रही है। चीन की इस आक्रामकता को रोकने के लिए अमरीका ने पहल की होकर, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के सहयोगी देशों समेत युरोप के मित्र देशों को भी अधिक सक्रिय होने का आवाहन किया है। उसके बाद फ्रान्स, जर्मनी, ब्रिटेन जैसे देशों ने इंडो-पैसिफिक में अपनी गतिविधियाँ बढ़ाने के संकेत दिए हैं।

Japan-Defense-Minister-Nobuo-Kishi-01उन देशों ने इसके लिए स्वतंत्र नीति भी घोषित की होकर, ‘फ्रीडम ऑफ नेव्हिगेशन’ के मुद्दे पर जोर देकर रक्षा तैनाती के संकेत दिए हैं। उसी के भाग के रूप में इन दिनों ब्रिटेन का विमानवाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्विन एलिझाबेथ’ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में होकर, सोमवार को इस विमानवाहक युद्धपोत ने जापान के योकोसुका बंदरगाह की भेंट की। ब्रिटेन के विमानवाहक युद्धपोत ने जापान के बंदरगाह को पहली ही बार ‘पोर्ट कॉल’ दिया है। बंदरगाह की भेंट करने से पहले ‘एचएमएस क्विन एलिझाबेथ’ ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमरीका, दक्षिण कोरिया तथा जापान के साथ नौसेना अभ्यास किया होने की जानकारी भी सामने आई है।

‘चीन की हुकूमत द्वारा साउथ चाइना सी और ईस्ट चाइना सी की विद्यमान स्थिति बदलने की कोशिश जारी है। युरोपियन देशों ने इसकी दखल ली होकर, यह बात महत्वपूर्ण साबित होती है। अन्य देशों का ध्यान होने के कारण इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने में सहायता होगी। ब्रिटेन के विमानवाहक युद्धपोत की भेंट, जापान और ब्रिटेन के बीच रक्षा सहयोग विकसित करने में अमूल्य योगदान दे सकती है’, ऐसी प्रतिक्रिया जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने दी। इस समय जापान में नियुक्त ब्रिटेन की राजदूत ज्युलिआ लॉंगबॉटम भी उपस्थित थीं।

जुलाई महीने में ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वॉलेस समेत उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने जापान का दौरा किया था। उस समय ब्रिटेन ने जापान के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने की घोषणा की थी। जापानी नौसेना के साथ किए हुए अभ्यास और विमानवाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्वीन एलिझाबेथ’ का पोर्ट कॉल, ये दोनों बातें इस बढ़ते सहयोग का ही भाग माना जाता है। 

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