रक्षा खर्च बढाने वाला जापान आत्मघात करेगा- उत्तर कोरिया का नया इशारा

सेवूल/टोकियो: उत्तर कोरिया के बैलेस्टिक मिसाइल सिर से गुजरने के बाद जापान ने मिसाइल भेदी यंत्रणा की तैनाती के लिए गतिविधियाँ तीव्र की हैं। इसके लिए जापान की सरकार रक्षा खर्च में बढ़ोत्तरी करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। लेकिन अगर जापान अमरिका की सहायता लेकर रक्षा खर्च में बढ़ोत्तरी करता है, तो वह जापान के आत्मविनाश का कारण साबित होगा, ऐसा इशारा उत्तर कोरिया ने दिया है।

मिसाइल भेदी यंत्रणा

अमरिका और मित्र देशों ने उत्तर कोरिया पर शुरू की हुई टीका में जापान हिस्सा न ले, ऐसा उत्तर कोरिया की अधिकृत वृत्तसंस्था ने इशारा दिया है। ‘उत्तर कोरिया की लश्करी गतिविधियों के खिलाफ अमरिका की ओर से किए जाने वाली कार्रवाइयों में जापान भी खुलकर हिस्सा ले रहा है। यह लश्करी सहायता कोरियन इलाके के लिए खतरा साबित हो सकती है। अमरिका को समर्थन देकर जापान आत्मघात कर रहा है। लेकिन इसका थोडा भी एहसास जापान को नही है’, ऐसा इशारा उत्तर कोरिया की वृत्तसंस्था ने दिया है।

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ऍबे ने गुरुवार को देश का रक्षा खर्च ‘५.२६ ट्रिलियन येन’ तक ले जाने की घोषणा की है। उत्तर कोरिया के मिसाइलों को जवाब देने के लिए जापान को ‘ठाड़’ जैसी यंत्रणा की तुरंत आवश्यकता है; जिसके लिए रक्षा खर्च में बढ़ोत्तरी जरुरी है, ऐसा अबे ने बताया। जापान के प्रधानमंत्री की इस घोषणा का अमरिका और ब्रिटन ने स्वागत किया है। लेकिन उत्तर कोरिया ने इस पर आक्षेप लेते हुए धमकाया है।

उसके साथ ही जापान के ‘होकाईदो’ इलाके में अमरिकी सैनिकों के जुटाव को लक्ष्य बनाते हुए उत्तर कोरिया ने यह इशारा दिया है, ऐसा कहा जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से ‘होकाईदो’ के अमरिकी लष्करी अड्डे पर बड़ी गतिविधियाँ शुरू हैं। दो दिनों पहले उत्तर कोरिया ने प्रक्षेपित किया हुआ मिसाइल भी होकाईदो सीमा इलाके से गुजरने का दावा किया जा रहा है।

जापान के हवाई इलाके से मिसाइल छोड़ना यह इस इलाके में आने वाले युद्ध का पहला चरण है, ऐसी धमकी उत्तर कोरिया ने दी है। साथ ही उस समय में इस प्रकार का मिसाइल परिक्षण होता रहेगा, ऐसी धमकी भी उत्तर कोरिया ने दी है।

कोरियन इलाके में युद्ध नहीं भडकने देंगे- चीन की घोषणा
बीजिंग: उत्तर कोरिया के नए परमाणु परिक्षण के बाद कोरियन इलाके में तनाव शिखर तक पहुँचने की बात कहने वाले चीन ने, इस इलाके में युद्ध नहीं भडकने देंगे ऐसी घोषणा की है। उसके साथ ही उत्तर कोरिया की समस्या चर्चा करके सुलझाने का आवाहन चीन ने इस समय किया है।

उत्तर कोरिया के मिसाइल परिक्षण के बाद अमरिका और दक्षिण कोरिया ने शुरू किया हुआ युद्धाभ्यास गुरुवार को पूरा हुआ। यह युद्धाभ्यास उत्तर कोरिया को चेतावनी देनेवाला था, ऐसा कहकर चीन के रक्षा मंत्रालय ने अमरिका और दक्षिण कोरिया पर टीका की है। साथ ही उत्तर कोरिया के मुद्दे पर चीन को ब्रिटेन के सलाह की आवश्यकता नहीं है है, ऐसा भी चीन ने कहा है।

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