‘अँटिलिया’ के करीब रखें विस्फोटकों की ज़िम्मेदारी का ‘जैश उल-हिंद’ ने किया स्वीकार

नई दिल्ली/मुंबई – विख्यात कारोबारी मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित निवास स्थान के करीब रखें गए विस्फोटकों का ज़िम्मा ‘जैश उल-हिंद’ नामक संगठन ने स्वीकारा होने की खबर है। ‘अँटिलिया’ के करीब बरामद हुए विस्फोटकों के मामले में अबतक २५ लोगों की पूछताछ हुई है। साथ ही इस मामले की जड़ों को खंगालने के लिए मुंबई के ७०० सीसीटीव्ही के फुटेज्‌ का परीक्षण किए जाने की जानकारी सामने आ रही है।

antolia-jaish-ul-hindगुरुवार के दिन विख्यात कारोबारी मुकेश अंबानी के ‘अँटिलिया’ नामक मशहूर निवासस्थान के बाहरी रास्ते पर एक स्कॉर्पिओ गाड़ी खड़ी की गई थी। बुधवार रात से रखी इस लावारिस गाड़ी को लेकर संदिग्धता बनने पर, ‘अँटिलिया’ की सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों ने इस गाड़ी की जानकारी पुलिस को दी थी। इसके बाद वर्णित गाड़ी की जाँच करने पर इसमें जिलेटिन की २० ‘स्टिक्स’ और अंबानी के नाम से लिखा गया धमकी से भरा खत बरामद हुआ था।

इस मामले में अबतक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। लेकिन, सीसीटीव्ही फुटेज्‌ से यह गाड़ी देर रात वहां पर पार्क की जाने की बात स्पष्ट हुई। इससे पहले इस गाड़ी को हाजीअली के सिग्नल के पास रुके हुए देखा गया था। पांच दिन पहले इस गाड़ी की ऐरोली से चोरी हुई थी और मुलुंड़ टोल नाके पर लगाए सीसीटीव्ही के फुटेज में भी यह गाड़ी देखी गई हैं। साथ ही, उसी दिन इस स्कॉर्पिओ गाड़ी से कुछ दूरी पर रोकी गई एक सफेद रंग की इनोव्हा गाड़ी को लेकर भी आशंका जताई जा रही है। इसी गाड़ी से, वर्णित स्कॉर्पिओ का चालक फरार होने की आशंका है।

पुलिस ने इस मामले में अभी कुछ भी खुलासा नही किया है, लेकिन, स्कॉर्पिओ गाड़ी के मालिक की पूछताछ की गई है। इसके अलावा अबतक कुल २५ लोगों से पूछताछ होने का वृत्त है। साथ ही, शहर के ७०० सीसीटीव्ही के फुटेज़ भी खंगाले गए हैं और अभी दोनों गाड़ियों के चालकों की पहचान स्पष्ट नहीं हो सकी है।

स्कॉर्पिओ गाड़ी से विस्फोटक और डिटोनेटर्स के साथ अन्य गाड़ियों के नंबर प्लेटस्‌ भी बरामद हुए थे। इन नंबर प्लेटस्‌ पर मुकेश अंबानी के सुरक्षा काफिले की गाड़ियों के नंबर होने का वृत्त था। लेकिन, इसमें सच्चाई ना होने की बात सामने आयी है।

इसी बीच, रविवार के दिन ‘जैश उल-हिंद’ नामक संगठन ने टेलिग्राफ ऐप के द्वारा, विस्फोटकों से भरी यह गाड़ी रखने का ज़िम्मा स्वीकारा है। साथ ही, एक धमकी से भरा संदेश भी ‘जैश उल-हिंद’ ने दिया हैं। इसके अलावा ‘बिटकॉईन’ के माध्यम से पैसों की माँग भी की गई है। इस संगठन को लेकर पुलिस ने अभी कुछ भी खुलासा नहीं किया है। लेकिन, जाँच यंत्रणा के सामने इन आतंकियों को पकड़ने की बड़ी चुनौती खड़ी हुई है।

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