गोलान पहाड़ियों पर इस्रायल का ही अधिकार है – अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ

जेरूसलम – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इस्रायल के समर्थन में ड़टकर खड़े होने का संदेश, अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने अपनी इस्रायल यात्रा के दौरान दिया है। गोलान पहाड़ियों पर इस्रायल का ही हक है, यह ऐलान भी विदेशमंत्री पोम्पिओ ने गोलान पहुँचकर किया है। इसके साथ ही, गोलान सीरिया को वापस देने के लिए इस्रायल पर दबाव बना रहें युरोप-अमरीका में स्थित धनिक कारोबारियों के गुटों को पोम्पिओ ने आड़े हाथ लिया है।

pompeo-golanइस्रायल की यात्रा पूरी करके स्वदेश लौटने से पहले, विदेशमंत्री पोम्पिओ ने इस्रायल के विदेशमंत्री गाबी अश्‍केनाझी के साथ गोलान की पहाड़ियों का दौरा किया। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने गोलान पहाड़ियों से संबंधित किए निर्णय की याद पोम्पिओ ने ताज़ा की। अमरीका के पहले राष्ट्राध्यक्षों ने गोलान पहाड़ियों को, इस्रायल के क्षेत्र के तौर पर मंज़ुरी देना टाल दिया था। लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने गोलान को लेकर उचित निर्णय करके इस्रायल को आश्‍वस्त किया है।

इसके साथ ही, गोलान पहाड़ियों का कब्ज़ा सीरिया को देने के लिए अमरीका और युरोप स्थित प्रभावी एवं नामांकित धनिक व्यक्ति, संस्थाएँ इस्रायल पर दबाव बना रहे हैं, यह आरोप अमरिकी विदेशमंत्री ने किया। अमरिकी विदेशमंत्री ने ठेंठ किसी व्यक्ति या गुट का नाम लेना टाल दिया है। लेकिन यदि गोलान पहाड़ियाँ अस्साद हुकूमत के कब्ज़े में गईं, तो उससे सिर्फ इस्रायल ही नहीं, बल्कि पश्‍चिमी देशों के लिए भी खतरा निर्माण होगा, ऐसा अमरिकी विदेशमंत्री ने जताया है।

bashar-al-assadपोम्पिओ गोलान पहाड़ियों पर जा पहुँचने पर, पैलेस्टिन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास एवं सीरियन राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद ने आलोचना की है। अमरिकी विदेशमंत्री की यह गोलान यात्रा, गोलान पर इस्रायल ने किए अवैध कब्ज़े को अमरीका का समर्थन दर्शाती है, यह आरोप अब्बास ने किया। वहीं, पोम्पिओ की गोलान यात्रा सीरिया को उकसानेवाली है, ऐसी चेतावनी सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने दी है।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले वर्ष गोलान पहाड़ियों को लेकर ऐतिहासिक ऐलान किया था। गोलान पर इस्रायल का सार्वभूम अधिकार होने का ऐलान ट्रम्प ने किया था। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के इस ऐलान की विश्‍वभर में आलोचना हुई थी। सीरिया की अस्साद हुकूमत एवं ईरान और हिज़बुल्लाह ने गोलान पर हमलें करके उसे इस्रायल के कब्ज़े से मुक्त करने की धमकी दी थी।

syria-iran-hezbollah-golanपोम्पिओ की इस्रायल यात्रा से कुछ घंटे पहले इस्रायली सेना ने गोलान के सरहदी क्षेत्र में बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए थे। सीरिया के गोलान क्षेत्र के करीबी इलाके में उकसानेवाली हरकतें कर रहें ईरान और ईरान से जुड़े आतंकी गुटों ने ये विस्फोटक लगाए थे, यह आरोप करके इस्रायल ने, सीरिया में स्थित ईरान के कुदस्‌ फोर्सेस के ठिकानों पर हमलें किए थे। इस कार्रवाई में ईरान के सैनिक मारे जाने का दावा इस्रायली माध्यमों ने किया था।

वर्ष १९६७ में हुए इस्रायल-अरब देशों के युद्ध के दौरान इस्रायली सेना ने सीरिया के कब्ज़े में होनेवाले गोलान पहाड़ियों के क्षेत्र पर जीत हासिल की थी। इसके बाद इस्रायल ने वर्णित क्षेत्र से अपना कब्ज़ा छोड़ा नहीं है। बराक ओबामा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष थे, तब उन्होंने, वर्ष १९६७ के युद्ध से पहले रहीं सीमा मंजूर करके इस्रायल समझौता करें, यह प्रस्ताव दिया था।

लेकिन, इस्रायल ने वह प्रस्ताव ठुकराया था और साथ ही, गोलान पहाड़ियों पर अपना सार्वभूम अधिकार होने की बात जताई थी।

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