ईरान के खतरे का जवाब देने के लिए इस्रायल कभी भी और कही पर भी हमलें कर सकता है – अमरिकी विदेशमंत्री का बयान

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वॉशिंगटन – इस्रायल की सुरक्षा को ईरान से खतरा है और इस खतरे का मुकाबला करने के लिए कभी भी और कही भी हमलें करने की इस्रायल को खुली छुट है और यह इस्रायल का बुनियादी हक बनता है, यह भरौसा अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने दी है| अमरिका ने सीरिया से सेना हटाने पर इस्रायल में नाराजगी थी| इस वजह से इस्रायल को आश्‍वस्त करने के लिए अमरिका के वरिष्ठ नेतृत्व ने तुरंत ही इस्रायल की यात्रा की है| इस दौरान ईरान के खतरे के विरोध में अमरिका हमेशा इस्रायल के साथ रहेगी, यह कहकर इसमें बदलाव नही होगा, यह भी अमरिका ने स्पष्ट किया|

‘ईरान के खतरे के विरोध में कार्रवाई करते समय इस्रायल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा यह कानुन की चिंता करने की जरूरत नही है| ऐसी कार्रवाई के लिए अमरिका हमेशा इस्रायल के समर्थन में रहेगी| ईरान के खतरें का हिस्सा होनेवाले किसी भी घटक के विरोध में कार्रवाई करने के लिए इस्रायल को पूरी छुट है| इस मुद्दे पर अमरिकी प्रशासन की भूमिका काफी स्पष्ट और कडी है| राष्ट्रीय सुरक्षा का विकल्पा सामने रखकर इस्रायल कभी भी कार्रवाई कर सकता है’, यह भरौसा अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने दिया|

साथ ही इस्रायली जनता की सुरक्षा करने के लिए किसी भी प्रकार की मुहीम शुरू करना यह इस्रायल का बुनियादी हक है, यह कहकर पोम्पिओ ने ईरान के विरोध में इस्रायल कभी भी और कही भी एवं कैसे भी कार्रवाई कर सकता है, यह संकेत दिए| सीरिया से अमरिकी सेना हटाने के मुद्दे पर बोलते समय इस क्षेत्र में इस्रायल को दिया जा रहे सहयोग और ईरान के विरोध में होनेवालें घटकों के विरोध में होने वाली कार्रवाई में कभी भी बदलाव नही होगा, यह बात भी पोम्पिओ ने स्पष्ट की|

अमरिकी विदेशमंत्री ने अपनी इस्रायल यात्रा के दौरान इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू और इस्रायली गुप्तचर संगठन ‘मोस्साद’ के प्रमुख योसी कोहेन इन दोनों से मुलाकात की| सीरिया से वापसी यानी अमरिका की कमजोरी या ईरान के विरोध में दबाव कम करने की कोशिश नही है, यह भी पोम्पिओ ने इस दौरान स्पष्ट किया| इस्रायल की यात्रा से पहले अमरिकी विदेशमंत्री तुर्की जा पहुंचे थे| इस दौरानउन्होंने तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन और अन्य नेता एवं प्रमुख अफसरों से बातचीत की थी|

पिछले कुछ वर्षों में सीरिया में ईरान का हस्तक्षेप बढा है और इसके विरोध में इस्रायल ने शुरू की कार्रवाई का दायरा भी बढ रहा है| इस्रायल ने पिछले वर्ष से सीरिया में ईरान के कई ठिकानों को लक्ष्य किया है और इसमें ईरानी सैनिक मारे जाने की बात भी सामने आयी है| ईरान ने सीरिया में अपनी मौजुदगी होने से इन्कार किया है, फिर भी इस्रायल ने ईरान की हरकतों के पुख्ता सबुत होने की बात लगातार कही है|
इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी विदेशमंत्री ने इस्रायल को ईरान के विरोध में कार्रवाई करने संबंधी किया वादा ध्यान आकर्षित कर रहा है|

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