राजनैतिक हेतु के लिए इस्लाम धर्म का उपयोग न करें – तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष को सीओई की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

स्ट्रासबर्ग – इस्लाम का प्रचार करने के साथ राजनीतिक हेतु साध्य करने वाले तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन को काउंसिल ऑफ यूरोप ने धक्का दिया है। ४७ यूरोपीय देशों के जनप्रतिनिधियों के इस संघटना ने एर्दोगन को अपने राजनैतिक हेतु साध्य करने के लिए इस्लाम धर्म का उपयोग करके, पैसा प्रदान ना करें ऐसा सूचित किया है। कुछ महीनों पहले काउंसिल ऑफ यूरोप (सीओई) ने इस बारे में रिपोर्ट प्रसिद्ध किया है।

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगनने यूरोपीय देशों में बड़ी संख्या से वास्तव्य करने वाले तुर्क वंशियो का प्रभावी तौर पर उपयोग करने की योजना बनाई है। उसके अनुसार राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन इनके अधिकार में होने वाले तुर्की के धार्मिक विभाग का बहुत बड़ा उपयोग किया जा रहा है। यूरोपीय देशों में मस्जिद और मौलवी को तुर्की के धार्मिक विभाग से बड़े तादाद में पैसा प्रदान हो रहा है। इस द्वारा राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन यूरोपीय देश पर अपना प्रभाव एवं वर्चस्व बढ़ा रहे हैं, ऐसा दावा सीओईने अपनी रिपोर्ट में किया है। यह रिपोर्ट कुछ महीनों पहले तैयार किया गया था। १३ अक्टूबर २०१६ के रोज पार्लिमेंटरी असेंबली ऑफ काउंसिल ऑफ यूरोप में सम्मत किए गए प्रस्ताव के अनुसार यह रिपोर्ट तैयार होने की जानकारी दी जा रही है।

यूरोपीय देशों में जनतंत्रशाही एवं मानव अधिकार का पुरस्कार करने वाली संघटना सीओई की पहचान होकर लगभग ४७ यूरोपीय देशों के लोक प्रतिनिधि इस संघटना में शामिल है। ऐसे प्रभावी संघटना ने तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष को दिए चेतावनी ध्यान केंद्रित करने वाले ठहरी है। जिसमें इससे पहले भी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष में यूरोपीय देशों को धमकाया था। तुर्की को सदस्य कराने के लिए इंकार करने वाले यूरोपीय महासंघ को उसके परिणाम सहने होंगे, ऐसा एर्दोगनने सूचित किया था तथा लाखों की संख्या में शरणार्थियों के झुंड यूरोपीय देशों पर भेजने की चेतावनी भी दी थी।

तुर्की में अपनी सभाओं में राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन फिर से ऑटोमन साम्राज्य की स्थापना एवं तुर्की के सीमा का विस्तार करने की ख्वाब दिखा रहे हैं। इसके लिए प्रयत्न भी शुरू किए हैं और इस्राइल तथा यूरोपीय देशों के विरोध में राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने किये कड़े विधान उसकी गवाही दे रहे हैं। कुछ महीनों पहले दुनिया भर में सभी इस्लामी देशों को एक ही समय पर इस्राइल पर टूट पड़े ऐसा आवाहन किया था। उनके इस कड़ी भूमिका की पृष्ठभूमि पर का सीओई का रिपोर्ट प्रसिद्ध हुआ है।

अपने राजनैतिक हेतु साधने के लिए इस्लाम धर्म का उपयोग न करें एवं उसके लिए निधि ना दे, ऐसी कड़ी चेतावनी सीओई से तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष को इस रिपोर्ट द्वारा दी गई है। राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन की आक्रामकता देखे हुए वह इस चेतावनी की तरफ गंभीरता से देखने की आशंका नहीं है। इसके विपरीत अधिक कड़ी भूमिका लेते हुए इस रिपोर्ट में आक्षेपों को उत्तर देंगे ऐसा दिखाई दे रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.