‘आयएस’ और तालिबान से जुड़े संगठन ने क्वेटा हमले की ज़िम्मेदारी का किया स्वीकार

क्वेटा, दि. ९ (वृत्तसंस्था)- ७० से भी अधिक लोगों की जान लेनेवाले पाक़िस्तान के क्वेटा विस्फोट की ज़िम्मेदारी का, ‘आयएस’ और तालिबान से संलग्न ‘जमात-उर-अहरार’ इस संगठन ने स्वीकार किया है|

Ahsanullah-Ahsan‘हमारे आतंकवादियों ने पाक़िस्तानी रक्षा एजन्सियाँ और वक़िलों की भीड़ को निशाना बनाते हुए यह आत्मघाती हमला किया’ ऐसी जानकारी ‘अहरार’ के प्रमुख एहसानहुल्लाह एहसान ने दी| पिछले सप्ताह में, अमरीका ने ‘अहरार’ को ‘आंतर्राष्ट्रीय आतंकी संगठन’ घोषित करके पाबंदी डाली थी|

‘अहरार’ का प्रमुख एहसानहुल्लाह एहसान ने, मंगलवार को पाक़िस्तानी माध्यम को ‘ई-मेल’ भेजा| इस ‘ई-मेल’ में एहसान ने पाक़िस्तान को धमकी दी है| क्वेटा हमले की ज़िम्मेदारी का ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ और ‘जमात-उर-अहरार’ ने स्वीकार किया है, यह बताते हुए ‘आनेवाले समय में ऐसे और हमले किये जायेंगे’, यह धमकी एहसान ने दी| साथ ही, ‘क्वेटा’ के हमले का व्हिड़िओ जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा, यह भी ‘अहरार’ के प्रमुख ने स्पष्ट किया|

एहसान ने भेजे इस ई-मेल के कुछ ही घंटो बाद, ‘आयएस’ का मुखपत्र माना जानेवाली ‘अमाक’ मीड़िया ने भी हमले की ज़िम्मेदारी का स्वीकार किया है| ‘हमारे आत्मघाती हमलावर ने वक़ील और पुलीस को निशाना बनाकर यह हमला किया’ ऐसी जानकारी ‘अमाक’ ने दी| लेकिन ‘अमाक’ ने अपनी खबर में एहसान के दावे को इन्कार नहीं किया|

एहसानहुल्ला एहसान इससे पहले ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ का प्रवक्ता था| दो साल पहले वह ‘तेहरिक’ में से, अपने साथीदारों के साथ पाक़िस्तान के ‘आयएस’ में शामिल हुआ था|

देढ साल ‘आयएस’ में रहने के बाद, कुछ ही महीने पहले एहसान ने फिर से ‘तेहरिक’ से संपर्क किया, ऐसी खबर भी सामने आयी थी| लेकिन ‘तेहरिक’ से संपर्क होने के बाद भी एहसान ने, ‘आयएस’ छोड़ने का ज़िक्र नहीं किया था| इसी कारण, एहसान का ‘अहरार’ संगठन एक ही समय ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ और ‘आयएस’ से जुड़ा हुआ है, ऐसा दावा किया जाता है| इन परिस्थितियों में ऐसा दिखायी दे रहा है कि क्वेटा हमले से ‘आयएस’ संगठन पाक़िस्तान में ऍक्टिव्ह हो गया है, जो कि पाक़िस्तान की सुरक्षा एजन्सियों के लिए चेतावनी है, ऐसा दावा किया जाता है|

पिछले दो सालों में, ‘आयएस’ पाक़िस्तान के प्रमुख शहरों में दाखिल हो चुका है, ऐसा कहा जाता है| राजधानी इस्लामाबाद से लेकर पाक़िस्तान के ख़ैबर पख़्तुनवाला, कराची जैसे शहरों में ‘आयएस’ की पत्रिका बाँटी गयी थी| पाक़िस्तान के प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ के सरकारी निवास के पास भी ‘आयएस’ के पर्चे पाये गए थे| इसी कारण, यह संगठन पाक़िस्तान में अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है, यह दावा किया जा रहा था| लेकिन ‘क्वेटा’ हमले के बाद, ‘आयएस’ ने ‘तेहरिक’ जैसे पाक़िस्तान-सेना-विरोधी आतंकी संगठन से गठबंधन बनाया है, यह बात सामने आयी है| पाक़िस्तानी सेना ने इससे पहले ही, क्वेटा हमले के ज़िम्मेदार आतंकवादियों के खिलाफ़ मुहिम शुरू की, यह ज़ाहिर किया|

सोमवार की सुबह, क्वेटा शहर में सिव्हिल अस्पताल के नजदीक आपत्कालीन वॉर्ड के पास आत्मघाती आतंकवादी ने विस्फोट किया| ‘इस हमले के लिए भारत की खुफ़िया एजन्सी ‘रॉ’ ज़िम्मेदार है’ ऐसा आरोप पाक़िस्तान ने किया| अब तक पाक़िस्तान के आतंकी हमलों के लिए, पाक़िस्तान के बलुचिस्तान प्रांत के मुख्यमंत्री और पाक़िस्तानी मीडिया ने भारत पर आरोप लगाये थे| लेकिन आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी की स्वीकार करने से, फिर एक बार पाक़िस्तान मुँह के बल गिर गया| इस दौरान, क्वेटा शहर में हुए हमले की अमरीका ने निर्भर्त्सना की| ‘इस संघर्ष में अमरीका पाक़िस्तान के साथ है’ ऐसा व्हाईट हाऊस ने कहा|

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