ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी भारत के भेंट पर

हैदराबाद: ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी भारत के भेंट पर आए हैं। हैदराबाद से वह अपने दौरे की शुरुआत करने वाले हैं। खाडी एवं परशियन खाड़ी क्षेत्र में बड़ी उथलपुथल शुरू होते हुए, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष कि यह भारत भेंट अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। कई हफ्तों पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री भारत भेंट पर आये थे। उस के बाद भारत के प्रधानमंत्री ने जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात एवं ओमान इन देशों के साथ पॅलेस्टाईन का दौरा किया था। इसे कुछ ही दिन हो रहे थे कि ईरान के राष्ट्राध्यक्ष की यह भारत भेंट विशेषज्ञों का ध्यान केंद्रित करने वाली है।

कुछ महीनों पहले भारत ने विकसित किया ईरान का छाबर बंदरगाह कार्यान्वित हुआ है और इस बंदरगाह की वजह से भारत को अफगानिस्तान तथा मध्य आशियाई देशों के साथ व्यापार करना सुलभ हो गया  है। साथ ही भारत एवं ईरान में ईंधन विषयक सहयोग बढ़ाने के लिए भारत विशेष प्रयत्न कर रहा है। अमरिका ने ईरान पर नए प्रतिबंध जारी करने की घोषणा की है और इस की वजह से ईरान मे ईंधन निर्यात प्रभावित हो सकती हैं। ऐसी परिस्थिति में भारत जैसे ग्राहक देशों के सहयोग की ईरान को आवश्यकता है। इस वजह से भारत के ऊर्जा सुरक्षा के लिए ईरान से ईंधन प्रदान होना आवश्यक माना जा रहा है। इसलिए भारत एवं ईरान के सहयोग एक दूसरे के लिए फायदेमंद साबित होने वाले हैं।

दौरान हैदराबाद में राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी कई विशेषज्ञों से भेंट करने वाले हैं और एक परिसंवाद में संबोधित करने वाले हैं। उस के बाद वह राजधानी नई दिल्ली में आएंगे और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट करेंगे। इस भेंट में दोनों देशों में महत्वपूर्ण करार अपेक्षित है। पिछले कई महीनों में भारत ने ईरान के ईंधन क्षेत्र में निवेश की तैयारी दिखाई थी। ईरान के ‘फरजाद बी’ मे स्थित ईंधन के भंडार ढूंढने के बारे में ईरान एवं भारतीय कंपनियों ने सहयोगी करार हुआ था। पर इस जगह ईंधन का उत्खनन करने का कंत्राट रशियन कंपनी को दिया था।

इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष रोहानी के इस भेंट में दोनों देशों के नए ईंधन विषयक सहयोग पर महत्वपूर्ण चर्चा होगी, ऐसी अपेक्षा व्यक्त की जा रही है। साथ ही अमरिका के प्रतिबंधों का सामना कर रहे ईरान को भारत से बड़े निवेश की अपेक्षा है। ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इस के लिए भारतीय निवेशकों को आवाहन करने वाले हैं। अपने इस दौरे के पहले ईरान के माध्यमों से संवाद करते हुए राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने  भारत के ईरान में निवेश का स्वागत किया जाएगा, ऐसा कहा था। तथा भारत एवं ईरान में संबंध सकारात्मक तथा योग्य दिशा से आगे जाएंगे ऐसा विश्वास ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने व्यक्त किया था।

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