जेरूसलेम स्थित अमरिका का दूतावास उड़ाने वालों को एक लाख डॉलर्स का इनाम – ईरान के कट्टरपंथी विद्यार्थी संघटना की घोषणा

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तेहरान – चार दिनों पहले अमरिका ने जेरूसलेम में शुरु किया दूतावास बम से उड़ानेवाले को १ लाख डॉलर्स का इनाम देने की घोषणा ईरान के कट्टरपंथी विद्यार्थी संघटना ने की है। साथ ही गाजापट्टी के सीमा पर पैलेस्टिनी प्रदर्शनकर्ताओ पर इस्राइल ने किया कार्रवाई का बदला लेने की चेतावनी भी इस संगठन ने दी है। ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनी और रिवोल्युश्नरी गार्ड्स के नेतृत्व में काम करने वाले विद्यार्थी संघटना ने कि यह घोषणा मतलब ईरानने अमरिका और इस्राइल को दी चेतावनी है।

अमरिका ने जेरूसलेम में दूतावास का उद्घाटन करने के बाद आनेवाले कई घंटों में ईरान के प्रमुख शहरों में दूतावास के विरोध में पोस्टर्स प्रसिद्ध हुए हैं। अरबी, फारसी और अंग्रेजी इन तीन भाषाओं में प्रसिद्ध किए इन पोस्टर्स में जेरूसलेम में अमरिका के दूतावास पर बम हमले करने की चेतावनी दी है। ईरानियन जस्टिस सीकर स्टूडेंट मूवमेंट इस विद्यार्थी संघटना ने जेरूसलेम में अमरिका का दूतावास नष्ट करने वालों को १ लाख डॉलर्स का इनाम घोषित किया है। यह पोस्टर ईरान के सरकारी विद्यापीठ के संकेत स्थल पर प्रसिद्ध हुए हैं।

अमरिका का दूतावास

जो कोई अमरिका का दूतावास बम से उड़ा देगा उस का हम समर्थन करेंगे, ऐसी घोषणा इस विद्यार्थी संघटना ने की है। साथ ही गाजा पट्टी के सीमा पर इस्राइल से शुरू इस कार्रवाई पर भी इस पोस्टर से आलोचना करके इस्राइल विरोधी संघर्ष का आवाहन किया गया है। गाजा के सीमा पर सैकड़ों पैलेस्टिनीयों का खून गिराया जा रहा है। उनका बदला लिया जाए ऐसे चेतावनीखोर शब्दों में विद्यार्थी संघटना ने इस्राइली लष्कर के विरोध में संघर्ष करने की सूचना दी है। साथ ही गाजा पट्टी के वेस्ट बैंक में पैलेस्टिनीयों को शस्त्र सज्ज करने की घोषणा इस संगठन ने की है।

इस कट्टरपंथी विद्यार्थी संघटना ने अमरिका और इस्राइल के विरोध में घोषित किए पोस्टर्स के पीछे ईरान की प्रमुख लष्करी संगठन होने की गहरी आशंका जताई जा रही है। यह विद्यार्थी संगठन ईरान में प्रबल लष्करी संघटना बसिज से जुडी होने की जानकारी सामने आ रही है। बसिज यह ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स का एक भाग होकर इस गट को ईरान के अंतर्गत सुरक्षा की जिम्मेदारी है। तथा नौजवानों की संघटना के तौर पर इस गट को देखा जा रहा है। ईरान के राजनीतिक गतिविधियों पर नियंत्रण होनेवाले सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्लाह ख़ामेनी इनसे बसिज को सीधे आदेश दिए जा रहे हैं। इसकी वजह से विद्यार्थी संघटना ने प्रसिद्ध किये इन पोस्टर्स के पीछे ईरान के सर्वोच्च नेता और रिवोल्युशनरी गार्ड्स हो सकते हैं, ऐसा कहा जा रहा है।

ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स यह आतंकवादी संघटना है, ऐसा अमरिका ने घोषित किया है। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के नियंत्रण में ईरान ने लेबनॉन में हिजबुल्लाह और गाजापट्टी में हमास इन दो आतंकवादी संगठनों की सहायता शुरू कि है, ऐसा आरोप अमरिका और इस्राइल कर रहा है।

दौरान सोमवार को अमरिका ने इस्राइल के जेरूसलेम में अपना दूतावास शुरू किया है। इस दूतावास की सुरक्षा के लिए अमरिका ने स्पेशल मरीन फोर्स के जवान तैनात किए हैं। साथ ही इस दूतावास की सुरक्षा के लिए ट्रम्प प्रशासन ने अपने लष्कर को विशेष सूचना दी है, ऐसी जानकारी सामने आ रही है। ऐसी परिस्थिति में ईरान की सरकार से जुडे संगठन ने कि हुई यह घोषणा इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाने वाली है।

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