ईरान ने की येमेन के हाउथियों को हथियारों की सप्लाई – संयुक्त राष्ट्रसंघ के विश्लेषकों की रिपोर्ट

न्यूयॉर्क – पिछले ६ सालों से ईरान यमन के हाउथी बागियों को हथियारों की सप्लाई करके गृह युद्ध भड़काने का काम कर रहा है। ईरान ने हाउथियों के लिए की हुई हथियारों की तस्करी के सबूत अपने पास होने का दावा संयुक्त राष्ट्रसंघ के निरीक्षकों ने अपनी रिपोर्ट में किया है। ईरान की यह हथियारों की तस्करी संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियमों का उल्लंघन करने वाली है, ऐसा आरोप राष्ट्रसंघ के निरीक्षकों ने किया है।

iran-yemen-houthisसंयुक्त राष्ट्रसंघ के निरीक्षकों ने तैयार की यह रिपोर्ट सुरक्षा परिषद को सौंपी गई है। इसमें दी जानकारी के अनुसार, ईरान के व्यक्ति अथवा संगठन हाउथी बागियों को हथियारों की तस्करी कर रहे हैं। ईरान से हाउथी बागियों को टैंक भेदी क्षेपणास्त्र, स्नायपर रायफल्स, रॉकेट प्रॉपेल्ड् ग्रिनेड लॉंचर्स तथा अन्य हथियारों की सप्लाई की गई। इन सभी हथियारों पर ईरानी बनावट का मार्किंग होने का सबूत है। इसके अलावा ईरान-हाउथी के बीच के इस गैरकानूनी शस्त्र व्यवहारों के अन्य भी बहुत सबूत अपने पास हैं, ऐसा निरीक्षकों ने इस रिपोर्ट में स्पष्ट किया है।

ईरान से पाल-नौकाओं में से इन हथियारों की तस्करी की जाती थी। यमन में गृह युद्ध छेड़ने वाले गुटों को शस्त्र तस्करी करने पर संयुक्त राष्ट्रसंघ ने प्रतिबंध लगाए थे। लेकिन इसके बावजूद भी ईरान ने हाउथी बागियों को हथियारों की सहायता करके, प्रतिबंधों को पैरों तले कुचला होने की आलोचना इस रिपोर्ट में की गई है। हाउथी बागियों ने भी, यमन के सरकारी खजाने का इस्तेमाल हथियारों की खरीद के लिए किया होने का आरोप निरीक्षकों ने इस रिपोर्ट में किया है। ईरान ने इन आरोपों पर अभी प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन इससे पहले भी ईरान ने, हाउथी बागियों को शस्त्रसिद्ध करने के आरोपों को ठुकराया था।

iran-yemen-houthisईरान हाउथी बागियों समेत हिजबुल्लाह, हमास और इराक के आतंकवादी गुटों को शस्त्रसिद्ध कर रहा है, ऐसे आरोप अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प तथा सऊदी अरब, युएई और इस्रायल ने किए थे। ट्रम्प प्रशासन ने ईरान पर प्रतिबंध लगाने की कोशिशें भी की थीं। लेकिन पश्चिमी देशों ने अमरीका इन कोशिशों को नाकाम कर दिया था।

iran-yemen-houthisअमरीका के विद्यमान राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ईरान तथा हाउथी बागियों के संदर्भ में अलग भूमिका अपनाई है। बायडेन प्रशासन ने हाउथी बागियों को आतंकवादी संगठनों की सूचि से हटाने की तैयारी की है। साथ ही, यमन में युद्ध छेड़ने के मामले में, सऊदी अरब और यूएई को अमरीका से की जाने वाली हथियारों की सप्लाई रोकने की घोषणा बायडेन प्रशासन ने की है।

बता दें, पिछले ६ सालों से यमन में जारी गृहयुद्ध में १,१२,००० लोग जान गँवा चुके हैं। वहीं, सवा लाख से भी अधिक लोग भूखमरी के संकट में फँसने की चिंता संयुक्त राष्ट्रसंघ ने जतायी है। यमन के इस संकट के लिए सभी गुट ज़िम्मेदार होने की कड़ी आलोचना संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इससे पहले की थी।

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