ईरान ने हिंद महासागर में लंबी दूरी के क्षेपणास्त्र दागे

वॉशिंग्टन – ईरान ने शनिवार को एक हज़ार किलोमीटर की पहुँच होनेवाले क्षेपणास्त्रों का परीक्षण किया। इनमें से एक क्षेपणास्त्र, हिंद महासागर से यात्रा कर रहे व्यापारी जहाज़ से केवल २० मील की दूरी पर गिरा। वहीं, दूसरा क्षेपणास्त्र अमरीका के ‘निमित्झ’ इस विमानवाहक युद्धपोत से १०० मील की दूरी पर गिरने की ख़बर अमरिकी न्यूज़ चैनल ने दी है। वहीं, ये क्षेपणास्त्र परीक्षण करके ईरान ने शत्रुदेशों को क़रारा जवाब दिया, ऐसा ईरान के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है।

पिछले कुछ दिनों से ईरान ने होर्मुझ की खाड़ी में बड़ा युद्धअभ्यास शुरू किया है। इस युद्धअभ्यास में ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स की नौसेना की ७०० गश्तीनौकाएँ तथा जलदगति जहाज़ सहभागी हुए थे। पाँच हेलिकॉप्टर्स का वहन करनेवाले स्वदेशी बनावट के जहाज़ इस युद्धअभ्यास में सहभागी हुए थे। इसके अलावा निगरानी ड्रोन्स से हमलें करनेवाले ड्रोन्स तक का स्वतंत्र अभ्यास संपन्न हुआ था।

यह युद्धअभ्यास जारी था कि तभी ईरान के लष्कर ने होर्मुझ के तटवर्ती भाग के पास की एक सुरंग में क्षेपणास्त्रों का बड़ा भंडार रखा होने की घोषणा ईरान ने की थी। इसकीं फोटोग्राफ्स भी ईरान के लष्कर ने जारी की थीं। वहीं, दो दिन पहले होर्मुझ की खाड़ी में गश्ती करनेवाले ईरान के हेलिकॉप्टर्स ने कुछ फोटोग्राफ्स खींचीं थीं। इन फोटोग्राफ्स में अमरीका की परमाणु पनडुब्बी ‘युएसएस जॉर्जिया’ दिख रही होने का दावा ईरान ने किया था। ईरान ने ये फोटोग्राफ्स माध्यमों में जारी करके यह कहा था कि अमरीका की पनडुब्बियाँ ईरान की नज़रों से छूट नहीं सकतीं। ईरान के इस युद्धअभ्यास पर अमरीका अथवा खाड़ीक्षेत्र के देशों ने प्रतिक्रिया नहीं दी थी।

लेकिन शनिवार को ईरान ने लंबी दूरी के क्षेपणास्त्रों का परीक्षण करके इस क्षेत्र में बना तनाव और भी बढ़ाया। अमरीका के विख्यात न्यूज़ चैनल ने प्रकाशित की जानकारी के अनुसार, ईरान ने कम से कम दो क्षेपणास्त्र हिंद महासागर की दिशा में प्रक्षेपित किये। इनमें से एक क्षेपणास्त्र इस क्षेत्र में यात्रा कर रहे व्यापारी जहाज़ से २० मील की दूरी पर; वहीं, दूसरा क्षेपणास्त्र ‘निमित्झ’ विमानवाह युद्धपोत से १०० मील की दूरी पर गिरा।

इसके अलावा अपने अन्य क्षेपणास्त्र ने, १११८ मील की दूरी पर लक्ष्य के तौर पर तैनात किये जहाज़ को पानी में डुबाया होने की जानकारी ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स ने दी। इसके लिए बैलेस्टिक क्षेपणास्त्र का इस्तेमाल किया गया होने की जानकारी ईरान के वरिष्ठ अधिकारी ने दी। साथ ही, सागरी क्षेत्र में स्थित लक्ष्य को छेदने के लिए लंबी दूरी के क्षेपणास्त्रों का इस्तेमाल करके ईरान अपने शत्रुदेशों को चेतावनी दे रहा है। आनेवाले समय में ईरान के हितसंबंधों को ख़तरा पैदा करने की कोशिश हो भी गयी, तो ईरान के क्षेपणास्त्र शत्रुदेश के जहाज़ नष्ट करेंगे, ऐसी धमकी ईरान के लष्कर के प्रमुख मेजर जनरल बाघेरी ने दी।

ईरान से अमरीका तथा खाड़ीक्षेत्र के अमरीका के मित्रदेशों को ख़तरा होने का आरोप अमरीका ने किया है। इस पृष्ठभूमि पर, पिछले महीनेभर में अमरीका ने पर्शियन खाड़ी में अपनी तैनाती बढ़ायी है। अमरीका का महाकाय विमानवाहक युद्धपोत ‘युएसएस निमित्झ’, परमाणु पनडुब्बी ‘युएसएस जॉर्जिया’ और परमाणुअस्त्रवाहक बी-५२ बॉम्बर्स विमानों को अमरीका ने तैनात किया है।

ऐसी स्थिति में, ईरान ने अमरिकी युद्धपोत की दिशा में क्षेपणास्त्र प्रक्षेपित करके अमरीका को धमकी दी होने का दावा किया जाता है। अमरीका के विद्यमान राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प का कार्यकाल ख़त्म होने को केवल तीन दिन बाक़ी हैं; ऐसे में ईरान यह छेड़छाड़ कर रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.