ईरान ने अमरिका के ३० गुप्तचरों को ढेर किया – अमरिका के पूर्व सुरक्षा अधिकारी की जानकारी

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वॉशिंग्टन – अमरिका के उस समय के प्रशासनने अनदेखा करने के कारण अमरिका के लगभग ३० गुप्तचरों को ईरान में ढेर किया गया| इस का अमरिकी खुफिया यंत्रणा को बहोत बडा झटका मिला है| इस के बाद अब तक हमें संवरना मुमकिन हुआ नही है, ऐसी कडी प्रतिक्रिया अमरिका के पूर्व खुफिया अधिकारी ने दी है| चीन और ईरान ने ख्यात सर्चइंजिन की सहायता से अमरिकी गुप्तचरों को ढुंढा और उनकी हत्या की है, ऐसे आरोप पूर्व के गुप्तचर और अधिकारी कर रहे है|

अमरिकी मुख्य गुप्तचर संस्था ‘सीआयए’ के एक पूर्व अधिकारी ने अपने साथियों की हुई हत्या की जानकारी दी है| २००९ से २०१३ के ४ वर्षों में ‘सीआयए’ की संपर्क यंत्रणा हैक हुई थी| इराण की सरकार ने ‘सीएआयए’ से जुडे कुछ वेबसाईट हैक करके चीन और ईरान में काम कर रहे अमरिकी गुप्तचरों का ठिकाना प्राप्त किया था| इसके साथ ही ‘सीआयए’ से ईराण में अपनी गुप्तचरों को दिये गये संदेश भी टॅप हुए थे|

सीआयएने अपनी एटमी कार्यक्रम की जानकारी प्राप्त करने के लिये गुप्तचर भेजे है, ऐसी आशंका ईरान के सल्तनत को थी| इसी कारण ईरान ने अमरिकी गुप्तचरों का ठिकाना जानने के लिये अमरिकी सर्च इंजिन की सहायता से अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा की वेबसाईट हैक की थी| इस कार्य के लिये ‘सीआयए’ समेत ईरान की खुफिया एजंसी के लिये काम कर रहे डबल एजंटने ईरान की सल्तनत की सहायता की थी| इसी वजह से अमरिकी गुप्तचरों की जानकारी ‘लिक’ हुई थी, ऐसा ‘सीआयए’ के पूर्व गुप्तचर ने कहा है|

ईरान के बाद चीन ने भी सर्च इंजिन के जरिये अमरिकी गुप्तचरों की जानकारी प्राप्त की थी| इन गुप्तचरों और डबल एजंट को पकड कर चीन ने उनकी हत्या करवाई थी| विश्‍वभर में काम कर रहे अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा के लिये यह बडा झटका था| सर्च इंजिन की सहायता से अमरिकी गुप्तचरों की जानकारी हासिल करके उन्हे पकडा जा रहा है, इसकी जानकारी अमरिका के उस समय के राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के प्रशासन को दी गई थी| अमरिकी खुफिया एजंसी और ओबामा प्रशासन के ११ अधिकारियों को इसकी जानकारी थी, ऐसा दावा भी पूर्व अधिकारीने अंतरराष्ट्रीय माध्यम से बात करते समय किया है|

ओबामा प्रशासन ने ईरान के संदर्भ में नरम रवैया अपना कर अमरिकी हितसंबंधों की तरफ पूर्ण रूप से नजरअंदाजी की है, ऐसी आलोचना राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प कर रहे है| ‘सीआयए’ के पूर्व गुप्तचरों ने किये हुए आरोपों से ओबामा प्रशासन पर किये जा रहे इलजामों की गंभीरता बढी है| इस संदर्भ में सबुत उपलब्ध हुए तो ट्रम्प प्रशासन इस संदर्भ में गहराई से जांच कर सकती है|

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