आतंकी संगठनों को फंडिंग कर रहा ईरान ‘एफएटीएफ’ की ‘ब्लैक लिस्ट’ में कायम

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

पैरिस – लगातार तीन वर्ष चेतावनी देने के बाद भी आतंकवाद के विरोधी आर्थिक नियमों का उल्लंघन कर रहे ईरान कोब्लैक लिस्टमें कायम रखने का ऐलानफायनान्शिअल एक्शन टास्क?फोर्स(एफएटीएफ) ने किया है| ‘एफएटीएफकी इस कार्रवाई से अंतरराष्ट्रीय स्तर से ईरान को प्राप्त हो रही सहायता में कमी होगी और ईरान की मुश्किलें और भी बढने के आसार बन सकते है| इसके साथ ही ईरान पर की गई यह कार्रवाई पडोसी पाकिस्तान के लिए भी इशारा होने का दावा किया जा रहा है|

वर्ष २०१६ मेंएफएटीएफने ईरान को आतंकियों की आर्थिक सहायता रोकने की सूचना की थी| इसके लिए ईरान अपने आर्थिक व्यवहार पारदर्शी रखकर आतंकी संगठनों का समर्थन करना बंद करें, यह निवेदनएफएटीएफने किया था| लगातार तीन वर्षएफएटीएफने ईरान को इस मुद्दे पर चेतावनी दी थी

पर, ‘‘पोलेर्मो एण्ड टेररिस्ट फायनान्सिंग कन्वेंशन्सके नियमों का पालन करने में औरएफएटीएफके मानकों के अनुसार कार्रवाई करने में ईरान पुरी तरह से असफल साबित हुआ| इस वजह सेएफएटीएफने ईरान को ब्लैक लिस्ट किया और अन्य देश भी ईरान पर की हुई कार्रवाई का पालन करें, यह ऐलान इस संगठन ने पैरिस की बैठक में किया|

एफएटीएफके इस निर्णय के बाद अगले दिनों में ईरान के आर्थिक व्यवहारों पर अंतरराष्ट्रीय संगठनों की कडी नजर रहेगी| पर, साथ ही इसके आगे विदेशी बैंक और कंपनियों के साथ ईरान के व्यवहार बाधित होंगे| अंतरराष्ट्रीय व्यापार से ईरान पर बहिष्कार भी हो सकता है| ईरान नेएफएटीएफका यह निर्णय ठुकराया है और राजनयिक दुश्मनी से यह?निर्णय किया गया है, ऐसा आरोप ईरान ने रखा है|

तभी, अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ नेएफएटीएफने किए इस निर्णय का स्वागत किया है| साथ ही आतंकी संगठनों की सहायता कर रहे औरएफएटीएफके निमयों का उल्लंघन कर रहे ईरान पर यह कार्रवाई आवश्यक थी, यह बयान भी पोम्पिओ ने किया है| साथ ही ईरान के साथ व्यापारी सहयोग कर रहे चीन, रशिया, ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी की इस निर्णय पर प्रतिक्रिया प्राप्त होने की उम्मीद है|

ईरान ने येमन में हौथी और इराकसीरिया के चरमपंथी गुटों को एवं लेबनान के हिजबुल्लाह और गाजापट्टी के हमास इन आतंकी संगठनों को हर वर्ष लाखों डॉलर्स की सहायता प्रदान की है| पिछले वर्ष अमरिका और इस्रायल ने ईरान के आतंकी नेटवर्क की पोलखोल की थी| आतंकी संगठनों पर पैसे खर्च करने के बजाए ईरान की हुकूमत अपनी ही जनता के हीत के लिए इस रकम का इस्तेमाल करें, यह सूचना इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने की थी|

Leave a Reply

Your email address will not be published.