ईरान को सबसे बडी मंदी का सामना करना होगा – वैश्‍विक बैंक का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – ‘अमरिका के कडे प्रतिबंधों की वजह से ईड़ान की ईंधन निर्यात लगभग बंद हुई है| ईरान की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्रोत ईंधन निर्यात होने से इन प्रतिबंधों का सिधा ईरान के बाजार पर भी परिणाम होने लगा है| इस कारण पहले विचार भी किया नही होगा ऐसी भयंकर मंदी का सामना ईरान को करना होगा’, यह चेतावनी वैश्‍विक बैंक ने दिया है| साथ ही ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी इनकी आर्थिक नीति भी इस देश की अर्थव्यसव्था के लिए घातक साबित हो रही है, यह आलोचना वैश्‍विक बैंक ने की है|

वैश्‍विक बैंक ने कुछ घंटे पहले ही दुनिया के अलग अलग देशों की आर्थिक व्यवहारों से जुडा अपना अहवाल प्रसिद्ध किया| ‘ग्लोबल इकॉनॉमिक प्रॉस्पेक्टस्’ नाम के इस अहवाल में ईरान के सकल राष्ट्रीय उत्पाद में इस वर्ष ४.५ प्रतिशत की गिरावट होने की संभावना जताई है| इसके पहले ईरान के सकल राष्ट्रीय उत्पाद में ३.६ प्रतिशत की गिरावट होने का दावा किया जा रहा था| ईरान की ईंधन निर्यात ५० प्रतिशत से भी अधिक तादाद में कम होने से ईरान की अर्थव्यवस्था पर बने भार में बढोतरी होने की बात पर वैश्‍विक बैंक ने ध्यान आकर्षित कराया है|

फिलहाल चीन जैसे कुछ देश ही ईरान से ईंधन आयात कर रहे है| लेकिन, अमरिकी प्रतिबंधों की वजह से अगले दिनों में ईरान की यह ईंधन निर्यात भी बंद होगी, यह दावा वैश्‍विक बैंक ने किया| वैश्‍विक बैंक के आर्थिक अहवाल के लिए सहायता कर रहे एक आर्थिक विशेषज्ञ ने ईरान की अर्थव्यवस्था के लिए ने इस संकट के लिए राष्ट्राध्यक्ष रोहानी जिम्मेदार होनी की बात कही है| रोहानी ने अपनाई गलत नीति की वजह से ईरान की अर्थव्यवस्था की गिरावट शुरू होने की बात इस विशेषज्ञ ने कही है| साथ ही ईरान में हो रहा गबन और मुक्त व्यापार पर लगाए गए कडे प्रतिबंधों की वजह से ईरान की अर्थव्यवस्था का विकास होना मुमकिन नही है, यह दावा भी इस विशेषज्ञ ने किया|

साथ ही ईरान में महंगाई काफी मात्रा में बढ रही है, यह बात वैश्‍विक बैंक ने अपने अहवाल के जरिए सामने रखी है| नौ महीने पहले १० प्रतिशत के इर्दगिर्द रहनेवाला ईरान का महंगाई दर अप्रैल महीने में ५२ प्रतिशत तक जा पहुंचा था| अगले दौर में इसमें और भी बढोतरी होने की बात कही जा रही है| ईरान का चलन रियाल का मोल बचा नही है, इस ओर भी वैश्‍विक बैंक ने ध्यान आकर्षित किया| अमरिका के प्रतिबंधों की वजह से ही रियाल की गिरावट होने की बात वैश्‍विक बैंक ने दर्ज की है|

फिलहाल भयंकर आर्थिक संकट से घिरे ईरान की स्थिति अगले दौर में और भी खराब होगी, वैश्‍विक बैंक ने दिए इस इशारे को काफी सामरिक एवं राजनयिक अहमियत प्राप्त हुई है| ईरान की जनता में महंगाई, बेरोजगारी की वजह से काफी असंतोष है| इसका झटका ईरान की हुकूमत को लग रहा है| इस वजह से नजदिकी दौर में इस असंतोष का विस्फोट होगा और ईरान की हुकूमत का तख्तापलट हो सकता है, यह भी कुछ विशेषज्ञों का कहना है| वास्तव में ईरान में तख्तापलट कराने के लिए अमरिका की कोशिश जारी है, यह संकेत भी प्राप्त हो रहे है|

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