इस्रायल पर ईरान कभी भी हमला कर सकता है – इस्रायली विश्‍लेषकों का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेल अवीव – ‘सौदी अरब के ईंधन परियोजना और अमरिका के ड्रोनपर हमलें करके ईरान ने अपनी आक्र्रामकता दिखाई है| इस्रायल के पडोसी सीरिया, लेबनान, गाजापट्टी में ईरान ने अपना प्रभाव कई गुना बढाया है और इससे इस्रायल के लिए खतरा बना है| इस प्रभाव के वजह से इस्रायल पर ईरान का हमला होने की संभावना भी बढी है’, यह दावा इस्रायली विश्‍लेषकों ने किया है| ‘पर, ईरान ने हमला किया तो इस्रायल करारा जवाब देगा| इस्रायल के इस जवाब को अमरिका का पूरा समर्थन रहेगा’, यह चेतावनी भी इस्रायली विश्‍लेषकों ने दी है|

इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू के भूतपूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और वर्तमान में अमरिका और इस्रायल के दो अभ्यासगुटों के लिए बतौर विश्‍लेषक काम कर रहे जाकोव्ह आमिदो ने ईरान से सावधानी बरतने की सलाह दी है| ईरान को इस्रायल से दूर रहना है, पर साथ ही इस्रायल को भडकी आग से घेरना भी है| इसके लिए ईरान तिसरें देश से इस्रायल पर हमलें करेगा, यह इशारा आमिदो ने दिया है|

लेबनान, सीरिया में ईरान ने बनाया लष्करी गठबंधन इस्रायल के लिए ‘रिंग ऑफ फायर’ साबित होगा, यह दावा भी आमिदो ने इस्रायली वृत्तसंस्था से की बातचीत के दौरान किया| ‘ईरान ने लेबनान में हिजबुल्लाह को कम से कम एक लाख मिसाइलों से सज्जित किया है| इसके अलावा सीरिया में इस्रायल के विरोध में स्वतंत्र ‘वॉर मशिन’ का निर्माण करने की तैयारी भी ईरान कर रहा है| अबतक इस्रायल ने सीरिया में शुरू ईरान की कोशिशें नाकाम की है और ईरान से जुडे करीबन ३०० ठिकानों को लक्ष्य किया है’, यह दावा आमिदो ने किया|

‘सीरिया में शुरू अपनी कोशिशों को कामयाबी प्राप्त नही हो रही है, यह एहसास होने पर ईरान ने इराक में इस्रायल के विरोध में लष्करी जमावडा शुरू किया है| इराक की कुछ जमीन पर कब्जा करके ईरान ने इस्रायल पर हमला करने की तैयारी की है| इस्रायल पर हमलें करते समय अपनी जमीन का इस्तेमाल नही होगा, यह ध्यान ईरान रख रहा है’, यह बात आमिदो ने कही| पर, ईरान के इन हमलों के बाद इस्रायल शांत नही रहेगा, यह भी आमिदो ने आगे कहा|

‘इस्रायल को घिरने की कोशिश कर रहे सांप का सीर कहां पर है, इस बात को इस्रायल को पूरा एहसास है| इस वजह से हमपर होनेवाले हमलों के लिए सीरिया, इराक, लेबनान या येमन में ईरान के ठिकानों को लक्ष्य करना है? या सांप का सीर सिधे कुचलना है? इसका सही निर्णय इस्रायल करेगा’, यह भरौसा आमिदो ने इस्रायली वृत्तसंस्था के साथ बोलते समय व्यक्त किया| आमिदो की तरह इस्रायली विश्‍लेषक एतान गिल्बोआ ने भी ईरान के हमलें की संभावना ज्यादा दूर ना होने की बात कही|

लेबनान, सीरिया, इराक और येमन में ईरान से जुडे गुटों की तरह गाजापट्टी के हमास और इस्लामिक जिहाद इन आतंकी संगठनों से भी इस्रायल की सुरक्षा के लिए खतरा होने की याद गिल्बोआ ने दिलाई| अबतक इस्रायल ने लेबनान से होेवाले हमलों पर जवाब देते समय लेबनीज लष्कर और हिजबुल्लाह के आतंकी यह फरक किया था| पर, आगे से लेबनान एवं सीरिया से होनेवाले हमलों पर जवाब देते समय इस्रायल किसी भी प्रकार का फरक नही करेगा, यह बात गिल्बोआ ने स्पष्ट की|

इसी बीच लेबनान, सीरिया, इराक और येमन इन खाडी देशों में हथियारी गुटों का निर्माण करके इस्रायल पर हमला करने की तैयारी ईरान कर रहा है, यह आरोप इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू न पहले ही किया था|

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