मालदीव में राष्ट्राध्यक्ष यामीन के खिलाफ प्रदर्शन तीव्र       

माले: मालदीव के राष्ट्राध्यक्ष अब्दुल्ला यामीन के खिलाफ प्रदर्शन दिन प्रति दिन तीव्र हो रहा हैं। मालदीव की विरोधी पार्टियों ने एक होकर राष्ट्राध्यक्ष यामीन के खिलाफ आन्दोलन शुरू किया है और उसे रोकने के लिए सत्तारूढ़ राजवट विरोधकों की जोरदार धरपकड़ कर रही है। राष्ट्राध्यक्ष यामीन पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर से जोरदार टीका हो रही है, फिर भी चीन के समर्थन के बल पर वे आन्दोलन को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसा दिखाय़ी दे रहा है।

पिछले महीने मालदीव के सर्वोच्च न्यायालय ने राष्ट्राध्यक्ष यामीन के खिलाफ निर्णय घोषित किया था। उसके बाद न्यायालय के निर्णय को लागू न करते हुए यामीन ने न्यायाधीशों को गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन रोकने के लिए देश में आपातकाल की घोषणा की गयीथी। २० फ़रवरी को मालदीव की संसद ने आपातकाल का समय एक महीने से बढाने को मंजूरी दी है।

इस मंजूरी के बाद मालदीव की परिस्थिति बिगड़ गयी है। भारत और अमरिका के साथ दुनिया के प्रमुख देशों ने मालदीव के राष्ट्राध्यक्ष को गिरफ्तार किए गए न्यायाधीशों को रिहा करने का आवाहन किया है। लेकिन राष्ट्राध्यक्ष यामीन ने इसे नजरअंदाज करके उल्टा विरोधी पार्टियों के संसद सदस्यों पर भी कारवाइ शुरू की है। पिछले कुछ दिनों में मालदीव की सुरक्षा यंत्रणाओं ने विरोधी पार्टियों के छः संसद सदस्यों को गिरफ्तार करने की बात सामने आयी है।

संसद सदस्यों को गिरफ्तार करने के साथ साथ उनके परिवारवालों को भी टॉर्चर करने का आरोप प्रदर्शनकारियों से किया जा रहा है। विरोधी सदस्यों के साथ साथ राजनीतिक स्वार्थ से जेल में डाले हुए न्यायाधीशों की रिहाई के लिए राजधानी माले और अन्य शहरों में फिर से प्रदर्शन शुरू हुए हैं। इन प्रदर्शनों का बड़ा झटका मालदीव की अर्थव्यवस्था को लग रहा है। मालदीव की विरोधी पार्टियों ने राष्ट्राध्यक्ष यामीन देश में जानबूझकर असंतोष भड़का रहे हैं, ऐसा आरोप लगाया है।

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