‘इन्फो फ्युजन सेंटर’ की वजह से सागरी सुरक्षा और मजबूत होगी – नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लान्बा

कोची – हिंदी महासागर क्षेत्र में समुद्री डकैती और आंतकी गतिविधियों पर कार्यवाही करने के लिये जरूरी ‘इन्फो फ्युजन सेंटर’ (आईएफसी-आईओआर) जल्द ही कार्यान्वित होगा| इस सेंटर की वजह से हिंदी महासागर क्षेत्र की सुरक्षा और भी मजबूत होगी, ऐसा विश्‍वास भारत के नौसेना प्रमुख सुनील लान्बा इन्होंने व्यक्त किया है|

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भारत की पहल से शुरू हो रहे इस ‘इन्फो फ्युजन सेंटर’ में हिंदी महासागर क्षेत्र के १८ देश सहयोगी बने है| हिंदी महासागर क्षेत्र का बढता सामरिक महत्त्व ध्यान में रख कर ‘आईएफसी-आईओआर’ भारत के साथ ही मित्र देशों के लिये मददगार साबित होगा, ऐसा दावा हो रहा है| मुख्य तौर पर इस सेंटर की सहायता से इस सागरी क्षेत्र में भारत का प्रभाव नैसर्गिक तरीके से बढेगा| इस के साथ ही इस सागरी क्षेत्र में अपना प्रभाव बढाने के लिये चीन की शुरू कोशिशों को बडा झटका महसूस होगा| इसी कारण ‘इन्फो फ्युजन सेंटर’ के विषय में भारतीय नौसेना प्रमुख ने की हुई घोषणा को बडा सामरिक महत्त्व प्राप्त हुआ है|

हिंदी महासागर के ‘इंडियन ओशियन नेवल सिम्पोझियम’ (आयओएनएस) सदस्य देशों के नौसेना प्रमुखों की विशेष बैठक हाल ही में कोची में आयोजित हुई| २००८ में ‘आयओएनएस’ सदस्य देशों के नौसेना का संगठन बनाया गया था| हिंदी महासागर क्षेत्र की देशों के लिये यह संगठन बनाने के पिछे भारत की दूरदृष्टी है, यह स्पष्ट होता है| पिछले १५ वर्षों के समय में चीन ने अपनी बढते आर्थिक और लष्करी बल का प्रभाव हिंदी महासागर क्षेत्र में बनाने की शुरूआत की| इस वजह से इस सागरी क्षेत्र में असंतुलन निर्माण होने का खतरा बन रहा था|

इस पृष्ठभुमि पर, भारत ने ‘आयओएनएस’ का गठन करने का निर्णय किया| अब इस संगठन के लिये ‘आयएफसी-आयओआर’ कार्यान्वित करने का ऐलान करके नौसेना प्रमुख लान्बा इन्होंने हिंदी महासागर क्षेत्रातील देशों के साथ भारत का सहयोग नई उंचाई पर पहुंचा है, यह एहसास नौसेना प्रमुख लान्बा इन्होंने सारे विश्‍व को कराया| इस दौरान बोलते समय नौसेना प्रमुख लान्बा इन्होंने ‘आयएफसी-आयओआर’ कार्यान्वित करने के लिये केंद्र सरकार ने नौसेना को मंजुरी दी है, यह ऐलान किया| इस के तहत केंद्र सरकार ने ‘व्हाईट शिपिंग’ यानी व्यापारी जहाजों की यातायात की जानकारी का आदान प्रदान करने के लिये मंजुरी दी है| साथ ही इस जानकारी का केंद्र भारत के नियंत्रण में रहेगा| इस की वजह से हिंदी महासागर क्षेत्र पर भारत की पकड और भी मजबूत होगी और इस क्षेत्र की देशों की सुरक्षा भी इस से निश्‍चित हुई है| चीन के नौसेना की गतिविधियों की जानकारी अधिक कुशलता से प्राप्त करना भारत को संभव होगा| इसी कारण सामरिक विश्‍लेषक ‘इन्फो फ्युजन सेंटर’ कार्यान्वित होने के अवसर को बडी अहमियतता दे रहे है|

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