सौदी तथा कुवेत में रहनेवाले भारतीयों के लिये मिशन अकंप्लिश्ड् : सुषमा स्वराज

नवी दिल्ली, दि. ३१ (पीटीआय) – कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट आने के कारण, सौदी अरेबिया और कुवेत की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर हुआ है और इन देशों की कई कंपनियाँ बंद हुई हैं| इसका असर सौदी अरेबिया में रहनेवाले भारतीय कर्मचारियों पर हुआ है, जिससे यहाँ के भारतीयों पर नौकरी गँवाने की नौबत आयी है|

Swarajसाथ ही, वेतन ना मिलने के कारण यहाँ पर फँसे हुए भारतीयों को भूखा रहना पड़ रहा है| इसी वजह से, यहाँ पर फँसे भारतीय मूल के कर्मचारियों को, भोजन और अन्य सामग्री मुहैय्या कराने के लिए भारत सरकार द्वारा मुहिम हाथ में ली गयी थी और यह ‘मिशन अकंप्लिश्ड्’ हुआ है, ऐसा रविवार को विदेशमंत्री स्वराज ने सोशल मीड़िया के जरिये कहा|

पिछले सप्ताह, कुछ भारतीय कर्मचारियों ने सौदी अरेबिया के दूतावास से संपर्क करते हुए, उनपर आये संकट की जानकारी दी| सौदी अरेबिया के जेद्दाह शहर में तक़रीबन ८०० भारतीय कर्मचारियों ने नौकरी गँवा देने के बाद, ‘हमारी यहाँ पर बुरी हालात है। हमें भोजन मिलना भी मुश्कील हुआ है। इसीलिए भारत सरकार हमारी मदद करें’ ऐसी माँग इन कर्मचारियों ने की थी| कुछ कर्मचारियों ने विदेशमंत्री स्वराज से, सीधे सोशल मीड़िया के माध्यम से संपर्क किया| ‘सौदी अरेबिया में खाद्यसंकट का सामना करनेवालो की संख्या ८०० नहीं, बल्की १० हज़ार से ज़्यादा है’ ऐसा विदेशमंत्री ने स्पष्ट किया है|

विदेश मंत्रालय ने यह बात बड़ी गंभीरता से लेते हुए भारतीय कर्मचारियों की मदद करने के लिए तत्परता से मुहिम हाथ में ली है| भूख से तड़प रहें भारतीय कर्मचारियों को जल्द से जल्द भोजन मुहैय्या कराना, यह इस मुहिम की प्राथमिकता है, ऐसा कहा गया| आनेवाले समय में सौदी अरेबिया और कुवेत प्रशासन के सामने इन कर्मचारियों की समस्या रखी जायेगी, ऐसा विदेश राज्यमंत्री एम. जे. अकबर ने स्पष्ट किया| साथ ही, विदेश राज्यमंत्री जनरल व्ही. के. सिंग सौदी के लिए रवाना होने की बात सामने आई है|

बेरोज़गार हुए और भूख से तडप रहे भारतीयों को भोजन की सप्लाई करने की सूचना अरेबिया के दूतावास को दी गई है| ‘इसके लिए होनेवाले खर्च की चिंता ना करते हुए, कर्मचारियों के लिए मुफ्त में भोजन की व्यवस्था की जाये’ ऐसी सूचना दी गई है, ऐसा विदेशमंत्री स्वराज ने स्पष्ट किया| जिनकी नौकरी गयी है, उन्हें भूखा नहीं रहना पड़ें इसका खयाल रखा जायेगा, ऐसा विदेशमंत्री स्वराज ने कहा| ‘सौदी अरेबिया में ३० लाख भारतीय समुदाय वास्तव कर रहा है| उन्हें चाहिए कि वे अपने देशबान्धवों के लिए मदद का हाथ आगे करें’ ऐसा आवाहन विदेशमंत्री ने किया|

food-distribution-jeddahजेद्दाह में इस मुहिम के तहत, पिछले चार दिनों मे पाँच जगहों में शिविर शुरू किए गए थे| जेद्दाह में शुमाइसी, सिस्तन, मकरना, सोजेक्स, हायवे, ताईफ इन जगहों पर इन शिविरों का आयोजन करते हुए उनका खयाल रखा जा रहा है|

तेल की निर्यात पर निर्भर सौदी अरेबिया की कई कंपनियाँ बंद पडी हैं| कुछ कंपनियों ने, बड़ी संख्या में कर्मचारियों को नौकरी से निकालकर अपना खर्च कम करने की कोशिश की है| जेद्दाह की बड़ी कंपनियों में से एक मानी जानेवाली लेबनीज निर्माण कंपनी ‘सौदी ऑजर’ ने, इसी नीति के तहत कर्मचारियों को नौकरी से निकाला| इन कर्मचारियों में तक़रीबन ८०० भारतीय कर्मचारी हैं| सौदी में काम करनेवाले कई देशों के कर्मचारियों पर नौकरी गँवाने की नौबत आई है| इनमें १० हज़ार से भी ज़्यादा भारतीय कर्मचारी है| कुछ जगहों पर इस तरह नौकरी से निकाले जाने के बाद कामगारों ने प्रदर्शन भी किए| लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ है| इसके बाद इन कर्मचारियों ने भारतीय दूतावास के पास मदत माँगी है|

सौदी के हालात दिनबदिन और भी ख़राब होते जा रहे हैं और कुछ दिनों से, बेरोज़गार होनेवालेभारतीय कर्मचारियों की संख्या बढ़ती जा रही है| सौदी अरेबिया, कुवेत, कतार, बहरीन, ओमान, संयुक्त अरब अमिरात में ६० लाख भारतीय मूल के कर्मचारी काम कर रहे हैं| अरब देशों की अर्थव्यवस्था में आई मंदी को देखते हुए इस समय, बेरोज़गार होनेवाले भारतीय कर्मचारियों की संख्या और भी बढ़ने की चिंता सता रही है|

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