भारत के राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार रशिया के दौरे पर

नई दिल्ली, दि. २९ : भारत के राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोवल रशिया की भेंट करनेवाले हैं| सोमवार से उनकी रशिया यात्रा शुरू हो रही है, जिसमें महत्त्वपूर्ण रक्षा व्यवहारों समेत, आतंकवादविरोधी कार्रवाई संदर्भ में बातचीत होगी, ऐसे कहा जाता है| डोवल के दौरे में दोनो देशों के संबंध नये सिरे से दृढ होंगे, ऐसा दावा किया जाता है|

राष्ट्रीय रक्षा सलाहकारइस समय रशिया से खरीदे जानेवाले में हाथियारों के साथ ही, रक्षा संदर्भ सामग्री के समझौते कई कारनों की वजह से प्रलंबित हुए है| इस मसले को खत्म करते हुए यह कारोबार सफल करने की चुनौती भारत के राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार के सामने होगी| भारत और रशिया के बीच के संबंध में दिक्कतें पैदा हो राही है, ऐसे स्पष्ट संकेत पिछले कई महीनों से मिल रहे हैं| उसी वक्त रशिया पाकिस्तान के साथ अधिकतम सहयोग करते हुए भारत की चिंता बढा रहा है| भारत की विदेश नीति में हुए अमरीकापरस्त बदलाव इसके पीछे हैं, ऐसा दावा कुछ विशेषज्ञो द्वारा किया जाता है|

इसी कारण नाराज़ हुए रशिया द्वारा, भारत को चेतावनी देने के लिए पाकिस्तान के साथ सहयोग बढाया जा रहा है| इसमें पाकिस्तान के साथ किये हुए सेनाभ्यास के साथ ही, पाकिस्तान के महत्त्वपूर्ण प्रकल्प में शामिल होने का रशिया का फ़ैसला भी है|

रशिया ने पाकिस्तान को हेलिकॉप्टर्स की आपूर्ति करने की तैयारी की है; साथ ही, पाकिस्तान और चीन के बीच विकसित हो रहे ‘सीपीईसी’ प्रोजेक्ट में रशिया शामिल होगा, ऐसा दावा भी किया जा रहा है| इस दौरान ही, रशिया भारत पर रहनेवाली अपनी नाराज़गी विभिन्न मार्गों से जता रहा है|

कुछ ही दिन पहले गुजरात में संपन्न हुई एक परिषद में, रशिया के प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवदेव्ह उपस्थित रहनेवाले थे| लेकिन इस परिषद के लिए उनके बदले रशिया के उपप्रधानमंत्री रोगोझिन आये| यह भी रशिया की नाराज़गी दर्शाने का ही एक भाग था, ऐसा दावा किया जाता है|

इस पृष्ठभूमि पर, भारत ने रशिया से हाथियार और रक्षासामग्री खरीदने का फ़ैसला किया होकर, इसके लिए भारत का प्रतिनिधिमंडल रशिया को रवाना होनेवाला है, ऐखी खबर प्रकाशित हुई थी| लेकिन दोनो देशों के सहयोग में बाधाएँ उत्पन्न हुई हैं, यह दिखाई दे रहा है|

भारत रशिया से ‘तलवार’ श्रेणि के करीबन चार युद्धपौत खरीदनेवाला था| लेकिन यह समझौता भी अब खतरे में आया होने की खबर है| इस युद्धपोत की क़ीमत पर दोनों देशों के एक राय नहीं है|

साथ ही, रशिया से भारत करीबन २०० कुमाऊ हेलिकॉप्टर्स की खरीदारी करने के लिए उत्सुक था| लेकिन यह व्यवहार भी आगे नहीं बढ़ रहा है, ऐसी शिकायत की जा रही है| इस पृष्ठभूमि पर, राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोवल रशिया दौरे पर जानेवाले है| डोवल रशियन राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार निकोलाय पात्रुशोव्ह की मुलाकात कर, उनके साथ बातचीत करनेवाले है| इसमे आतंकवादविरोधी कार्रवाई के संदर्भ में दोनो देशों के बीच के सहयोग का मसला भी होगा|

खुलेआम रशिया द्वारा भारतविरोधी नीति अपनायी नहीं जा रही है| रशिया यह अब भी भारत का नज़दीकी दोस्त देश है, यह रशिया द्वारा हर बार कहा जाता है| भारत की सुरक्षा को ख़तरा होगा, ऐसी कार्रवाई रशिया द्वारा की नहीं जायेगी, ऐसे रशियन राजनैतिक अधिकारी बता रहे है|

मग़र ऐसा होने पर भी, रशिया को भारत से रहनेवालीं उम्मीदें पूरी नहीं हो रही हैं, ऐसा ‘संदेश’ रशिया ने, पाकिस्तान और चीन के साथ सहयोग बढाकर भारत तक पहुँचाया है, ऐसा दिखाई देता है|

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