भारतीय रक्षाबल चीन के साथ पाकिस्तान के मोर्चे पर लड़ने के लिए भी तैयार – रक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत

नई दिल्ली – भारत को सीमा पर शांति बनाए रखनी है लेकिन चीनी सेना की आक्रामक हरकतें रोकने के लिए भारतीय रक्षाबल पूरी तरह से तैयार है। भारतीय सेना चीन के साथ संघर्ष करने में व्यस्त होने का लाभ उठाकर पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने की कोशिश की तो उसे बड़ी किमत चुकानी पड़ेगी’, इन शब्दों में रक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत ने दोनों पड़ोसी देशों को कड़ी चेतावनी दी है। कुछ दिन पहले जनरल रावत ने चीन के साथ शुरू चर्चा नाकाम हुई तो लष्करी कार्रवाई का विकल्प सामने है, यह इशारा भी दिया था। इसके बाद मात्र कुछ ही दिनों में भारतीय सैनिकों ने पैन्गॉन्ग त्सो के दक्षिणी हिस्से के अहम ठिकानों पर कब्ज़ा किया। इससे रक्षाबलप्रमुख ने चीन और पाकिस्तान को दी हुई नई चेतावनी की बड़ी अहमियत बनी है।

bipin-rawatभारतीय सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकूंद नरवणे लद्दाख का दौरा कर रहे हैं और उन्होंने वहां पर सुरक्षा का ज़ाएजा लिया। दो दिन के इस दौरे के लिए सेनाप्रमुख ने अपनी म्यानमार की यात्रा में बदलाव किया है। लद्दाख के पैन्गॉन्ग त्सो के इलाके में भारत और चीन की सेनाएं एक-दूसरे के आमने-सामने खड़ी हुई हैं। २९-३० अगस्त को हुए संघर्ष के बाद चीन ने इस जगह पर बड़ी मात्रा में तैनाती करके भारत पर दबाव बढ़ाने की कोशिश की है। इस पर मुँहतोड़ तैनाती करके भारत ने भी प्रत्युत्तर दिया है। अब चीन इस इलाके से भारत अपनी सेना पीछे हटाए, यह आवाहन करने लगा है।

ऐसे में अगले दिनों में चीन भारत के साथ युद्ध करेगा या समझौता करके पीछे हटेगा, इन मुद्दों पर भारतीय विश्‍लेषक चर्चा कर रहे हैं। लेकिन, किसी भी स्थिति में भारत ने चीन पर भरोसा नहीं करना चाहिए, यह बात सभी सामरिक विश्‍लेषक और भूतपूर्व लष्करी अधिकारी कह रहे हैं। बल्कि भारतीय सेना अधिक आक्रामकता दिखाकर चीन पर दबाव बढ़ाए, यह सलाह भूतपूर्व लष्करी अधिकारी दे रहे हैं। लद्दाख में बनी स्थिति पर पूरे विश्‍व की नज़रें लगी हैं। इससे भारत के सामने हम झुक गए, ऐसा संदेश विश्‍वभर में ना पहुँचे, इस बात का चीन पूरा ध्यान रखेगा और इसके लिए लष्करी कार्रवाईयां जारी रखेगा, इस मुद्दे पर भी भूतपूर्व लष्करी अधिकारी ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

इसी पृष्ठभूमि पर रक्षाबलप्रमुख जनरल रावत ने चुनिंदा शब्दों में चीन को और एक इशारा दिया है। भारत को सीमा पर शांति की उम्मीद है, लेकिन संप्रभुता से समझौता करना संभव नहीं होगा, भारतीय रक्षाबलों ने चीन का मुकाबला करने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है, ऐसा कड़ा संदेश जनरल रावत ने दिया है। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के मुखपत्र ग्लोबल टाईम्स ने पाकिस्तान का इस्तेमाल करके चीन भारत को परेशान कर सकता है, यह धमकी हाल ही में दी थी। पाकिस्तान के कुछ बेताल युद्धखोर पत्रकार और विश्‍लेषक भारत-चीन संघर्ष का लाभ उठाकर जम्मू-कश्‍मीर पर हमला करने की बयानबाजी कर रहे हैं। पाकिस्तान को अपने मित्रदेश चीन के पक्ष में युद्ध में उतरना ही चाहिए, यह माँग कुछ पाकिस्तानी विश्‍लेषक अपनी सरकार और सेना के सामने कर रहे हैं। लेकिन, भारत के रक्षाबलप्रमुख ने इस मोर्चे पर पाकिस्तान भ्रम में ना रहे, यह इशारा किया है।

पाकिस्तान हमेशा ही भारत के खिलाफ़ आतंकवाद का इस्तेमाल करके छिपा युद्ध करता रहा है। इस बार भी भारत का चीन के साथ तनाव बढ़ा होते हुए भारत के खिलाफ पाकिस्तान हरकत कर सकता है। लेकिन, इसकी बड़ी कीमत पाकिस्तान को चुकानी पड़ेगी, इन शब्दों में जनरल रावत ने पाकिस्तान को इशारा दिया।

इसके ज़रिए, भारतीय रक्षाबल एक ही समय पर चीन और पाकिस्तान के दोनों मोर्चों पर युद्ध करने के लिए सक्षम होने का संदेश जनरल रावत ने दिया है।

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