‘इमर्जन्सी’ खरीद के तहेत भारतीय सेना को इस्रायली ‘स्पाईक’ मिसाइल प्राप्त होगी

नई दिल्ली – सीमा पर तैनात जवानों को दुश्मन के हमलों से सुरक्षित रखने के लिए भारत ने इस्रायल के टैंक विरोधी ‘स्पाईक’ मिसाइल खरीदने का निर्णय किया है| यह खरीद सेना की ‘इमर्जन्सी पर्चेस’ के तहेत हो रही है और सेना को इस्रायली मिसाइल शीघ्रता से प्राप्त होंगे, यह जानकारी सूत्रों ने दी| दो महीने पहले भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में किए हमले में इस्रायल के ‘स्पाईस २००० गायडेड बॉम्ब’ का इस्तेमाल किया था| इस पृष्ठभूमि पर नए से हो रही खरीद अहम साबित होगी|

भारत सरकार ने अपनी सेना को ३०० करोड रुपयों तक खर्च करके जरूरी हथियार शीघ्रता से खरीद करने की अनुमति दी है| इसके लिए जरूरी अधिकार सेना के उपप्रमुख को दिए गए है| पिछले सप्ताह में हुई ‘आर्मी कमांडर्स कॉन्फरन्स’ के बाद सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस्रायल के टैंक विरोधी स्पाईक मिसाइल की खरीद करने के लिए अनुमति दी| भारत और इस्रायल के बीच २८० करोड रुपयों का समझौता हुआ है इससे भारतीय सेना को २१० मिसाइल एवं १२ लौंचर्स प्राप्त होंगे|

इसके पहले भारत और इस्रायल ने इस मिसाइल खरीद के विषय में अहम समझौता करने के लिए बातचीत शुरू की थी| इस के तहेत ‘स्पाईक’ के ‘थर्ड जनरेशन’ मिसाइल की खरीद होनी थी| लेकिन, ‘इमर्जन्सी’ के तौर पर की जा रही खरीद में भारत को प्रगत ‘फोर्थ जनरेशन’ के मिसाइल प्राप्त होंगे, यह बताया जा रहा है| यह मिसाइल चार किलोमीटर दूरी तक हमला करने में सक्षम है और ‘रिऍक्टिव्ह आर्मर’ के विरोध में यह इस्रायली मिसाइल काफी?असरदार साबित होते है, यह दावा किया गया है|

भारत ने पहले ही इस्रायल के साथ ‘बराक-८’, ‘सरफेस टू एअर मिसाइल सिस्टिम’ एवं प्रगत ‘हारोप’ डोन्स की खरीद करने के लिए समझौता किया है| अमरिका और रशिया के अलावा भारत को रक्षा सामान की बडी तादाद में आपुर्ति करनेवाला इस्रायल तिसरा देश है| पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों में हुआ रक्षा सहयोग और भी मजबूत हुआ है और इस्रायल ने भारत को रक्षा तकनीक की आपुर्ति करने की तैयारी भी दर्शाई है|

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