सेनाप्रमुख जम्मू-कश्मीर यात्रा पर

जम्मू, दि. ५ : नये सेनाप्रमुख जनरल बिपीन रावत ने जम्मू-कश्मीर की यात्रा करते हुए, यहाँ की सुरक्षाव्यवस्था का जायज़ा लिया| ‘इस राज्य के नौजवान आतंकवादी संगठनों में शामिल हो रहे हैं, यह बड़ी दुख की बात है| झूठे प्रचार की बातों में फँसाकर आतंकवादी संगठनों में शामिल होनेवाले युवाओं को निशाना बनाने के बजाय, जनता से संवाद बढ़ाने को प्राथमिकता देना उचित रहेगा’ ऐसा जनरल रावत ने कहा है|

सेनाप्रमुखजम्मू-कश्मीर में आतंकवादविरोधी कार्रवाईयों का सबसे प्रदीर्घ अनुभव रहनेवाले जनरल रावत, इस राज्य की तीन दिन की यात्रा पर आये हैं| उधमूपर के बाद श्रीनगर, नागरोटा इन जगहों पर सेनाप्रमुख जानेवाले हैं| इसके बाद वे सियाचीन में जानेवाले हैं| यहाँ की सुरक्षाव्यवस्था का जायज़ा लेने के बाद संवाददाताओं के साथ बातचीत करते समय सेनाप्रमुख ने अपनी चिंता ज़ाहिर की| ‘जम्मू-कश्मीर के पढ़े-लिखे नौजवान हथियार उठाकर आतंकवादी संगठनों में शामिल हो रहे हैं, यह बहुत चिंता का विषय है| अन्याय हुआ होने की भावना से युवा नक्षलवादी आंदोलन में शामिल होते हैं| लेकिन जम्मू-कश्मीर की समस्या इससे अलग है| गलत प्रचार में फँसकर यहाँ के नौजवान आतंकवादी संगठनों में शामिल हो रहे हैं,’’ ऐसा सेनाप्रमुख ने कहा|

‘खाड़ी देशों के हालातों का प्रभाव कुछ हद तक जम्मू-कश्मीर में भी देखने को मिल रहा है| सोशल मीडिया तथा अन्य माध्यमों द्वारा होनेवाले झूठे प्रचारों में फँसकर यहाँ के नौजवान हथियार उठा रहे हैं| ऐसे नौजवानों पर कार्रवाई करने के बजाय, जनता से संवाद बढ़ाते हुए इस समस्या का हल ढूँढ़ने के लिए प्राथमिकता देनी चाहिए, ऐसा जनरल रावत ने कहा| ‘हिजबुल मुजाहिद्दीन’ का कमांडर बुर्‍हान वाणी रक्षाकर्मियों की कार्रवाई में मारा जाने के बाद, जम्मू-कश्मीर में अराजक मचा था| अलगाववादी संगठनों ने ऐलान किये हुए ‘बंद’ से इस राज्य के हालात बिगड़ गये थे| इस पृष्ठभूमि पर, नये सेनाप्रमुख ने अपनाया हुआ संवाद का रवैय्या सबका ध्यान खींच रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.