अमरीका से भारत को ‘रोमिओ हेलिकॉप्टर्स’ प्राप्त होंगे – दोनों देशों ने किए समझौते पर हस्ताक्षर

नई दिल्ली – भारतीय नौसेना के बेड़े में अत्याधुनिक ‘एमएच-६० आर’ (रोमिओ) हेलिकॉप्टर्स ज़ल्द ही दाखिल होंगे। इन हेलिकॉप्टर्स की खरीद करने के लिए भारत ने अमरीका के साथ ९०.५ करोड़ डॉलर्स का समझौता किया है। दोनों देशों ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। पनडुब्बी विरोधी युद्धनीति में काफ़ी प्रभावी साबित होनेवाले ये हेलिकॉप्टर्स बेड़े में शामिल होने पर भारतीय नौसेना की क्षमता में काफ़ी बड़ी बढ़ोतरी होगी। हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की गतिविधियाँ और चिनी पनडुब्बियों की आवाजाही में बढ़ोतरी हुई है और ऐसें में, भारतीय नौसेना को यह क्षमता प्राप्त करना ज़रूरी बना था। ऐसें में अमरिका से इन हेलिकॉप्टर्स की भारत ने की हुई खरीद, चीन की बढ़ रहीं गतिविधियों पर नज़र रखकर हुई है, ऐसा विश्‍लेषकों का कहना है।

इस व्यवहार की यह विशेषता है कि यह व्यवहार सीधे अमरिकी नौसेना की देखरेख में हुआ हैं। अमरिकी नौसेना ने इन हेलिकॉप्टर्स का निर्माण कर रही लॉकहीड मार्टिन कंपनी को, पहले चरण के तीन ‘रोमिओ हेलिकॉप्टर्स’ की डिलिवरी प्रक्रिया को गति देने के निदेश देने की ख़बर है।

दिसंबर महीने में अमरिका ने भारत को २४ बहुउद्देशीय ‘रोमिओ हेलिकॉप्टर्स’ की बिक्री करने के लिए अनुमति प्रदान की थी। ये हेलिकॉप्टर्स खरीदने के लिए भारत ने ९०.५ करोड़ डॉलर्स का व्यवहार किया है और यह व्यवहार, दोनों देशों ने किए कुल २.६ अरब डॉलर्स के समझौते का हिस्सा है। पिछले वर्ष अप्रैल महीने में इस समझौते की प्रथम घोषणा की गई थी। ये हेलिकॉप्टर्स, सेंसर तथा कम्युनिकेशन सिस्टिम और हेलीफायर मिसाइल, एमके टॉरपिड़ो और प्रिसिजन स्ट्राईक राकेट सिस्टिम्स के साथ भारत को प्राप्त होंगे। लेकिन, इन हेलिकॉप्टर्स में तैनात की जा रहें हथियार और अन्य यंत्रणा के विषय में अभी भी दोनों देशों की चर्चा जारी है, यह जानकारी भी सामने आ रहीं है।

‘रोमिओ हेलिकॉप्टर’ पर ‘नेव्हल स्ट्राईक मिसाइल (एनएसएम) यंत्रणा तैनात की गई हैं। ‘एनएसएम’ के ज़रिये किसी भी युद्धपोत को १८५ किलोमीटर दूरी से ही लक्ष्य करना संभव हो सकता है। इससे इस हेलिकॉप्टर्स की क्षमता स्पष्ट होती हैं। भारतीय नौसेना ने वर्ष १९७१ में ब्रिटन से ‘सी किंग हेलिकॉप्टर्स’ की खरीद की थी। यही ‘सी किंग हेलिकॉप्टर्स’ फ़िलहाल भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल हैं। इन हेलिकॉप्टर्स की ज़गह पर अब अमरीका से खरीद हो रहें ‘एमएच-६०आर’ हेलिकॉप्टर्स तैनात होंगे। ‘रोमिओ हेलिकॉप्टर्स’ युद्धपोतों पर तैनात होने से पहले भारतीय नौसेना के ‘पायलट’ और ‘इंजिनिअर्स’ को इन हेलिकॉप्टर्स से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए पहले चरण में भारत को तीन हेलिकॉप्टर्स प्रदान किए जाएँगे। अगले वर्ष तक भारतीय नौसेना के बेड़े में ये हेलिकॉप्टर्स दाखिल होंगे।

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