भारत अमरिका और जापान का मालाबार युद्धाभ्यास शुरू

सैंटारीटा – भारत, अमरिका और जापान का सामूहिक मालाबार युद्धाभ्यास शुरू हुआ है। दूसरे महायुद्ध के समय में अत्यंत महत्वपूर्ण माने जानेवाले गुआम द्वीप पर सागरी क्षेत्र में यह युद्धाभ्यास शुरू हुआ है और यह अभ्यास २ स्तर में आयोजित होने वाला है। गुआम के बाद फिलिपाईन्स के सागरी क्षेत्र में इस अभ्यास का दूसरा स्तर संपन्न होगा। इसकी वजह से मालाबार युद्धाभ्यास चीन के लिए चेतावनी की घंटी होने की बात दिखाई दे रही है।

मालाबार युद्धाभ्यास

कई दिनों पहले अमरिका ने अपने पैसिफिक कमांड का नाम बदलकर ‘इंडो पैसिफिक’ ऐसे किया है। यह अमरिका की धारणा में हुआ बदलाव भारत के लिए अत्यंत अनुकूल है, ऐसा दावा विशेषज्ञों से किया जा रहा है। आनेवाले समय में अमरिका भारत के साथ सहयोग दृढ़ करके, चीन के सामर्थ्य से इस क्षेत्र में निर्माण हुए असंतुलन को दूर करने के संकेत इंडो पैसिफिक कमांड द्वारा दिए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर भारत और अमरिका के साथ जापान के साथ भी नौदल का संयुक्त मालाबार युद्धाभ्यास शुरू हुआ है।

गुरुवार से शुरू हुआ यह युद्धाभ्यास गुआम द्वीप के सागरी क्षेत्र में हो रहा है और १० जून तक यह अभ्यास शुरू रहेगा। उसके बाद ११ से १६ जून तक फिलिपाईन्स के सागरी क्षेत्र में इस युद्धाभ्यास का दुसरा स्तर आयोजित होगा। फिलिपाईन्स के साथ चीन का विवाद बढ़ रहा है और फिलिपाईन्स के सरकार ने चीन को दिए कड़ी चेतावनी की वजह से इस विवाद में नहीं बढ़ोतरी हो रही है। फिलिपाईन्स के सागरी सीमा में ईंधन का उत्खनन करने का प्रयत्न चीन ने किया है। तथा फिलिपाईन्स चीन के विरोध में युद्ध पुकारने के लिए नहीं डरेगा ऐसा इस देश ने सूचित किया है।

इसकी वजह से मालाबार युद्धाभ्यास का दूसरा स्तर अत्यंत महत्वपूर्ण होने वाला है। दौरान अमरिकी नौदल की विमान वाहक युद्धनौका, रोनाल्ड रीगन के साथ ५ युद्धनौका इस अभ्यास में शामिल होने वाले हैं। तथा भारत के ३ युद्धनौका, एक ईंधन वाहक जहाज और गश्ती विमान पी८आय मलाबार में शामिल हुआ है। तथा जापान के हेलीकॉप्टर वाहक योजनाओं के ३ युद्धनौका एवं एक पनडुब्बी युद्धाभ्यास में है। इस युद्धाभ्यास पर चीन ने बहुत पहले से ही नाराजगी व्यक्त की थी। अमरिका ने चीन के विरोध में संगठन निर्माण करने का प्रयत्न शुरू किया है और भारत एवं जापान का मालाबार युद्धाभ्यास में शामिल होना इस संगठन का भाग होने की बात कही जा रही है।

मालाबार युद्धाभ्यास

चीनी लिए आक्षेप की वजह से भारत ने चीन को इस योद्ध अभ्यास में शामिल नहीं किया था। पर चीन के भारत विरोधी कार्यवाहियां तीव्र होने के बाद सन २०१५ से जापान ने मालाबार में शामिल होने लगा है। ऑस्ट्रेलिया भी इस युद्धाभ्यास के बारे में इच्छुक होकर आने वाले समय में ऑस्ट्रेलिया का नौदल भी इस अभ्यास में शामिल होगा ऐसे संकेत मिल रहे हैं।

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