भारत और अमरिका के बीच बातचीत का ऐलान  

वाशिंगटन  – ६ सितंबर के रोज भारत और अमरिका में टू प्लस टू चर्चा होने की घोषणा अमरिका के विदेश मंत्रालय ने की है। जुलाई महीने में होने वाली यह चर्चा आगे धकेलने का निर्णय अमरिका ने लिया था। भारत के साथ मतभेदों की वजह से अमरिका ने यह निर्णय लिया होगा, ऐसी चर्चा राजनैतिक विश्व में की जा रही थी। पर इस चर्चा की घोषणा करके अमरिका के विदेश मंत्रालय ने इस संदर्भ में तर्क वितर्क को पूर्ण विराम देते दिखाई दे रहे हैं।

भारत और अमरिका, बातचीत, हीदर न्यूअर्ट, संयुक्त राष्ट्र संघ, चर्चा, वाशिंगटन, उत्तर कोरिया

जुलाई महीने में भारत और अमरिका के विदेश मंत्रालय तथा रक्षा मंत्रियों की टू प्लस टू चर्चा संपन्न होने वाली थी। पर अमरिका के उत्तर कोरिया के साथ राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इनके चर्चा का कारण आगे करके, यह चर्चा निश्चित समय के लिए आगे धकेली गई थी। इससे पहले भी कई मुद्दों पर अमरिका के भारत के साथ तीव्र मतभेद होते दिखाई दे रहे थे। भारत ने रशिया से एस-४०० के मिसाइल भेजी हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीदारी का निर्णय लिया था। भारत यह करार रद्द करें ऐसी अमरिका की मांग है, साथ ही नवंबर महीने तक भारत ईरान से ईंधन की खरीदारी पूर्ण रोके ऐसा भी अमरिका ने सूचित किया था।

इन दोनों मांग को भारत मंजूर न करने पर उन्हें प्रतिबंध का झटका लग सकता है, ऐसा अमरीका ने सूचित किया था। पर भारत ने अमरिका के इन दोनों मांग ठुकराए थे। एक देश से दूसरे देश पर जारी किए प्रतिबंध का भारत कभी भी पालन नहीं करेगा। भारत केवल संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिबंधों का पालन करने के लिए बंधा हुआ है, ऐसा भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था। तथा व्यापार से भारत के अमरिका के साथ संबंध बिगड़े हुए थे। चीन एवं यूरोपीय महासंघ से अमरिका में होनेवाले निर्यात पर अमरिका ने कर बढ़ाया है। इसमें भारत का भी समावेश होकर भारतीय निर्यातकारो को भी अमरिका के कर बढ़ोतरी का झटका लगा था।

उसके बाद भारत ने भी अमरिका के निर्यात को लक्ष्य करके अमरिकी उत्पादनों पर कर बढ़ाया था। इसके परिणाम भारत और अमरिका के संबंधों पर हुए हैं और जिसकी वजह से टू प्लस टू चर्चा आगे धकेली होगी, ऐसा दावा कई लोगों से किया जा रहा था। पर कुछ भी होने पर भारत और अमरिका के भावनात्मक सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होकर वर्तमान स्थिति में यह सहयोग खतरे में आ सकते हैं, ऐसा कोई भी निर्णय दोनों देशों से लिया नहीं जाएगा, ऐसा दावा विशेषज्ञों से किया जा रहा था। इसकी वजह से जल्द ही टू प्लस टू चर्चा संपन्न होगी ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

उसके अनुसार ६ सितंबर के रोज यह चर्चा संबंध होने की जानकारी अमरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हीदर न्यूअर्ट ने दी है। तथा दोनों देशों के सहयोग इस चर्चा की वजह से अधिक दृढ़ एवं व्यापक होंगे ऐसा विश्वास न्यूअर्ट ने व्यक्त किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.