रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए भारत अमरिका के साथ फाउंडेशन अग्रीमेंट करार करें – अमरिका की मांग

वॉशिंगटन: अत्याधुनिक लष्करी साहित्य प्रदान करने के संदर्भ में भारत और अमरिका की चर्चा शुरू है। पर दोनों देशों में रक्षा सहयोग अधिक मजबूत किए जाएं, इसके लिए भारत में अमरिका के साथ फाउंडेशन एग्रीमेंट करार करें ऐसा प्रस्ताव अमरिका ने रखा है। अमरिका के राजनैतिक एवं लष्करी व्यवहार विभाग के उपमंत्री टीना किडनोव्ह भारत भेंट पर आनेवाली हैं। इससे पहले दोनों देशों में यह करार होने पर भारत के साथ अमरिका को भी रक्षा सहयोग की व्याप्ति बढ़ाना संभव होगा, ऐसा किडनोव्ह ने कहा है।

फाउंडेशन अग्रीमेंट, करार, भारत, रक्षा सहयोग, बढ़ाने, अमरिका, एफ-१६भारत और अमरिका में रक्षा सहयोग २००८ से तक शुन्यवत था। पर फिलहाल दोनों देशों में रक्षा विषयक सहयोग और व्यवहार १५ अरब डॉलर तक पहुंचा है। यह सहयोग अधिक बढ़ाने के लिए भारत के साथ लगातार चर्चा शुरू है। रक्षाक्षेत्र के अमरिकी कंपनिया भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए बहुत ही उत्सुक है। लॉकहीड मार्टिन ने एफ-१६ इस अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का निर्माण मेक इन इंडिया के धारणा के अंतर्गत भारत मे करने की तैयारी दिखाई है, इसका किडनोव्ह ने उल्लेख किया है। रक्षा साहित्य का संयुक्त निर्माण और विकास करने के लिये दोनों देशों में शुरू प्रयत्न भारत ने फाउंडेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने से अधिक सफल होंगे, ऐसा विश्वास किडनोव्ह ने व्यक्त किया है।

ट्रम्प प्रशासन के कार्यकाल में अमरिका और भारत में रक्षा विषयक सहयोग के लिये बहुत बड़ा अवसर उपलब्ध होने की बात कहकर, किडनोव्ह ने अमरिका भारत की तरफ अत्यंत महत्वपूर्ण साझेदार देश की तरह देखने के बात स्पष्ट की है। भारत ने अमरिका के रक्षा क्षेत्र में प्रगत तंत्रज्ञान के बारे में रुचि दिखाई है। अमरिका भारत को यह तंत्रज्ञान प्रदान करने के लिए तैयार है क्या, ऐसा प्रश्न कई पत्रकारों ने किडनोव्ह से किया है। उसे उत्तर देते हुए किडनोव्ह ने अपना प्रशासन इसपर विचार कर रहा है, यह स्पष्ट किया है। तथा इस बारे में निर्णय केवल अमरिका पर निर्भर नहीं है, ऐसा कहकर भारत की इस बारे में भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, ऐसा दावा किडनोव्ह ने किया है।

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