कश्मीर पर किया निर्णय भारत पीछे ले – पाकिस्तानी संसद ने रखी फिजुल मांग

इस्लामाबाद: जम्मूकश्मीर संबंधी किया निर्णय भारत तुरंत पीछे ले, यह मांग करनेवाला प्रस्ताव पाकिस्तान की संसद ने पारित किया है| तभी, पाकिस्तान के एक सियासी दल ने युद्ध से ही कश्मीर की समस्या का हल निकलेगा, यह दावा करके प्रधानमंत्री इम्रान खान भारत के विरोध में युद्ध शुरू करें, यह मांग रखी| साथ ही पाकिस्तान के अन्य बेतुके नेताओं ने भारत पर आरोप करके उकसानेवाली बयानबाजी भी की है|

प्रतिवर्ष ५ फरवरी के दिन पाकिस्तान में कश्मीर डेमनाया जाता है| इसी दिन पाकिस्तान में कश्मीर के लिए मोर्चे का आयोजन होता है और भारत के विरोध में जहर उगला जाता है| इस वर्ष भी पाकिस्तान में कश्मीर डेकी तैयार शुरू है| पर, भारत ने धारा ३७० हाटकर कश्मीर को दिया गया विशेष दर्जा भी हटाया और इससे कश्मीर हाथ से खोने का अफसोस पाकिस्तान में जताया जा रहा है| जम्मूकश्मीर भारत से वापिस प्राप्त करने की कोशिश करना दूर रहा, ‘पीओकेभारत के हाथ नही जाएगा, इस पर ध्यान दे ऐसी अफसोस से भी प्रतिक्रिया पाकिस्तान के नेता व्यक्त कर रहे है| इसी पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान की संसद ने भारत के सामने यह मांग रखनेवाला प्रस्ताव पारित किया|

जम्मूकश्मीर संबंधी किया निर्णय भारत तुरंत पीछे ले| अंतरराष्ट्रीय माध्यमों को जम्मूकश्मीर में जाने की अनुममि मिलें| वहां पर अंतरराष्ट्रीय परिक्षकों को भी निरीक्षण करने का अवसर प्राप्त हो और जम्मूकश्मीर में भारत कर रहे अत्याचार बंद किए जाए, यह मुद्दे पाकिस्तानी संसद ने पारित किए प्रस्ताव में दर्ज है| साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय कश्मीर समस्या की ओर ध्यान नही दे रहा है, यह शिकायत भी इस दौरान पाकिस्तानी सांसदों ने की| साथ ही इस्लामधर्मी देश भी कश्मीर मसले की ओर अनदेखा कर रहे है, ऐसी आलोचना इन नेताओं ने की है|

प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार कश्मीर की ओर आवश्यक ध्यान नही दे रही है और इस सरकार की नाकामयाबी के कारण ही भारत ने कश्मीर पर अपनी पकड मजबूत की है, ऐसी आलोचना विपक्ष के नेताओं ने की है| इसपर जवाब देते समय पाकिस्तानी सरकार के कश्मीर विषय के मंत्री शिरिन मझारी ने पहली बार कश्मीर मसले की ओर अपनी सरकार ने ध्यान आकर्षित करने का दावा किया| पाकिस्तान की संसद में इस विषय पर बातचीत हो रही थी, तभी जमात उलेमा ए इस्लाम फझ्लनाम के एक सियासी दल ने प्रधानमंत्री इम्रान खान के सामने १० फरवरी के बाद भारत के विरोध में युद्ध करने की मांग की|

पिछले वर्ष १४ फरवरी के रोज सीआरपीएफके सैनिकों पर कायराना आतंकी हमला हुआ था| इसे एक वर्ष पुरा हो रहा है, तभी भारत के विरोध में पाकिस्तान युद्ध शुरू करें, ऐसा इस दल का कहना है|

युद्ध के बिना कश्मीर मसले का हल निकलना नामुमकिन है, यह स्पष्ट करके इस दल के प्रमुख अब्दुल अकबर छित्राल ने यह मांग रखी है| फिलहाल पाकिस्तान में टिड्डों का हमला होने से राष्ट्रीय आपत्ति घोषित की गई है| पाकिस्तान में महागाई चरम स्तर पर है और आम जनता भूखमरी का सामना करने लगी है| अन्य सभी मोर्चों पर पाकिस्तान की सरकार नाकाम साबित हुई है और इस वजह से इस सरकार को जनता का समर्थन नही रहा| ऐसी पृष्ठभूमि पर कश्मीर मसले की ओर ध्यान देना फिलहाल पाकिस्तान की सरकार के हित में नही है| इसी की गुंज मंगलवार के दिन पाकिस्तान के संसद ने पारित किए प्रस्ताव से सुनाई दे रही है| इससे भारत पर जरा भी असर नही होगा, फिर भी हम भारत के खिलाफ काफी कूछ कर रहे है, यह चित्र जनता के सामने रखने की कोशिश पाकिस्तान की सरकार इसके जरिए कर रही है|

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